tags

New रावण का महल Status, Photo, Video

Find the latest Status about रावण का महल from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about रावण का महल.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#शायरी #MainMusafirHoon #maunkasangeet #रावण #महान

आज नहीं तो कल बनाना है, मुझें घर नहीं , महल बनाना है..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya

#beautifulhouse #महल  आज नहीं तो कल बनाना है,

मुझें  घर  नहीं , महल  बनाना  है..!!

- अरुन आर्या

©- Arun Aarya

#beautifulhouse #महल बनाना है।

13 Love

#हॉरर  राहुल को अपनी जान बचाने के लिए अब आगे बढ़ने की कोशिश करते हुए, उसने हवेली के अंदर की खोज की। वह दीवारों के पीछे छिपे हुए गुप्त रास्तों को खोजने लगा, लेकिन कोई उम्मीदवार नहीं मिला। समय बीत रहा था और भूत उसके पास आ रहा था।

आखिरकार, राहुल ने अपनी टॉर्च को बाहर निकाला और भूत को प्रकाश में लपेटा। उसकी डरावनी चीख के साथ, भूत ने डगमगाते हुए पीछे हटकर अंधकार में ग़ायब हो गया।

हवेली के दरवाज़े खुल गए, और राहुल भागते हुए बाहर निकल गया। वह सुरक्षित था, लेकिन उसके जीवन में वह भूतिया अनुभव सदैव याद रहेगा। उसने सीखा कि कभी-कभी, भूतों की कहानियों की बात सत्य हो सकती है, और कुछ रहस्य बेहतर हैं कि वे अनसुलझे ही रहें। ( End)

©Naren K

भूतिया महल... (End)

63 View

#हॉरर  जैसे ही वह महल की मुख्य सीढ़ी तक पहुंचा, राहुल ने अंधकार में एक आत्मा की आवाज़ सुनी। डर के साथ फ्रोज़न होकर, उसने देखा कि आत्मा एक डरावना रूप लिया हुआ था। यह एक महिला का आत्मा था, जिसकी आँखों में नफरत और क्रोध था।

राहुल को यह जानकर कि भूत उसे हानि पहुंचाना चाहता है, वह भागने के लिए मुड़ा, लेकिन दरवाज़े पीछे से बंद हो गए, जो उसे हवेली के अंदर बंद कर दिया। भूत उसके पास बढ़ रहा था, और उसके लिए दौड़ने का कोई रास्ता नहीं था...(part-3)

©Naren K

भुतीया महल .. ( part-3)

81 View

#सपनों_का_महल #nojotohindipoetry #sandiprohila #nojotohindi  सपनों का महल

सपनों का एक महल बना था,
पलकों में जो मेरे सजा था।
बिखर न जाए कहीं पत्तों सा,
ऐसा मेरे मन में रमा था।

हर पल को ही पिरोया मैंने,
बीज को उसके बोया मैंने।
पाऊँ सफलता आगे चलकर,
गीत यही गुनगुनाया मैंने।

अच्छे से सब कुछ चल रहा था,
मगन मैं भी अब झूम रहा था।
देख रहा जो महल सपनों का,
उसे ही अब मैं ढूंँढ़ रहा था।

आँखें खुलीं तो मैंने पाया,
महल सपनों का बिखरा पाया।
हर एक सपना उजड़ चुका था,
देख खुद को ही बेबस पाया।

सपनों का एक महल बना था,
पलकों में जो मेरे सजा था।
बिखर गया वो कहीं पत्तों सा,
जो की मेरे मन में रमा था।
.......................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#सपनों_का_महल #nojotohindi #nojotohindipoetry सपनों का महल सपनों का एक महल बना था, पलकों में जो मेरे सजा था। बिखर न जाए कहीं पत्तों सा, ऐ

711 View

#रावण_हुँ_मैं_राम_नहीं #जयश्रीकृष्णा #स्टोरी #shivamsonakiya #रावण #jayshreeram  मैं रावण हुं.....!
#शायरी #MainMusafirHoon #maunkasangeet #रावण #महान

आज नहीं तो कल बनाना है, मुझें घर नहीं , महल बनाना है..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya

#beautifulhouse #महल  आज नहीं तो कल बनाना है,

मुझें  घर  नहीं , महल  बनाना  है..!!

- अरुन आर्या

©- Arun Aarya

#beautifulhouse #महल बनाना है।

13 Love

#हॉरर  राहुल को अपनी जान बचाने के लिए अब आगे बढ़ने की कोशिश करते हुए, उसने हवेली के अंदर की खोज की। वह दीवारों के पीछे छिपे हुए गुप्त रास्तों को खोजने लगा, लेकिन कोई उम्मीदवार नहीं मिला। समय बीत रहा था और भूत उसके पास आ रहा था।

आखिरकार, राहुल ने अपनी टॉर्च को बाहर निकाला और भूत को प्रकाश में लपेटा। उसकी डरावनी चीख के साथ, भूत ने डगमगाते हुए पीछे हटकर अंधकार में ग़ायब हो गया।

हवेली के दरवाज़े खुल गए, और राहुल भागते हुए बाहर निकल गया। वह सुरक्षित था, लेकिन उसके जीवन में वह भूतिया अनुभव सदैव याद रहेगा। उसने सीखा कि कभी-कभी, भूतों की कहानियों की बात सत्य हो सकती है, और कुछ रहस्य बेहतर हैं कि वे अनसुलझे ही रहें। ( End)

©Naren K

भूतिया महल... (End)

63 View

#हॉरर  जैसे ही वह महल की मुख्य सीढ़ी तक पहुंचा, राहुल ने अंधकार में एक आत्मा की आवाज़ सुनी। डर के साथ फ्रोज़न होकर, उसने देखा कि आत्मा एक डरावना रूप लिया हुआ था। यह एक महिला का आत्मा था, जिसकी आँखों में नफरत और क्रोध था।

राहुल को यह जानकर कि भूत उसे हानि पहुंचाना चाहता है, वह भागने के लिए मुड़ा, लेकिन दरवाज़े पीछे से बंद हो गए, जो उसे हवेली के अंदर बंद कर दिया। भूत उसके पास बढ़ रहा था, और उसके लिए दौड़ने का कोई रास्ता नहीं था...(part-3)

©Naren K

भुतीया महल .. ( part-3)

81 View

#सपनों_का_महल #nojotohindipoetry #sandiprohila #nojotohindi  सपनों का महल

सपनों का एक महल बना था,
पलकों में जो मेरे सजा था।
बिखर न जाए कहीं पत्तों सा,
ऐसा मेरे मन में रमा था।

हर पल को ही पिरोया मैंने,
बीज को उसके बोया मैंने।
पाऊँ सफलता आगे चलकर,
गीत यही गुनगुनाया मैंने।

अच्छे से सब कुछ चल रहा था,
मगन मैं भी अब झूम रहा था।
देख रहा जो महल सपनों का,
उसे ही अब मैं ढूंँढ़ रहा था।

आँखें खुलीं तो मैंने पाया,
महल सपनों का बिखरा पाया।
हर एक सपना उजड़ चुका था,
देख खुद को ही बेबस पाया।

सपनों का एक महल बना था,
पलकों में जो मेरे सजा था।
बिखर गया वो कहीं पत्तों सा,
जो की मेरे मन में रमा था।
.......................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#सपनों_का_महल #nojotohindi #nojotohindipoetry सपनों का महल सपनों का एक महल बना था, पलकों में जो मेरे सजा था। बिखर न जाए कहीं पत्तों सा, ऐ

711 View

#रावण_हुँ_मैं_राम_नहीं #जयश्रीकृष्णा #स्टोरी #shivamsonakiya #रावण #jayshreeram  मैं रावण हुं.....!
Trending Topic