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New संयोग श्रृंगार रस की कविता Status, Photo, Video

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#कविता #Ind_vs_pak

#Ind_vs_pak मुक्तक स्वरचित/मौलिक वीर रस

27 View

#Hinfipoetry

#Hinfipoetry नागार्जुन की कविता : -कालीदास

135 View

#कविता #काव्य

#काव्य रस

135 View

White हमें लगता था यारो आज तो उम्दा परोसेंगे ख़बर कब थी सयाने लोग भी चरबा परोसेंगे परोसीं हैं लबों से आपने तो रस भरी बातें बता दीजे सजल नैनों से अपने क्या परोसेंगे? ©Ghumnam Gautam

#बातें #विचार #ghumnamgautam #चरबा #sad_quotes  White हमें लगता था यारो आज तो उम्दा परोसेंगे
ख़बर कब थी सयाने लोग भी चरबा परोसेंगे
परोसीं हैं लबों से आपने तो रस भरी बातें
बता दीजे सजल नैनों से अपने क्या परोसेंगे?

©Ghumnam Gautam

White कुनबे का सरदार है तू, लाखों दिल का प्यार है तू, गज़ल कही है रूमानी, धड़कन की झंकार है तू, दिखलाई दे दूर तलक, ताक़तवर मीनार है तू, करे सुरक्षा सरहद की, इक अभेद्य दीवार है तू, प्यास बुझाए प्यासों की, मीठा जल रसधार है तू, तप्त धरा का जनजीवन, सावन माह फुहार है तू, 'गुंजन' रब से वाबस्ता, फसलों का श्रृंगार है तू, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ• प्र• ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #फसलों  White कुनबे  का  सरदार  है  तू, 
लाखों दिल का प्यार है तू,

गज़ल  कही  है  रूमानी, 
धड़कन की झंकार है तू,

दिखलाई  दे  दूर  तलक, 
ताक़तवर  मीनार  है  तू,

करे  सुरक्षा  सरहद  की, 
इक  अभेद्य दीवार है तू,

प्यास बुझाए प्यासों की, 
मीठा जल  रसधार है तू,

तप्त धरा का जनजीवन, 
सावन माह  फुहार  है तू,

'गुंजन'  रब  से  वाबस्ता,
फसलों  का  श्रृंगार है तू,
 -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
       प्रयागराज उ• प्र•

©Shashi Bhushan Mishra

#फसलों का श्रृंगार है तू#

9 Love

#शायरी #chaandsifarish  मेरी आंखों को किसी श्रृंगार की जरूरत नहीं
मेरे पलको का आंसुओं से बड़ा खूब रिश्ता है..

©єηмσηтισηѕ

श्रृंगार ए चश्म #chaandsifarish #life

117 View

#श्रृंगार #शायरी  श्रृंगार
------

वो जो आइने की नज़र से ख़ुद को इतना निहारती है श्रृंगार से जी नहीं भरता या निहरनेवालों की नज़र रास नहीं आती

शायर: मनीष राज

©Manish Raaj
#CheerfulLove  झीलें क्या है......उसकी आंखें

#CheerfulLove अरूण आनंद सर की कविता ....

108 View

#कविता #Ind_vs_pak

#Ind_vs_pak मुक्तक स्वरचित/मौलिक वीर रस

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#Hinfipoetry

#Hinfipoetry नागार्जुन की कविता : -कालीदास

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#कविता #काव्य

#काव्य रस

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White हमें लगता था यारो आज तो उम्दा परोसेंगे ख़बर कब थी सयाने लोग भी चरबा परोसेंगे परोसीं हैं लबों से आपने तो रस भरी बातें बता दीजे सजल नैनों से अपने क्या परोसेंगे? ©Ghumnam Gautam

#बातें #विचार #ghumnamgautam #चरबा #sad_quotes  White हमें लगता था यारो आज तो उम्दा परोसेंगे
ख़बर कब थी सयाने लोग भी चरबा परोसेंगे
परोसीं हैं लबों से आपने तो रस भरी बातें
बता दीजे सजल नैनों से अपने क्या परोसेंगे?

©Ghumnam Gautam

White कुनबे का सरदार है तू, लाखों दिल का प्यार है तू, गज़ल कही है रूमानी, धड़कन की झंकार है तू, दिखलाई दे दूर तलक, ताक़तवर मीनार है तू, करे सुरक्षा सरहद की, इक अभेद्य दीवार है तू, प्यास बुझाए प्यासों की, मीठा जल रसधार है तू, तप्त धरा का जनजीवन, सावन माह फुहार है तू, 'गुंजन' रब से वाबस्ता, फसलों का श्रृंगार है तू, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ• प्र• ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #फसलों  White कुनबे  का  सरदार  है  तू, 
लाखों दिल का प्यार है तू,

गज़ल  कही  है  रूमानी, 
धड़कन की झंकार है तू,

दिखलाई  दे  दूर  तलक, 
ताक़तवर  मीनार  है  तू,

करे  सुरक्षा  सरहद  की, 
इक  अभेद्य दीवार है तू,

प्यास बुझाए प्यासों की, 
मीठा जल  रसधार है तू,

तप्त धरा का जनजीवन, 
सावन माह  फुहार  है तू,

'गुंजन'  रब  से  वाबस्ता,
फसलों  का  श्रृंगार है तू,
 -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
       प्रयागराज उ• प्र•

©Shashi Bhushan Mishra

#फसलों का श्रृंगार है तू#

9 Love

#शायरी #chaandsifarish  मेरी आंखों को किसी श्रृंगार की जरूरत नहीं
मेरे पलको का आंसुओं से बड़ा खूब रिश्ता है..

©єηмσηтισηѕ

श्रृंगार ए चश्म #chaandsifarish #life

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#श्रृंगार #शायरी  श्रृंगार
------

वो जो आइने की नज़र से ख़ुद को इतना निहारती है श्रृंगार से जी नहीं भरता या निहरनेवालों की नज़र रास नहीं आती

शायर: मनीष राज

©Manish Raaj
#CheerfulLove  झीलें क्या है......उसकी आंखें

#CheerfulLove अरूण आनंद सर की कविता ....

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