Dear पंडिताईन
बातो बातो में शादी के 13 साल बीत गए
लड़ाई झगड़ा करते प्रेम के ये पल भी बीत गए।
तुम रूठती रही पर मुझे मनाना ना आया,
शायद एक यही स्वभाव मेरा तुमको ना भाया।
अभाव के भाव चेहरे पर छलकने न दिए,
मन में रखा बहुत कुछ झलकने न दिए।
बहुत सी बाते बीते सालों में मेरी चुभी होगी,
कुछ वजह वाली तो कुछ बेवजह यूं भी होगी।
खैर लड़ना झगड़ना मेरा स्वभाव में है,
पर प्रेम भरपूर अंतर्मन के भाव में है।
तुझे बताना नही आता,
मुझे जताना नही आता।
हसीन पलों को कैमरे में कैद करने की तेरी चाहत,
पर मेरा रूखापन तेरी चाहत की राहत को करता आहत।
ना जाने कब मैं सुधर पाऊंगा,
जैसा तू चाहती वैसा हो पाऊंगा।
आने वाला वक्त प्रेम भरा हो यही दिल के अरमान है,
कोई शिकवा गिला न हो यही तेरा सम्मान है।
अब तक है आगे भी रहना जब तक है मुझे तू सहना,
जो भी आए दिल में जुबान से कहना, बस हर वक्त तू खुश रहना।
शादी की वर्षगांठ पर क्या तुझे उपहार हूं,
प्रेम जो दिल में है सारा तुझ पर वार दूं।
तेरा मेरा प्रेम बना रहे यही मन की कामना,
हर जन्म तु मुझे मिले
दिल से तुम्हे शादी की सालगिरह की शुभकामना।
©azad satyam
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here