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White ये दुनिया पुरा जहान करे युवा, बूढ़ा ,जवान करे ये उत्सव है लोक तंत्र का आओ मिलकर मतदान करे ©प्रेम कुमार रावत

#विचार #VoteForIndia  White  ये दुनिया पुरा जहान करे 
युवा, बूढ़ा ,जवान करे
ये उत्सव है लोक तंत्र का
आओ मिलकर मतदान करे

©प्रेम कुमार रावत

#VoteForIndia ये दुनिया पुरा जहान करे युवा बूढ़ा जवान करे ये उत्सव है लोक तंत्र का आओ मिलकर मतदान करे

10 Love

#भक्ति #shrirammandir

#shrirammandir संस्कृत श्लोक बच्चनं के द्वारा विद्या नाम नरेश स्वरूप मधीकम

162 View

#विचार #Shots #thots #Yoga

प्रकर्ति और पुरुष विद्या और अविधा जिव | Yogi Sonu | Thots #Yoga #Shots #thots

135 View

#विचार #bachpan  {Bolo Ji Radhey Radhey}
🎆 पूजा का किसी भी धार्मिक व्यक्ति के जीवन में बहुत अधिक महत्व होता है। कोई भी व्यक्ति अपने किसी ईष्ट को, अपने किसी देवता को, किसी गुरु को मानता है, तो वह उनकी कृपा भी चाहता है। वह चाहता है कि उसके ईष्ट, देवता हमेशा उसके साथ रहें, गुरु का उसे मार्गदर्शन मिलता रहे। इसी कृपा प्राप्ति के लिए जो भी साधन या कर्मकांड अथवा क्रियांए की जाती हैं, उन्हें पूजा विधि कहते हैं। धर्मक्षेत्र के अलावा कर्मक्षेत्र में भी पूजा का बहुत महत्व है इसलिये काम को भी लोग पूजा मानते हैं।

🎆 जिस प्रकार हर काम के करने की एक विधि होती है, एक तरीका होता है, उसी प्रकार पूजा की भी विधियां होती हैं, क्योंकि पूजा का क्षेत्र भी धर्म के क्षेत्र जितना ही व्यापक है। हर धर्म, हर क्षेत्र की संस्कृति के अनुसार ही वहां की पूजा विधियां भी होती हैं। मसलन मुस्लिम नमाज अदा करते हैं, तो हिंदू भजन कीर्तन, मंत्रोच्चारण हवन आदि, सिख गुरु ग्रंथ साहब के सामने माथा टेकते हैं, तो ईसाई प्रार्थनाएं करते हैं। इस तरह हर देवी-देवता, तीज-त्यौहार आदि को मनाने के लिए, अपने ईष्ट - देवता को मनाने की, खुश करने की अलग-अलग पद्धतियां हैं, इन्हें ही पूजा-पद्धतियां कहा जाता है।

🎆 जिस प्रकार गलत तरीके से किया गया कोई भी कार्य फलदायी नहीं होता, उसी प्रकार गलत विधि से की गई पूजा भी निष्फल होती है। जिस प्रकार वैज्ञानिक प्रयोगों में रसायनों का उचित मात्रा अथवा उचित मेल न किया जाये, तो वह दुर्घटना का कारण भी बन जाते हैं, उसी प्रकार गलत मंत्रोच्चारण अथवा गलत पूजा-पद्धति के प्रयोग से विपरीत प्रभाव भी पड़ते हैं, विशेषकर तंत्र विद्या में तो गलती की माफी नहीं ही मिलती। ये कर्म काण्ड है, और भगवान श्री कृष्ण की मन से की गई भक्ति सर्वोत्तम और सर्वोपरि तथा सर्वसश्रेष्ठ हैं।।

©N S Yadav GoldMine

#bachpan {Bolo Ji Radhey Radhey} 🎆 पूजा का किसी भी धार्मिक व्यक्ति के जीवन में बहुत अधिक महत्व होता है। कोई भी व्यक्ति अपने किसी ईष्ट को, अप

117 View

#विद्या
#कविता #nojotohindi #Likho  पल्लव की डायरी
ओढे जिसने अम्बर के वस्त्र
नग्न दिगम्बर धारी था
संयम के उपकरण धार लिये
पथ उसका वीतरागी था
चेतनता को जिसने जीवित रखा
आत्म स्वाद पाया था
भोगवाद की व्यथा से दूर
आत्मबल की पराकाष्ठा को पाया था
विद्या सागर ने इस कलिकाल में महावीर बन
जन्म मरण से मुक्ति पाने
संथारा समाधिस्त होकर
कालिमा आत्मा से हटाया था
भव भव से अब मुक्ति होगी
बोध सिद्धत का पाओगे
                                    प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#Likho विद्या सागर जी महाराज के समाधी और संथारा पर विशेष #nojotohindi

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White ये दुनिया पुरा जहान करे युवा, बूढ़ा ,जवान करे ये उत्सव है लोक तंत्र का आओ मिलकर मतदान करे ©प्रेम कुमार रावत

#विचार #VoteForIndia  White  ये दुनिया पुरा जहान करे 
युवा, बूढ़ा ,जवान करे
ये उत्सव है लोक तंत्र का
आओ मिलकर मतदान करे

©प्रेम कुमार रावत

#VoteForIndia ये दुनिया पुरा जहान करे युवा बूढ़ा जवान करे ये उत्सव है लोक तंत्र का आओ मिलकर मतदान करे

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#भक्ति #shrirammandir

#shrirammandir संस्कृत श्लोक बच्चनं के द्वारा विद्या नाम नरेश स्वरूप मधीकम

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#विचार #Shots #thots #Yoga

प्रकर्ति और पुरुष विद्या और अविधा जिव | Yogi Sonu | Thots #Yoga #Shots #thots

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#विचार #bachpan  {Bolo Ji Radhey Radhey}
🎆 पूजा का किसी भी धार्मिक व्यक्ति के जीवन में बहुत अधिक महत्व होता है। कोई भी व्यक्ति अपने किसी ईष्ट को, अपने किसी देवता को, किसी गुरु को मानता है, तो वह उनकी कृपा भी चाहता है। वह चाहता है कि उसके ईष्ट, देवता हमेशा उसके साथ रहें, गुरु का उसे मार्गदर्शन मिलता रहे। इसी कृपा प्राप्ति के लिए जो भी साधन या कर्मकांड अथवा क्रियांए की जाती हैं, उन्हें पूजा विधि कहते हैं। धर्मक्षेत्र के अलावा कर्मक्षेत्र में भी पूजा का बहुत महत्व है इसलिये काम को भी लोग पूजा मानते हैं।

🎆 जिस प्रकार हर काम के करने की एक विधि होती है, एक तरीका होता है, उसी प्रकार पूजा की भी विधियां होती हैं, क्योंकि पूजा का क्षेत्र भी धर्म के क्षेत्र जितना ही व्यापक है। हर धर्म, हर क्षेत्र की संस्कृति के अनुसार ही वहां की पूजा विधियां भी होती हैं। मसलन मुस्लिम नमाज अदा करते हैं, तो हिंदू भजन कीर्तन, मंत्रोच्चारण हवन आदि, सिख गुरु ग्रंथ साहब के सामने माथा टेकते हैं, तो ईसाई प्रार्थनाएं करते हैं। इस तरह हर देवी-देवता, तीज-त्यौहार आदि को मनाने के लिए, अपने ईष्ट - देवता को मनाने की, खुश करने की अलग-अलग पद्धतियां हैं, इन्हें ही पूजा-पद्धतियां कहा जाता है।

🎆 जिस प्रकार गलत तरीके से किया गया कोई भी कार्य फलदायी नहीं होता, उसी प्रकार गलत विधि से की गई पूजा भी निष्फल होती है। जिस प्रकार वैज्ञानिक प्रयोगों में रसायनों का उचित मात्रा अथवा उचित मेल न किया जाये, तो वह दुर्घटना का कारण भी बन जाते हैं, उसी प्रकार गलत मंत्रोच्चारण अथवा गलत पूजा-पद्धति के प्रयोग से विपरीत प्रभाव भी पड़ते हैं, विशेषकर तंत्र विद्या में तो गलती की माफी नहीं ही मिलती। ये कर्म काण्ड है, और भगवान श्री कृष्ण की मन से की गई भक्ति सर्वोत्तम और सर्वोपरि तथा सर्वसश्रेष्ठ हैं।।

©N S Yadav GoldMine

#bachpan {Bolo Ji Radhey Radhey} 🎆 पूजा का किसी भी धार्मिक व्यक्ति के जीवन में बहुत अधिक महत्व होता है। कोई भी व्यक्ति अपने किसी ईष्ट को, अप

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#विद्या
#कविता #nojotohindi #Likho  पल्लव की डायरी
ओढे जिसने अम्बर के वस्त्र
नग्न दिगम्बर धारी था
संयम के उपकरण धार लिये
पथ उसका वीतरागी था
चेतनता को जिसने जीवित रखा
आत्म स्वाद पाया था
भोगवाद की व्यथा से दूर
आत्मबल की पराकाष्ठा को पाया था
विद्या सागर ने इस कलिकाल में महावीर बन
जन्म मरण से मुक्ति पाने
संथारा समाधिस्त होकर
कालिमा आत्मा से हटाया था
भव भव से अब मुक्ति होगी
बोध सिद्धत का पाओगे
                                    प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#Likho विद्या सागर जी महाराज के समाधी और संथारा पर विशेष #nojotohindi

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