tags

New सजरा खानदान Status, Photo, Video

Find the latest Status about सजरा खानदान from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about सजरा खानदान.

  • Latest
  • Popular
  • Video

जयकरी छन्द :- आओ मिलकर कर ले योग । क्यों पालें जीवन में रोग ।। बतलाते थे घर के लोग । करके कसरत बनो निरोग ।। अब तो बस पढ़ने का काम । बन्द स्कूल में सब व्ययाम ।। आओ बैठो भज लो राम । किसे याद है प्राणायाम ।। सभी ओर दिखता संग्राम । चीख रही है जनता आम ।। कौन लिया सिंहासन थाम । कौन चुगे अब गुठली आम ।। इस जीवन में सत्य अनेक । कष्ट मगर सहता है एक ।। कविवर लेते सुंदर टेक । फिर भी बोले गीत न नेक ।। बने भवन है आलीशान । लेकिन उनके हृदय विरान ।। रोटी कपड़ा ओर मकान । करते-करते मरा किसान ।। बेटा करता मदिरा पान । बहू चाहिए गऊ समान ।। बिगड़ गये घर के सुर ताल । बड़े घरो की यह है चाल ।। देख ले ऊँचा खानदान । तब ही करना कन्यादान । दिया बहुत जिनको सम्मान । बेटी भेज दिया शमशान ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  जयकरी छन्द :-

आओ मिलकर कर ले योग ।
क्यों पालें जीवन में रोग ।।
बतलाते थे घर के लोग ।
करके कसरत बनो निरोग ।।
अब तो बस पढ़ने का काम ।
बन्द स्कूल में सब व्ययाम ।।
आओ बैठो भज लो राम ।
किसे याद है प्राणायाम ।।
सभी ओर दिखता संग्राम ।
चीख रही है जनता आम ।।
कौन लिया सिंहासन थाम ।
कौन चुगे अब गुठली आम ।।
इस जीवन में सत्य अनेक ।
कष्ट मगर सहता है एक ।।
कविवर लेते सुंदर टेक ।
फिर भी बोले गीत न नेक ।।
बने भवन है आलीशान ।
लेकिन उनके हृदय विरान ।।
रोटी कपड़ा ओर मकान ।
करते-करते मरा किसान ।।
बेटा करता मदिरा पान ।
बहू चाहिए गऊ समान ।।
बिगड़ गये घर के सुर ताल ।
बड़े घरो की यह है चाल ।।
देख ले ऊँचा खानदान ।
तब ही करना कन्यादान ।
दिया बहुत जिनको सम्मान ।
बेटी भेज दिया शमशान ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

जयकरी छन्द :- आओ मिलकर कर ले योग । क्यों पालें जीवन में रोग ।। बतलाते थे घर के लोग । करके कसरत बनो निरोग ।। अब तो बस पढ़ने का काम । बन्द स्क

16 Love

#कॉमेडी #बड़े #भाई

#भाई #बड़े खाये पिये खानदान की लगती है

135 View

#विचार #sad_shayari  White 
❤️दिल की बातें ❤️
❤️❤️❤️❤️
❤️❤️❤️
❤️जिंदगी में कुछ सीखो या ना❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
 ❤️सीखो मगर लोगों को पहचानना❤️
❤️  जरूर सीख लेना ❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
❤️क्योंकि जैसे लोग दिखते वैसे होते नहीं है❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
❤️ सिर्फ दिखावे के लिए अच्छे मत बनो ❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
❤️परमात्मा तुम्हें बाहर से नहीं ❤️
❤️बल्कि अंदर से जानता है❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
❤️ मीठे का शौक इसलिए भी रखते हैं❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
❤️ क्योंकि जिंदगी की हकीकत बहुत कड़वी है❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️

©PURAN SING‌H CHILWAL

#sad_shayari ❤️दिल से ❤️ दिल तक ❤️ 🙏🏾 अपने हक और सच बोले बेशुमार दुश्मन आपने खानदान में ही मिल जाएंगे बात सच है कड़वी है🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾❤️❤️

549 View

#उम्मीदों #नींदें #कविता #सपनों #अमीर #nojotohindi  White हम बहुत आम जगहों से आए थे
 बहुत आम जगहों पर रहे 
बहुत आम जगहों पर पढ़े और 
बेहद आम जगहों पर खाया 

जब अमीर लोग बड़े नोट निकाला करते थे 
हमारी जेब में कुछ सिक्के खनकते थे 

हम सब एक जैसे नहीं थे 
फिर भी हम शामिल थे 

रेस में एक ऐसे घोड़े की तरह 
जिसकी टाँगों पर पूरे 
खानदान की उम्मीदों का बोझ टिका था 
और वह बोझ इतना था कि 

थोड़ा और बढ़ते ही हम चटक सकते थे 
टूट सकते थे, बिखर सकते थे।

हमारे पास खोने को नींदें थीं और 
बेचने को सपने 
इसके अलावा कुछ और नहीं
 जिसे दाव पर लगा सकते। 

हमने पढ़ीं रात भर किताबें और
 लड़े सपनों के लिए कितना 
कुछ और था जो हम कर सकते थे 
पर मारे गए दूसरों की उम्मीदों पर ख़रा उतरते हुए ।

©Shivkumar

#mango_tree #mango #Nojoto #nojotohindi हम बहुत #आम जगहों से आए थे बहुत आम जगहों पर रहे बहुत आम जगहों पर पढ़े और बेहद आम जगहों पर खा

135 View

जयकरी छन्द :- आओ मिलकर कर ले योग । क्यों पालें जीवन में रोग ।। बतलाते थे घर के लोग । करके कसरत बनो निरोग ।। अब तो बस पढ़ने का काम । बन्द स्कूल में सब व्ययाम ।। आओ बैठो भज लो राम । किसे याद है प्राणायाम ।। सभी ओर दिखता संग्राम । चीख रही है जनता आम ।। कौन लिया सिंहासन थाम । कौन चुगे अब गुठली आम ।। इस जीवन में सत्य अनेक । कष्ट मगर सहता है एक ।। कविवर लेते सुंदर टेक । फिर भी बोले गीत न नेक ।। बने भवन है आलीशान । लेकिन उनके हृदय विरान ।। रोटी कपड़ा ओर मकान । करते-करते मरा किसान ।। बेटा करता मदिरा पान । बहू चाहिए गऊ समान ।। बिगड़ गये घर के सुर ताल । बड़े घरो की यह है चाल ।। देख ले ऊँचा खानदान । तब ही करना कन्यादान । दिया बहुत जिनको सम्मान । बेटी भेज दिया शमशान ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  जयकरी छन्द :-

आओ मिलकर कर ले योग ।
क्यों पालें जीवन में रोग ।।
बतलाते थे घर के लोग ।
करके कसरत बनो निरोग ।।
अब तो बस पढ़ने का काम ।
बन्द स्कूल में सब व्ययाम ।।
आओ बैठो भज लो राम ।
किसे याद है प्राणायाम ।।
सभी ओर दिखता संग्राम ।
चीख रही है जनता आम ।।
कौन लिया सिंहासन थाम ।
कौन चुगे अब गुठली आम ।।
इस जीवन में सत्य अनेक ।
कष्ट मगर सहता है एक ।।
कविवर लेते सुंदर टेक ।
फिर भी बोले गीत न नेक ।।
बने भवन है आलीशान ।
लेकिन उनके हृदय विरान ।।
रोटी कपड़ा ओर मकान ।
करते-करते मरा किसान ।।
बेटा करता मदिरा पान ।
बहू चाहिए गऊ समान ।।
बिगड़ गये घर के सुर ताल ।
बड़े घरो की यह है चाल ।।
देख ले ऊँचा खानदान ।
तब ही करना कन्यादान ।
दिया बहुत जिनको सम्मान ।
बेटी भेज दिया शमशान ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

जयकरी छन्द :- आओ मिलकर कर ले योग । क्यों पालें जीवन में रोग ।। बतलाते थे घर के लोग । करके कसरत बनो निरोग ।। अब तो बस पढ़ने का काम । बन्द स्क

16 Love

#कॉमेडी #बड़े #भाई

#भाई #बड़े खाये पिये खानदान की लगती है

135 View

#विचार #sad_shayari  White 
❤️दिल की बातें ❤️
❤️❤️❤️❤️
❤️❤️❤️
❤️जिंदगी में कुछ सीखो या ना❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
 ❤️सीखो मगर लोगों को पहचानना❤️
❤️  जरूर सीख लेना ❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
❤️क्योंकि जैसे लोग दिखते वैसे होते नहीं है❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
❤️ सिर्फ दिखावे के लिए अच्छे मत बनो ❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
❤️परमात्मा तुम्हें बाहर से नहीं ❤️
❤️बल्कि अंदर से जानता है❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
❤️ मीठे का शौक इसलिए भी रखते हैं❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
❤️ क्योंकि जिंदगी की हकीकत बहुत कड़वी है❤️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️

©PURAN SING‌H CHILWAL

#sad_shayari ❤️दिल से ❤️ दिल तक ❤️ 🙏🏾 अपने हक और सच बोले बेशुमार दुश्मन आपने खानदान में ही मिल जाएंगे बात सच है कड़वी है🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾❤️❤️

549 View

#उम्मीदों #नींदें #कविता #सपनों #अमीर #nojotohindi  White हम बहुत आम जगहों से आए थे
 बहुत आम जगहों पर रहे 
बहुत आम जगहों पर पढ़े और 
बेहद आम जगहों पर खाया 

जब अमीर लोग बड़े नोट निकाला करते थे 
हमारी जेब में कुछ सिक्के खनकते थे 

हम सब एक जैसे नहीं थे 
फिर भी हम शामिल थे 

रेस में एक ऐसे घोड़े की तरह 
जिसकी टाँगों पर पूरे 
खानदान की उम्मीदों का बोझ टिका था 
और वह बोझ इतना था कि 

थोड़ा और बढ़ते ही हम चटक सकते थे 
टूट सकते थे, बिखर सकते थे।

हमारे पास खोने को नींदें थीं और 
बेचने को सपने 
इसके अलावा कुछ और नहीं
 जिसे दाव पर लगा सकते। 

हमने पढ़ीं रात भर किताबें और
 लड़े सपनों के लिए कितना 
कुछ और था जो हम कर सकते थे 
पर मारे गए दूसरों की उम्मीदों पर ख़रा उतरते हुए ।

©Shivkumar

#mango_tree #mango #Nojoto #nojotohindi हम बहुत #आम जगहों से आए थे बहुत आम जगहों पर रहे बहुत आम जगहों पर पढ़े और बेहद आम जगहों पर खा

135 View

Trending Topic