tags

New मिलते हैं कंधे Status, Photo, Video

Find the latest Status about मिलते हैं कंधे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about मिलते हैं कंधे.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#love_shayari #लव  White जब दिल से दिल मिलते हैं 
नजरे हम चुराने लगते हैं
 महफिल में खड़े होकर भी 
आंखों से बात करने लगते हैं

©Himaani

#love_shayari जब दिल से दिल मिलते हैं

198 View

कुछ लोग किस्मत से मिलते हैं फूल चुपचाप भी खिलते ही हैं ©Internet Jockey

#Quotes  कुछ लोग किस्मत से मिलते हैं
फूल चुपचाप भी खिलते ही हैं

©Internet Jockey

कुछ लोग किस्मत से मिलते हैं फूल चुपचाप भी खिलते ही हैं

27 Love

#कविता #मिलते  मिलते हैं सबको दुनिया में ----

#मिलते हैं सबको

135 View

#ज़िन्दगी #गलती #retro  गलती होने पर साथ छोड़ने 
वाले तो बहुत मिलते हैं,
 पर
 गलती होने पर समझा कर 
साथ निभाने वाले बहुत ही कम मिलते हैं .....

©Krishna Deo Prasad. ( Advocate ).

#retro #गलती होने पर साथ छोड़ने वाले तो बहुत मिलते हैं, पर गलती होने पर समझा कर साथ निभाने वाले बहुत ही कम मिलते हैं .....

180 View

#loverदिल #loveshayari  दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं
तूफ़ानों में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं

©Chandan

#loverदिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं तूफ़ानों में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैंsday

99 View

ग़ज़ल वो सभी तो धनी से मिलते हैं । वो कहाँ आदमी से मिलते हैं ।।१ रात दिन की बेकसी से मिलते हैं । फिर नहीं वो किसी से मिलते हैं ।।२ यार सागर समझ ले तू उनको । आजकल वो सभी से मिलते हैं ।।३ क्या उन्हें हम समझ ले अब कान्हा । इस तरह जो बासुरी से मिलते है ।।४ जाने क्या हो गया सनम को अब । आजकल बेरुखी से मिलते हैं ।।५ वो दिखाकर गये हमें तारा । लौटकर हम तुम्ही से मिलते हैं ।।६ ख़्व़ाब आकर चले गये सारे । अब गले हम ख़ुदी से मिलते हैं ।।७ अब कहीं और जी नहीं लगता । चल उसी जलपरी से मिलते हैं ।।८ यूँ तो घड़ियां गुजार दूँ तुम बिन । डर है की ज़िन्दगी से मिलते हैं ।।९ बीवियाँ अब नहीं सँवरती घर । चल खिली फिर कली से मिलते हैं ।।१० प्यार में इस तरह प्रखर पागल । छोड़ जग गृहिणी से मिलते हैं ।।११ महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  ग़ज़ल

वो सभी तो धनी से मिलते हैं ।
वो कहाँ आदमी से मिलते हैं ।।१
रात दिन की बेकसी से मिलते हैं ।
फिर नहीं वो किसी से मिलते हैं ।।२
यार सागर समझ ले तू उनको ।
आजकल वो सभी से मिलते हैं ।।३
क्या उन्हें हम समझ ले अब कान्हा ।
इस तरह जो बासुरी से मिलते है ।।४
जाने क्या हो गया सनम को अब ।
आजकल बेरुखी से मिलते हैं ।।५
वो दिखाकर गये हमें तारा ।
लौटकर हम तुम्ही से मिलते हैं ।।६
ख़्व़ाब आकर चले गये सारे ।
अब गले हम ख़ुदी से मिलते हैं ।।७
अब कहीं और जी नहीं लगता ।
चल उसी जलपरी से मिलते हैं ।।८
यूँ तो घड़ियां गुजार दूँ तुम बिन ।
डर है की ज़िन्दगी से मिलते हैं ।।९
बीवियाँ अब नहीं सँवरती घर ।
चल खिली फिर कली से मिलते हैं ।।१०
प्यार में इस तरह प्रखर पागल ।
छोड़ जग गृहिणी से मिलते हैं ।।११

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल वो सभी तो धनी से मिलते हैं । वो कहाँ आदमी से मिलते हैं ।।१

11 Love

#love_shayari #लव  White जब दिल से दिल मिलते हैं 
नजरे हम चुराने लगते हैं
 महफिल में खड़े होकर भी 
आंखों से बात करने लगते हैं

©Himaani

#love_shayari जब दिल से दिल मिलते हैं

198 View

कुछ लोग किस्मत से मिलते हैं फूल चुपचाप भी खिलते ही हैं ©Internet Jockey

#Quotes  कुछ लोग किस्मत से मिलते हैं
फूल चुपचाप भी खिलते ही हैं

©Internet Jockey

कुछ लोग किस्मत से मिलते हैं फूल चुपचाप भी खिलते ही हैं

27 Love

#कविता #मिलते  मिलते हैं सबको दुनिया में ----

#मिलते हैं सबको

135 View

#ज़िन्दगी #गलती #retro  गलती होने पर साथ छोड़ने 
वाले तो बहुत मिलते हैं,
 पर
 गलती होने पर समझा कर 
साथ निभाने वाले बहुत ही कम मिलते हैं .....

©Krishna Deo Prasad. ( Advocate ).

#retro #गलती होने पर साथ छोड़ने वाले तो बहुत मिलते हैं, पर गलती होने पर समझा कर साथ निभाने वाले बहुत ही कम मिलते हैं .....

180 View

#loverदिल #loveshayari  दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं
तूफ़ानों में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं

©Chandan

#loverदिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं तूफ़ानों में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैंsday

99 View

ग़ज़ल वो सभी तो धनी से मिलते हैं । वो कहाँ आदमी से मिलते हैं ।।१ रात दिन की बेकसी से मिलते हैं । फिर नहीं वो किसी से मिलते हैं ।।२ यार सागर समझ ले तू उनको । आजकल वो सभी से मिलते हैं ।।३ क्या उन्हें हम समझ ले अब कान्हा । इस तरह जो बासुरी से मिलते है ।।४ जाने क्या हो गया सनम को अब । आजकल बेरुखी से मिलते हैं ।।५ वो दिखाकर गये हमें तारा । लौटकर हम तुम्ही से मिलते हैं ।।६ ख़्व़ाब आकर चले गये सारे । अब गले हम ख़ुदी से मिलते हैं ।।७ अब कहीं और जी नहीं लगता । चल उसी जलपरी से मिलते हैं ।।८ यूँ तो घड़ियां गुजार दूँ तुम बिन । डर है की ज़िन्दगी से मिलते हैं ।।९ बीवियाँ अब नहीं सँवरती घर । चल खिली फिर कली से मिलते हैं ।।१० प्यार में इस तरह प्रखर पागल । छोड़ जग गृहिणी से मिलते हैं ।।११ महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  ग़ज़ल

वो सभी तो धनी से मिलते हैं ।
वो कहाँ आदमी से मिलते हैं ।।१
रात दिन की बेकसी से मिलते हैं ।
फिर नहीं वो किसी से मिलते हैं ।।२
यार सागर समझ ले तू उनको ।
आजकल वो सभी से मिलते हैं ।।३
क्या उन्हें हम समझ ले अब कान्हा ।
इस तरह जो बासुरी से मिलते है ।।४
जाने क्या हो गया सनम को अब ।
आजकल बेरुखी से मिलते हैं ।।५
वो दिखाकर गये हमें तारा ।
लौटकर हम तुम्ही से मिलते हैं ।।६
ख़्व़ाब आकर चले गये सारे ।
अब गले हम ख़ुदी से मिलते हैं ।।७
अब कहीं और जी नहीं लगता ।
चल उसी जलपरी से मिलते हैं ।।८
यूँ तो घड़ियां गुजार दूँ तुम बिन ।
डर है की ज़िन्दगी से मिलते हैं ।।९
बीवियाँ अब नहीं सँवरती घर ।
चल खिली फिर कली से मिलते हैं ।।१०
प्यार में इस तरह प्रखर पागल ।
छोड़ जग गृहिणी से मिलते हैं ।।११

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल वो सभी तो धनी से मिलते हैं । वो कहाँ आदमी से मिलते हैं ।।१

11 Love

Trending Topic