tags

New लेखक परिचय तुलसीदास Status, Photo, Video

Find the latest Status about लेखक परिचय तुलसीदास from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about लेखक परिचय तुलसीदास.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#शायरी #कविता #लेखक #लेखन #flowers  White लेेखन सौन्दर्य 
जब भी लिखी दास्तान दिल की 
कलम ने मेरा बखूबी साथ निभाया
किसी ने कहा' वाह क्या बात है! '
किसी को मेरा नज़रिया न भाया 

हैं दिल की बातें भी अजीब
इस दरिया में बस कुछ ही हैं नहाते
हर एक को दृश्य सुन्दर हैं भाते
बिरला ही कोई मनमोहक दिल हैं पाते 

स्वांग न रचना न बातें बनाना 
सीधी सी बात है दिल से दिल है मिलाना
न अपना चातुर्य किसी को बार- बार दिखाना
निर्मल हृदय पूर्ण सामने वाले की बात है
 समझना
तुम कलिमल रहित मुझे अपनाना
न मैं तुम्हे परखकर दोस्ती निभाऊँ 
मेरा तो बस काम ही है लिखना
पाठक व दोस्त के घायल मन को सहलाना।।
सीता प्रसाद

©Sita Prasad
#भक्ति  "रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं
वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूडामणिम्।"¹

( सर्वव्यापक, देवताओं के गुरू, माया से मनुष्य रूप में दिखने वाले, हरि, करुणा की खान, रघुकुल में श्रेष्ठ तथा राजाओं के शिरोमणि राम कहलाने वाले जगदीश्वर की मैं वंदना करती हूँ।)

Today is Ram Navami, the birthday of Lord Ram, an avatar of Lord Vishnu. 
श्रीरामनवमी के पावन पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनायें। 🙏🙏

©HintsOfHeart.

1.तुलसीदास - रामचरितमानस ( सुन्दरकाण्ड : मंगलाचरण )

171 View

शीर्षक- और तो क्या ? --------------------------------------------------------- खास तुम भी होते साथ में, या फिर मैं होता तुम्हारे साथ में, और तो क्या ? यह खुशी दुगनी नहीं होती। ये दिन सुकून से गुजर जाते, मगर इस शक की दीवार को तो, तोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी, और अपने अहम को भी, छोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी। और तो क्या ? लोगों नहीं मिल जाता अवसर, कहानियां नई गढ़ने का, वहम को और बढ़ाने को, लेकिन इसमें हार तो, हम दोनों की ही होती, लेकिन मुझको बिल्कुल भी नहीं है, मेरे हारने का कोई गम। मुझको रहती है हमेशा यही चिन्ता, मैं तुमको खोना नहीं चाहता हूँ , भगवान को तो मैं मानता नहीं हूँ , फिर भी मिल जाये कुछ खुशी, आत्मा को निश्चिंत रखने के लिए, जला रहा हूँ मैं अकेले ही दीपक, और मना रहा हूँ मैं अकेले ही दीपावली, और तो क्या ? हंस लेता मैं भी--------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma

#कविता #लेखक  शीर्षक- और तो क्या ?
---------------------------------------------------------
खास तुम भी होते साथ में,
या फिर मैं होता तुम्हारे साथ में,
और तो क्या ?
 यह खुशी दुगनी नहीं होती।

ये दिन सुकून से गुजर जाते,
मगर इस शक की दीवार को तो, 
तोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी,
और अपने अहम को भी,
छोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी।
और तो क्या ?

लोगों नहीं मिल जाता अवसर,
कहानियां नई गढ़ने का,
वहम को और बढ़ाने को,
लेकिन इसमें हार तो,
हम दोनों की ही होती,
लेकिन मुझको बिल्कुल भी नहीं है,
मेरे हारने का कोई गम।

मुझको रहती है हमेशा यही चिन्ता,
मैं तुमको खोना नहीं चाहता हूँ ,
भगवान को तो मैं मानता नहीं हूँ ,
फिर भी मिल जाये कुछ खुशी,
आत्मा को निश्चिंत रखने के लिए,
जला रहा हूँ मैं अकेले ही दीपक,
और मना रहा हूँ मैं अकेले ही दीपावली,
और तो क्या ?
हंस लेता मैं भी--------------------।।




शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma

#लेखक

10 Love

#विचार #retro  नाम-  डॉ. भगवान सहाय मीना
पिता - जगदीश नारायण मीना

जन्मतिथि - 02 मई, 1978

शिक्षा -(1) स्नातकोत्तर - 4 विषयों में -
                 1. हिंदी
                  2. राजस्थानी भाषा
                  3. इतिहास
                  4. भूगोल
(2) नेट/ जेआरएफ - 10 टाइम 

(3) बीएड़- हिंदी, नागरिक शास्त्र 

(4) पीएचडी - हिंदी ( हरिवंशराय बच्चन के साहित्य में सामाजिक चेतना)

पता - गांव- बाड़ा पदमपुरा, तहसील- चाकसू, जिला - जयपुर,राजस्थान।

सम्प्रति - वरिष्ठ अध्यापक हिंदी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खेडारानीवास, कोटखावदा, जयपुर।

साहित्यिक उपल्ब्धि - 

1.अब तक 19 कृतियां प्रकाशित- 

1. हरिवंशराय बच्चन के साहित्य में सामाजिक चेतना (शोध ग्रंथ)
2. सामान्य हिन्दी विमर्श व्याकरण
3. सामान्य हिन्दी
4. राजस्थानी भाषा और साहित्य
5. अलंकार सौरभ ( भारतीय काव्य शास्त्र)
6. बेटे की चाहत( नाटक)
7. अमीषा (काव्य)
8. परिवर्तन जीवन का सार ( कथा संग्रह)
9. स्वर्णाभ ( काव्य संग्रह)
10. उम्मीद का सूरज ( काव्य संग्रह)
11. काव्य रश्मियां (काव्य संग्रह)
12. काव्यात्मक अहसास(काव्य संग्रह)
13. महाकाव्यमेध ( काव्य संग्रह)
14. प्रीत की पाती ( काव्य संग्रह)
15.स्पंदन ( काव्य संग्रह)
16. स्पंदन -2 ( काव्य संग्रह)
17. बलिदान को नमन ( काव्य संग्रह)
18. साहित्य सरिता ( काव्य संग्रह)
19. चातक की प्यास ( काव्य संग्रह)

2.अब तक 25 राज्यों में 500 से अधिक रचनाएं विभिन्न समाचार पत्रों/ पत्रिकाओं में प्रकाशित ।

3.अब तक अमेरिका, आस्ट्रेलिया, कनाडा में रचनाएं प्रकाशित।

4.आकाशवाणी जयपुर पर कई वार्ताएं प्रसारित।

5. अब तक साहित्य के क्षेत्र में *भारत भारती सम्मान*  सहित 250 से अधिक सम्मान पत्र/ पुरस्कार मिल चुके ।

©Dr. Bhagwan Sahay Meena
#MereKhayal #CTET

#CTET प्रमुख पुस्तक और उनके लेखक #MereKhayal

108 View

अपनी लेखनी अपनी वार्ता लेखक भगत सतीश कुमार घोडेला

144 View

#शायरी #कविता #लेखक #लेखन #flowers  White लेेखन सौन्दर्य 
जब भी लिखी दास्तान दिल की 
कलम ने मेरा बखूबी साथ निभाया
किसी ने कहा' वाह क्या बात है! '
किसी को मेरा नज़रिया न भाया 

हैं दिल की बातें भी अजीब
इस दरिया में बस कुछ ही हैं नहाते
हर एक को दृश्य सुन्दर हैं भाते
बिरला ही कोई मनमोहक दिल हैं पाते 

स्वांग न रचना न बातें बनाना 
सीधी सी बात है दिल से दिल है मिलाना
न अपना चातुर्य किसी को बार- बार दिखाना
निर्मल हृदय पूर्ण सामने वाले की बात है
 समझना
तुम कलिमल रहित मुझे अपनाना
न मैं तुम्हे परखकर दोस्ती निभाऊँ 
मेरा तो बस काम ही है लिखना
पाठक व दोस्त के घायल मन को सहलाना।।
सीता प्रसाद

©Sita Prasad
#भक्ति  "रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं
वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूडामणिम्।"¹

( सर्वव्यापक, देवताओं के गुरू, माया से मनुष्य रूप में दिखने वाले, हरि, करुणा की खान, रघुकुल में श्रेष्ठ तथा राजाओं के शिरोमणि राम कहलाने वाले जगदीश्वर की मैं वंदना करती हूँ।)

Today is Ram Navami, the birthday of Lord Ram, an avatar of Lord Vishnu. 
श्रीरामनवमी के पावन पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनायें। 🙏🙏

©HintsOfHeart.

1.तुलसीदास - रामचरितमानस ( सुन्दरकाण्ड : मंगलाचरण )

171 View

शीर्षक- और तो क्या ? --------------------------------------------------------- खास तुम भी होते साथ में, या फिर मैं होता तुम्हारे साथ में, और तो क्या ? यह खुशी दुगनी नहीं होती। ये दिन सुकून से गुजर जाते, मगर इस शक की दीवार को तो, तोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी, और अपने अहम को भी, छोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी। और तो क्या ? लोगों नहीं मिल जाता अवसर, कहानियां नई गढ़ने का, वहम को और बढ़ाने को, लेकिन इसमें हार तो, हम दोनों की ही होती, लेकिन मुझको बिल्कुल भी नहीं है, मेरे हारने का कोई गम। मुझको रहती है हमेशा यही चिन्ता, मैं तुमको खोना नहीं चाहता हूँ , भगवान को तो मैं मानता नहीं हूँ , फिर भी मिल जाये कुछ खुशी, आत्मा को निश्चिंत रखने के लिए, जला रहा हूँ मैं अकेले ही दीपक, और मना रहा हूँ मैं अकेले ही दीपावली, और तो क्या ? हंस लेता मैं भी--------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma

#कविता #लेखक  शीर्षक- और तो क्या ?
---------------------------------------------------------
खास तुम भी होते साथ में,
या फिर मैं होता तुम्हारे साथ में,
और तो क्या ?
 यह खुशी दुगनी नहीं होती।

ये दिन सुकून से गुजर जाते,
मगर इस शक की दीवार को तो, 
तोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी,
और अपने अहम को भी,
छोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी।
और तो क्या ?

लोगों नहीं मिल जाता अवसर,
कहानियां नई गढ़ने का,
वहम को और बढ़ाने को,
लेकिन इसमें हार तो,
हम दोनों की ही होती,
लेकिन मुझको बिल्कुल भी नहीं है,
मेरे हारने का कोई गम।

मुझको रहती है हमेशा यही चिन्ता,
मैं तुमको खोना नहीं चाहता हूँ ,
भगवान को तो मैं मानता नहीं हूँ ,
फिर भी मिल जाये कुछ खुशी,
आत्मा को निश्चिंत रखने के लिए,
जला रहा हूँ मैं अकेले ही दीपक,
और मना रहा हूँ मैं अकेले ही दीपावली,
और तो क्या ?
हंस लेता मैं भी--------------------।।




शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma

#लेखक

10 Love

#विचार #retro  नाम-  डॉ. भगवान सहाय मीना
पिता - जगदीश नारायण मीना

जन्मतिथि - 02 मई, 1978

शिक्षा -(1) स्नातकोत्तर - 4 विषयों में -
                 1. हिंदी
                  2. राजस्थानी भाषा
                  3. इतिहास
                  4. भूगोल
(2) नेट/ जेआरएफ - 10 टाइम 

(3) बीएड़- हिंदी, नागरिक शास्त्र 

(4) पीएचडी - हिंदी ( हरिवंशराय बच्चन के साहित्य में सामाजिक चेतना)

पता - गांव- बाड़ा पदमपुरा, तहसील- चाकसू, जिला - जयपुर,राजस्थान।

सम्प्रति - वरिष्ठ अध्यापक हिंदी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खेडारानीवास, कोटखावदा, जयपुर।

साहित्यिक उपल्ब्धि - 

1.अब तक 19 कृतियां प्रकाशित- 

1. हरिवंशराय बच्चन के साहित्य में सामाजिक चेतना (शोध ग्रंथ)
2. सामान्य हिन्दी विमर्श व्याकरण
3. सामान्य हिन्दी
4. राजस्थानी भाषा और साहित्य
5. अलंकार सौरभ ( भारतीय काव्य शास्त्र)
6. बेटे की चाहत( नाटक)
7. अमीषा (काव्य)
8. परिवर्तन जीवन का सार ( कथा संग्रह)
9. स्वर्णाभ ( काव्य संग्रह)
10. उम्मीद का सूरज ( काव्य संग्रह)
11. काव्य रश्मियां (काव्य संग्रह)
12. काव्यात्मक अहसास(काव्य संग्रह)
13. महाकाव्यमेध ( काव्य संग्रह)
14. प्रीत की पाती ( काव्य संग्रह)
15.स्पंदन ( काव्य संग्रह)
16. स्पंदन -2 ( काव्य संग्रह)
17. बलिदान को नमन ( काव्य संग्रह)
18. साहित्य सरिता ( काव्य संग्रह)
19. चातक की प्यास ( काव्य संग्रह)

2.अब तक 25 राज्यों में 500 से अधिक रचनाएं विभिन्न समाचार पत्रों/ पत्रिकाओं में प्रकाशित ।

3.अब तक अमेरिका, आस्ट्रेलिया, कनाडा में रचनाएं प्रकाशित।

4.आकाशवाणी जयपुर पर कई वार्ताएं प्रसारित।

5. अब तक साहित्य के क्षेत्र में *भारत भारती सम्मान*  सहित 250 से अधिक सम्मान पत्र/ पुरस्कार मिल चुके ।

©Dr. Bhagwan Sahay Meena
#MereKhayal #CTET

#CTET प्रमुख पुस्तक और उनके लेखक #MereKhayal

108 View

अपनी लेखनी अपनी वार्ता लेखक भगत सतीश कुमार घोडेला

144 View

Trending Topic