White जब हुआ प्यार इज़हार किया था,मैने भी इकरार किया था
किए थे वादे जो कर सकता था ,मैंने झूठा ना करार किया था
पर उसने इंकार कर दिया , दिल को मेरे तार तार कर दिया
स्वप्न सजाएं थे जो मैंने ,उन स्वप्नों को राख कर दिया
फिर भी मैंने पूछा उससे ,कमी क्या हैं मुझको बतलाओ
क्यों प्रेम स्वीकार नहीं हैं ,कोई कारण तो समझाओ
उसने कहा राम चाहिए मुझे , शादी करके आराम चाहिए मुझे
शौक मेरे सब पूरे हो जाए ,ऐसा कोई राजकुमार चाहिए मुझे
तुम तो ठहरे सामान्य से लड़के ,ये सब तुम ना कर पाओगे
जीवन भर मेहनत करते करते ही,एक दिन यूं ही तुम मार जाओगे
फिर क्यों तुम्हें स्वीकार करूं मैं ,क्यों खुद पर धिक्कार धरूं मै
मिल जायेगा मुझे कोई रईसजादा,तो फिर तुमसे क्यों प्यार करूं मैं
उसकी बातें सुन दिल भर आया था,मैं खुद अंदर ही अंदर मर आया था
बड़ी मुश्किल से खुद को संभाला मैने ,आंखों में आंसू भी भर आया था
तबसे ना किसी से प्यार हुआ ,ना कभी कोई इज़हार हुआ
मैं जान गया रीत दुनियां की,और खुद से एक इकरार हुआ
पैसे की दुनिया हैं तो फिर ,पैसा ही मुझे कमाना है
जिस जिस ने भी ठुकराया हैं ,उस उस को एक दिन दिखाना हैं
पाया ही सबकुछ नही हैं पर ,दुनियां पीछे इसके पागल है
अब नही रही तव्वजो सीरत की ,पैसे और सूरत पर सब घायल हैं
©Ankur tiwari
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