tags

New बूँद बूँद Status, Photo, Video

Find the latest Status about बूँद बूँद from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about बूँद बूँद.

  • Latest
  • Popular
  • Video
 तेरी हर बात मोहब्बत में गवारा कर के ,
दिल के बाज़ार में बैठे हैं ख़सारा कर के ... 

आते जाते हैं कई रंग मिरे चेहरे पर ,
लोग लेते हैं मज़ा ज़िक्र तुम्हारा कर के ...

मैं वो दरिया हूँ कि हर बूँद भँवर है जिस की , 
तुम ने अच्छा ही किया मुझ से किनारा कर के ....

©꧁ARSHU꧂ارشد

तेरी हर बात मोहब्बत में गवारा कर के दिल के बाज़ार में बैठे हैं ख़सारा कर के आते जाते हैं कई रंग मिरे चेहरे पर लोग लेते हैं मज़ा ज़िक्र त

189 View

#शायरी

पानी की बूंद जब समुन्दर में होती है तब उसका कोई अस्तित्व नहीं होता। लेकिन जब वो बूँद पत्ते पर होती है तो मोती की तरह चमकती है।

99 View

White दोहा :- ये जो तेरी आँख में , भर आया है नीर । बिन इसके संसार में , खूब उठेगी पीर ।। संकट ये गंभीर है , मानो मेरी बात । बूँद-बूँद से भर घड़ा , आयी है बरसात ।। रोते फिरते आज जो, नही पास व्यापार । बैठे-बैठै लोग वह , वृक्ष करें तैयार ।। काम बड़ा छोटा नहीं , करो समय से काम । याद रखें ये आप भी , साथ रहें श्री राम ।। अधिक हुआ विज्ञान अब , आगे दिखे विनाश । सोच-सोच मानव सभी , होने लगे निराश ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  White दोहा :-

ये जो तेरी आँख में , भर आया है नीर ।
बिन इसके संसार में , खूब उठेगी पीर ।।

संकट ये गंभीर है , मानो मेरी बात ।
बूँद-बूँद से भर घड़ा , आयी है बरसात ।।

रोते फिरते आज जो, नही पास व्यापार ।
बैठे-बैठै लोग वह , वृक्ष करें तैयार ।।

काम बड़ा छोटा नहीं , करो समय से काम ।
याद रखें ये आप भी , साथ रहें श्री राम ।।

अधिक हुआ विज्ञान अब , आगे दिखे विनाश ।
सोच-सोच मानव सभी , होने लगे निराश ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- ये जो तेरी आँख में , भर आया है नीर । बिन इसके संसार में , खूब उठेगी पीर ।। संकट ये गंभीर है , मानो मेरी बात । बूँद-बूँद से भर घड़ा

11 Love

#election_results #विचार  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
*सत्य हमेशा पानी में*
*तेल की एक बूँद के 
समान होता है*

*आप कितना भी पानी डालें*
*वह हमेशा ऊपर ही तैरता है* ।

^इसलिए सच्चाइयाँ और*
*सच्चे सम्बन्ध हमेशा 
क़ायम रहते हैं*...!!

©N S Yadav GoldMine

#election_results {Bolo Ji Radhey Radhey} *सत्य हमेशा पानी में* *तेल की एक बूँद के समान होता है* *आप कितना भी पानी डालें* *वह हमेशा ऊपर ही

126 View

मुक्तक :-बूँद बूँद-बूँद को तरस रहा है , जग में हर इंसान । सूखी फसले देख-देखकर , रोता आज किसान । जीव-जन्तु की कौन करे फिर , बतलाओ परवाह- कुछ दौलत के आज नशे में , बन बैठे शैतान ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  मुक्तक :-बूँद

बूँद-बूँद को तरस रहा है ,
 जग में हर इंसान ।
सूखी फसले देख-देखकर ,
रोता आज किसान ।
जीव-जन्तु की कौन करे फिर , 
बतलाओ परवाह-
कुछ दौलत के आज नशे में ,
 बन बैठे शैतान ।।


महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

मुक्तक :-बूँद बूँद-बूँद को तरस रहा है , जग में हर इंसान । सूखी फसले देख-देखकर , रोता आज किसान । जीव-जन्तु की कौन करे फिर , बतलाओ परवाह-

15 Love

#शायरी #City  White पूछते थे ना कितनी मोहब्बत है हमें तुमसे?
लो गीन लो अब इन बारिश की बूँदों मैं!

©Mehfuza

#City पूछते थे ना कितनी मोहब्बत है हमें तुमसे? लो गीन लो अब इन बारिश की बूँदों मैं!

144 View

 तेरी हर बात मोहब्बत में गवारा कर के ,
दिल के बाज़ार में बैठे हैं ख़सारा कर के ... 

आते जाते हैं कई रंग मिरे चेहरे पर ,
लोग लेते हैं मज़ा ज़िक्र तुम्हारा कर के ...

मैं वो दरिया हूँ कि हर बूँद भँवर है जिस की , 
तुम ने अच्छा ही किया मुझ से किनारा कर के ....

©꧁ARSHU꧂ارشد

तेरी हर बात मोहब्बत में गवारा कर के दिल के बाज़ार में बैठे हैं ख़सारा कर के आते जाते हैं कई रंग मिरे चेहरे पर लोग लेते हैं मज़ा ज़िक्र त

189 View

#शायरी

पानी की बूंद जब समुन्दर में होती है तब उसका कोई अस्तित्व नहीं होता। लेकिन जब वो बूँद पत्ते पर होती है तो मोती की तरह चमकती है।

99 View

White दोहा :- ये जो तेरी आँख में , भर आया है नीर । बिन इसके संसार में , खूब उठेगी पीर ।। संकट ये गंभीर है , मानो मेरी बात । बूँद-बूँद से भर घड़ा , आयी है बरसात ।। रोते फिरते आज जो, नही पास व्यापार । बैठे-बैठै लोग वह , वृक्ष करें तैयार ।। काम बड़ा छोटा नहीं , करो समय से काम । याद रखें ये आप भी , साथ रहें श्री राम ।। अधिक हुआ विज्ञान अब , आगे दिखे विनाश । सोच-सोच मानव सभी , होने लगे निराश ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  White दोहा :-

ये जो तेरी आँख में , भर आया है नीर ।
बिन इसके संसार में , खूब उठेगी पीर ।।

संकट ये गंभीर है , मानो मेरी बात ।
बूँद-बूँद से भर घड़ा , आयी है बरसात ।।

रोते फिरते आज जो, नही पास व्यापार ।
बैठे-बैठै लोग वह , वृक्ष करें तैयार ।।

काम बड़ा छोटा नहीं , करो समय से काम ।
याद रखें ये आप भी , साथ रहें श्री राम ।।

अधिक हुआ विज्ञान अब , आगे दिखे विनाश ।
सोच-सोच मानव सभी , होने लगे निराश ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- ये जो तेरी आँख में , भर आया है नीर । बिन इसके संसार में , खूब उठेगी पीर ।। संकट ये गंभीर है , मानो मेरी बात । बूँद-बूँद से भर घड़ा

11 Love

#election_results #विचार  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
*सत्य हमेशा पानी में*
*तेल की एक बूँद के 
समान होता है*

*आप कितना भी पानी डालें*
*वह हमेशा ऊपर ही तैरता है* ।

^इसलिए सच्चाइयाँ और*
*सच्चे सम्बन्ध हमेशा 
क़ायम रहते हैं*...!!

©N S Yadav GoldMine

#election_results {Bolo Ji Radhey Radhey} *सत्य हमेशा पानी में* *तेल की एक बूँद के समान होता है* *आप कितना भी पानी डालें* *वह हमेशा ऊपर ही

126 View

मुक्तक :-बूँद बूँद-बूँद को तरस रहा है , जग में हर इंसान । सूखी फसले देख-देखकर , रोता आज किसान । जीव-जन्तु की कौन करे फिर , बतलाओ परवाह- कुछ दौलत के आज नशे में , बन बैठे शैतान ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  मुक्तक :-बूँद

बूँद-बूँद को तरस रहा है ,
 जग में हर इंसान ।
सूखी फसले देख-देखकर ,
रोता आज किसान ।
जीव-जन्तु की कौन करे फिर , 
बतलाओ परवाह-
कुछ दौलत के आज नशे में ,
 बन बैठे शैतान ।।


महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

मुक्तक :-बूँद बूँद-बूँद को तरस रहा है , जग में हर इंसान । सूखी फसले देख-देखकर , रोता आज किसान । जीव-जन्तु की कौन करे फिर , बतलाओ परवाह-

15 Love

#शायरी #City  White पूछते थे ना कितनी मोहब्बत है हमें तुमसे?
लो गीन लो अब इन बारिश की बूँदों मैं!

©Mehfuza

#City पूछते थे ना कितनी मोहब्बत है हमें तुमसे? लो गीन लो अब इन बारिश की बूँदों मैं!

144 View

Trending Topic