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New lshqbaaz 590 Status, Photo, Video

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#Namgyal#590#😆😆😆😆😆#Shorts#video# #21#april#2024#

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#समाज

21 पॉइंट तक ध्यान से पढ़िए/देखिये तब समझ में आएगा* 590/- में बंपर धमाका ऑफर *अब आएगा मज़ा* 👇 1. अब केवल 590 में बड़ा धमाका💥 2. लेबल-1 में

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#न्यूज़

मण्डी में संचालित गेहूॅ क्रय केन्द्रों का डीएम ने किया निरीक्षण बहराइच 18 अप्रैल। रबी विपणन वर्ष 2022-23 समर्थन मूल्य योजना के तहत जनपद में

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काम निकल जाने पर दुत्कार दिए जाओगे। उसके बाद बिन बुलाए तुम कहाँ पर जाओगे। अगर कर दोगे तुम ज़िंदगी दूसरों के हवाले, जब रह जाओगे तन्हा तो बहुत पछताओगे। किसी और के लिए तो तुम्हारी कीमत अर्ज़ा, चाहने वालो के लिए बेशकीमती कहलाओगे। कुछ भी नहीं मिलता है किसी की चाकरी से, अपनी ज़िंदगी का मुकाम यहाँ कहाँ पाओगे। निशान रह जाते है रूह पर दर्द के उम्र तलक़, इस जाल में जो फंसे तो बाहर कैसे आओगे।

 काम निकल जाने पर दुत्कार दिए जाओगे।
उसके बाद बिन बुलाए तुम कहाँ पर जाओगे।

अगर कर दोगे तुम ज़िंदगी दूसरों के हवाले,
जब रह जाओगे तन्हा तो बहुत पछताओगे।

किसी और के लिए तो तुम्हारी कीमत अर्ज़ा,
चाहने वालो के लिए बेशकीमती कहलाओगे।

कुछ भी नहीं मिलता है किसी की चाकरी से,
अपनी ज़िंदगी का मुकाम यहाँ कहाँ पाओगे।

निशान रह जाते है रूह पर दर्द के उम्र तलक़,
इस जाल में जो फंसे तो बाहर कैसे आओगे।

❤प्रतियोगिता-590❤ 👍🏻चित्र प्रतियोगिता - 168👍🏻 🤗आज की चित्र प्रतियोगिता के अंतर्गत आपको चित्र को ध्यान में रखते हुए लिखना है I ध्यान रहे

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वो ख़ूबसरत शाम याद है क्या तुम्हें वो आसमान का चाँद याद है तुम्हें जब वो दे रहा था गवाही मेरे इश्क़ की जब मैं डूब रहा था शोख निगाहों में तेरी बुन रहे थे सपनें हम मुक़म्मल आशियाँ के जहाँ बसती हो मोहब्बत बनके अरमां दिल के टूट कर बिखर जाना ख़्वाबों का याद हैं उस ख़ूबसरत शाम में बिछड़ जाना याद है क्या तुम्हें याद है हमारी मोहब्बत आज भी उस एक शाम का हर लम्हा याद है मुझे

 वो ख़ूबसरत शाम याद है क्या तुम्हें
वो आसमान का चाँद याद है तुम्हें
जब वो दे रहा था गवाही मेरे इश्क़ की
जब मैं डूब रहा था शोख निगाहों में तेरी

बुन रहे थे सपनें हम मुक़म्मल आशियाँ के
जहाँ बसती हो मोहब्बत बनके अरमां दिल के
टूट कर बिखर जाना ख़्वाबों का याद हैं
उस ख़ूबसरत शाम में बिछड़ जाना याद है

क्या तुम्हें याद है हमारी मोहब्बत आज भी
उस एक शाम का हर लम्हा याद है मुझे

♥️ Challenge-590 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस

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तेरी परवरिश मेरा जिम्मा है! तु मेरा सहारा बने ये उम्मीद।

 तेरी परवरिश मेरा जिम्मा है!
तु मेरा सहारा बने ये उम्मीद।

❤प्रतियोगिता-590❤ 👍🏻चित्र प्रतियोगिता - 168👍🏻 🤗आज की चित्र प्रतियोगिता के अंतर्गत आपको चित्र को ध्यान में रखते हुए लिखना है I ध्यान रहे

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 वो ख़ूबसरत शाम याद है क्या तुम्हें
वो आसमान का चाँद याद है तुम्हें
जब वो दे रहा था गवाही मेरे इश्क़ की
जब मैं डूब रहा था शोख निगाहों में तेरी

बुन रहे थे सपनें हम मुक़म्मल आशियाँ के
जहाँ बसती हो मोहब्बत बनके अरमां दिल के
टूट कर बिखर जाना ख़्वाबों का याद हैं
उस ख़ूबसरत शाम में बिछड़ जाना याद है

क्या तुम्हें याद है हमारी मोहब्बत आज भी
उस एक शाम का हर लम्हा याद है मुझे

♥️ Challenge-590 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस

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