tags

New गुजारी इंडिकेटर Status, Photo, Video

Find the latest Status about गुजारी इंडिकेटर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about गुजारी इंडिकेटर.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#प्रहरों #अरमानों #जिंदगी #सदियों #रातदिन #दो_जून  White दो जून की भी ,, मयस्सर नहीं उनको
नो - नो जूनो से बांधा गया है जिनको
सुबह शामों आठों यामों में 
उलझ रहें हैं बस काम और कामों में ,,,
और कमाल ये कि 
जिनके लिए जिंदगी झोंकी ,,
सपने  मारे,,
अरमानों के गले दबाए 
खून के आसू दिल को पिलाए,,,
वो कहे तुम काम न आए 
किए नहीं कुछ भी काम हमारे,,,

रात दिन और दोपहरों 
भटकते फिरते हैं, हर घर ,
गांव डगर और शहरों 
हर घड़ी पल छिन और सारे प्रहरों 
बरस रहे हो हम पर सारे क्रूर कहरों 
इधर उधर, यहां वहां 
जाने भटके कहां कहां,,,
सफर ना मंजिल ना हमसफर हमारे ,, 
किधर जाएं हम कहां जाके ढहरें

महीने बीते सालें गुजारी लगता जैसे सदियों से ये जिन्दगी किसी नर्क में ढहरी,,,,
  ,,,,.rky.......१.......१६२५.,,,,,,

©Rakesh frnds4ever

#दो_जून की भी ,, मयस्सर नहीं उनको नो - नो जूनो से बांधा गया है जिनको #सुबह #शामों आठों यामों में उलझ रहें हैं बस काम और कामों में ,,, और क

135 View

White सरसी/कबीर छन्द  मातु-पिता के चरणों में हैं , अपने सारे धाम । उनकी सेवा करने से ही , खुश हो प्रभु श्री राम ।। नही भ्रमण दुनिया का करना , मातु-पिता जो संग । थाम उन्हीं की उँगली देखा, दुनिया के सब ढ़ंग ।। मातु-पिता ही देव हमारे , करता वंदन नित्य । रहूँ शरण मैं हरपल उनकी ,यह ही है औचित्य  ।। मान-लिया वट वृक्ष पिता को, पाता शीतल छाँव । यही आसरा मिलता हमको , यह ही सुंदर ठाँव ।। मातु-पिता का ऋण है कैसा ,कहती जो संतान । वही दुष्ट प्राणी है जग में,खोता नित सम्मान ।। कैसे-कैसे ताने देकर ,पँहुचाते हो ठेस । कैसे तुम बिन रात गुजारी , कैसे बदले भेस ।। आज प्रखर की बातें सुनकर , उठी हृदय में पीर । जाकर पहले पोछों उनकी , तुम आँखों से नीर ।। मातु-पिता का दिल ही होता, गंगा जैसा साफ । कितना भी सुत गलती करता, कर देते वह माफ ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  White सरसी/कबीर छन्द 

मातु-पिता के चरणों में हैं , अपने सारे धाम ।
उनकी सेवा करने से ही , खुश हो प्रभु श्री राम ।।

नही भ्रमण दुनिया का करना , मातु-पिता जो संग ।
थाम उन्हीं की उँगली देखा, दुनिया के सब ढ़ंग ।।

मातु-पिता ही देव हमारे , करता वंदन नित्य ।
रहूँ शरण मैं हरपल उनकी ,यह ही है औचित्य  ।।

मान-लिया वट वृक्ष पिता को, पाता शीतल छाँव ।
यही आसरा मिलता हमको , यह ही सुंदर ठाँव ।।

मातु-पिता का ऋण है कैसा ,कहती जो संतान ।
वही दुष्ट प्राणी है जग में,खोता नित सम्मान ।।

कैसे-कैसे ताने देकर ,पँहुचाते हो ठेस ।
कैसे तुम बिन रात गुजारी , कैसे बदले भेस ।।

आज प्रखर की बातें सुनकर , उठी हृदय में पीर ।
जाकर पहले पोछों उनकी , तुम आँखों से नीर ।।

मातु-पिता का दिल ही होता, गंगा जैसा साफ ।
कितना भी सुत गलती करता, कर देते वह माफ ।।


महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

सरसी/कबीर छन्द  मातु-पिता के चरणों में हैं , अपने सारे धाम । उनकी सेवा करने से ही , खुश हो प्रभु श्री राम ।। नही भ्रमण दुनिया का करना , मा

13 Love

#shamawritesBebaak #SjamawritesBebaa #writersofindia #poetsofindia #nojotohindi #sad_shayari  White जो हक बात कहने से इंकार कर रहा है,वो 
जरूर माल विरसे का अकेले डकार रहा है//१

गर है जो जमीर से जिंदा,तो समझिए,वो
 जरूरजी अपने अहदो वकार में रहा है//२

अपनी औलाद से अदल परवरिश का सबूत है,
जो ऐसा न कर सके वो जरूर बेकार रहा है//३

जो भोला*पाड़ा हड़प लें अपने हमशीरी का*विरसा,
वो जरूर दोगली भैंस का *शीर चटकार रहा है//४

जिसने की है बसर हयात को सब्र शुक्र गुजारी में,
जरूर उनके चश्म में बेशुमार अश्कों का गुबार रहा है/

"शमा"जो नही रहते अपने ईमान पे कायम,
उनका हश्र,बरोजे महशर कितना दुश्वार रहा है//६
#SjamawritesBebaa

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#sad_shayari जो हक बात कहने से इंकार कर रहा है,वो जरूर माल*विरसे का अकेले डकार रहा है//१*विरासत गर है जो जमीर से जिंदा,तो समझिए,वो जरूर जी

675 View

#लव #Night  White मैने तो बहुत तन्हा राते गुजारी है ,,
परेशानी तो उन्हें होगी..
 जिन्हे किसी और की आदत है ...!!

©Keshav baba

मैने तो बहुत तन्हा राते गुजारी है ,, परेशानी तो उन्हें होगी.. जिन्हे किसी और की आदत है ...!! #Night

261 View

#प्रहरों #अरमानों #जिंदगी #सदियों #रातदिन #दो_जून  White दो जून की भी ,, मयस्सर नहीं उनको
नो - नो जूनो से बांधा गया है जिनको
सुबह शामों आठों यामों में 
उलझ रहें हैं बस काम और कामों में ,,,
और कमाल ये कि 
जिनके लिए जिंदगी झोंकी ,,
सपने  मारे,,
अरमानों के गले दबाए 
खून के आसू दिल को पिलाए,,,
वो कहे तुम काम न आए 
किए नहीं कुछ भी काम हमारे,,,

रात दिन और दोपहरों 
भटकते फिरते हैं, हर घर ,
गांव डगर और शहरों 
हर घड़ी पल छिन और सारे प्रहरों 
बरस रहे हो हम पर सारे क्रूर कहरों 
इधर उधर, यहां वहां 
जाने भटके कहां कहां,,,
सफर ना मंजिल ना हमसफर हमारे ,, 
किधर जाएं हम कहां जाके ढहरें

महीने बीते सालें गुजारी लगता जैसे सदियों से ये जिन्दगी किसी नर्क में ढहरी,,,,
  ,,,,.rky.......१.......१६२५.,,,,,,

©Rakesh frnds4ever

#दो_जून की भी ,, मयस्सर नहीं उनको नो - नो जूनो से बांधा गया है जिनको #सुबह #शामों आठों यामों में उलझ रहें हैं बस काम और कामों में ,,, और क

135 View

White सरसी/कबीर छन्द  मातु-पिता के चरणों में हैं , अपने सारे धाम । उनकी सेवा करने से ही , खुश हो प्रभु श्री राम ।। नही भ्रमण दुनिया का करना , मातु-पिता जो संग । थाम उन्हीं की उँगली देखा, दुनिया के सब ढ़ंग ।। मातु-पिता ही देव हमारे , करता वंदन नित्य । रहूँ शरण मैं हरपल उनकी ,यह ही है औचित्य  ।। मान-लिया वट वृक्ष पिता को, पाता शीतल छाँव । यही आसरा मिलता हमको , यह ही सुंदर ठाँव ।। मातु-पिता का ऋण है कैसा ,कहती जो संतान । वही दुष्ट प्राणी है जग में,खोता नित सम्मान ।। कैसे-कैसे ताने देकर ,पँहुचाते हो ठेस । कैसे तुम बिन रात गुजारी , कैसे बदले भेस ।। आज प्रखर की बातें सुनकर , उठी हृदय में पीर । जाकर पहले पोछों उनकी , तुम आँखों से नीर ।। मातु-पिता का दिल ही होता, गंगा जैसा साफ । कितना भी सुत गलती करता, कर देते वह माफ ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  White सरसी/कबीर छन्द 

मातु-पिता के चरणों में हैं , अपने सारे धाम ।
उनकी सेवा करने से ही , खुश हो प्रभु श्री राम ।।

नही भ्रमण दुनिया का करना , मातु-पिता जो संग ।
थाम उन्हीं की उँगली देखा, दुनिया के सब ढ़ंग ।।

मातु-पिता ही देव हमारे , करता वंदन नित्य ।
रहूँ शरण मैं हरपल उनकी ,यह ही है औचित्य  ।।

मान-लिया वट वृक्ष पिता को, पाता शीतल छाँव ।
यही आसरा मिलता हमको , यह ही सुंदर ठाँव ।।

मातु-पिता का ऋण है कैसा ,कहती जो संतान ।
वही दुष्ट प्राणी है जग में,खोता नित सम्मान ।।

कैसे-कैसे ताने देकर ,पँहुचाते हो ठेस ।
कैसे तुम बिन रात गुजारी , कैसे बदले भेस ।।

आज प्रखर की बातें सुनकर , उठी हृदय में पीर ।
जाकर पहले पोछों उनकी , तुम आँखों से नीर ।।

मातु-पिता का दिल ही होता, गंगा जैसा साफ ।
कितना भी सुत गलती करता, कर देते वह माफ ।।


महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

सरसी/कबीर छन्द  मातु-पिता के चरणों में हैं , अपने सारे धाम । उनकी सेवा करने से ही , खुश हो प्रभु श्री राम ।। नही भ्रमण दुनिया का करना , मा

13 Love

#shamawritesBebaak #SjamawritesBebaa #writersofindia #poetsofindia #nojotohindi #sad_shayari  White जो हक बात कहने से इंकार कर रहा है,वो 
जरूर माल विरसे का अकेले डकार रहा है//१

गर है जो जमीर से जिंदा,तो समझिए,वो
 जरूरजी अपने अहदो वकार में रहा है//२

अपनी औलाद से अदल परवरिश का सबूत है,
जो ऐसा न कर सके वो जरूर बेकार रहा है//३

जो भोला*पाड़ा हड़प लें अपने हमशीरी का*विरसा,
वो जरूर दोगली भैंस का *शीर चटकार रहा है//४

जिसने की है बसर हयात को सब्र शुक्र गुजारी में,
जरूर उनके चश्म में बेशुमार अश्कों का गुबार रहा है/

"शमा"जो नही रहते अपने ईमान पे कायम,
उनका हश्र,बरोजे महशर कितना दुश्वार रहा है//६
#SjamawritesBebaa

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#sad_shayari जो हक बात कहने से इंकार कर रहा है,वो जरूर माल*विरसे का अकेले डकार रहा है//१*विरासत गर है जो जमीर से जिंदा,तो समझिए,वो जरूर जी

675 View

#लव #Night  White मैने तो बहुत तन्हा राते गुजारी है ,,
परेशानी तो उन्हें होगी..
 जिन्हे किसी और की आदत है ...!!

©Keshav baba

मैने तो बहुत तन्हा राते गुजारी है ,, परेशानी तो उन्हें होगी.. जिन्हे किसी और की आदत है ...!! #Night

261 View

Trending Topic