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#कविता #शायरी #भक्ति #love_shayari #लव #viral  White SA News #Poll | किस ऋषि ने कबीर साहेब जी को सशरीर कमल के फूल पर अवतरित होते देखा था?

A. ऋषि रामानंद जी 
B. ऋषि अष्टानंद जी
C. ऋषि सर्वानंद जी
D. ऋषि सुखदेव जी

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©ARTI JI

#love_shayari #लव #शायरी #कविता #viral #Love SA News #poll | किस ऋषि ने कबीर साहेब जी को सशरीर कमल के फूल पर अवतरित होते देखा था? A. ऋषि रा

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#मोटिवेशनल #love_shayari  White ॥इति श्रीमद् भागवते महापुराणे
 पारमहंस्यां संहितायां अष्टमस्कन्धे
 गजेंन्द्रमोक्षणे तृतीयोऽध्यायः ॥
{Bolo Ji Radhey Radhey}
सब कुछ भगवान श्री कृष्ण हैं :- 
प्रलय के समय लोक, लोकपाल और 
इन सबके कारण सम्पूर्ण रूप से नष्ट हो 
जातें हैं। उस समय केवल अत्यंत घना 
और गहरा अन्धकार-ही-अन्धकार रहता हैं। 
परन्तु अन्नंत परमात्मा उससे सर्वथा परे 
विराजमान रहतें हैं। वे ही प्रभु मेरी रक्षा 
करें। उनकी लीलाओं का रहस्य जानना 
बहुत ही कठिन है। वे नट की भाँति अनेकों 
वेष धारण करते हैं। उनके वास्तविक स्वरूप 
को न तो देवता जानते हैं, और न ऋषि ही 
फिर दूसरा ऐसा कौन सा कौन प्राणी है, 
जो वहाँ तक जा सके और उनका वर्णन 
कर सके? वो प्रभु मेरी रक्षा करें।

©N S Yadav GoldMine

#love_shayari ॥इति श्रीमद् भागवते महापुराणे पारमहंस्यां संहितायां अष्टमस्कन्धे गजेंन्द्रमोक्षणे तृतीयोऽध्यायः ॥ {Bolo Ji Radhey Radhey} सब

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#मोटिवेशनल #sad_shayari  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
देवी लक्ष्मी के जन्म की कहानी को समझने के लिए आइए हम विष्णु पुराणों पर कुछ प्रकाश डालते हैं !! 🌠🌠 जय श्री राधे कृष्ण जी.
देवी लक्ष्मी:- 🚤 प्रत्येक देवी और देवता का हिंदू धर्म में अपना ही एक अलग महत्व है, जो प्राचीन शास्त्रों में परिलक्षित है। वहीं हिंदुओं के लिए देवी लक्ष्मी धन, भाग्य, शक्ति, विलासिता, सौंदर्य, उर्वरता और शुभता की देवी हैं। लक्ष्मी शब्द संस्कृत के शब्द लक्ष्या से लिया गया है, और वह धन और सभी भौतिक सुखों को प्रदान करने वाली देवी मानी जाती हैं। लक्ष्मी को माँ दुर्गा की बेटी और विष्णु की पत्नी के रूप में जाना जाता है, जिनके साथ वह अपने प्रत्येक अवतार में अलग-अलग रूप धारण करती हैं। देवी लक्ष्मी के जन्म की कहानी को समझने के लिए आइए हम विष्णु पुराणों पर कुछ प्रकाश डालते हैं।

देवी लक्ष्मी का जन्म कथा:-🚤 देवी लक्ष्मी के जन्म की कहानी कुछ इस प्रकार है। दरअसल एक बार ऋषि दुर्वासा और भगवान इंद्र बैठकर बात कर रहे होते हैं। ऋषि दुर्वासा इंद्र को सम्मानित करने के लिए उन्हें पुष्पों की माला भेंट करते हैं। इंद्र उसे माला को अपने हाथी ऐरावत को पहना देते हैं लेकिन ऐरावत उस माला को पृथ्वी पर फेंक देता है। यह देखकर ऋषि दुर्वासा क्रोधित हो जाते हैं, और देवराज को शाप देते हैं कि उनका राज्य बर्बाद हो जाएगा। ऋषि के श्राप की वजह से इंद्र की राजधानी अमरावती में लोग भूखे मरने लगते हैं, और वहां पेड़-पौधे भी उगना बंद हो जाते हैं। 
🚤 जब अमरावती में अकाल पड़ जाता है, तब राक्षस देवताओं पर आक्रमण कर देते हैं, और उन्हें हरा देते हैं। पराजित होने के बाद देवता मदद के लिए भगवान हरि के जाते हैं, जो उन्हें समुद्र मंथन का सुझाव देते हैं, ताकि उससे निकले अमृत से देवता वापस से अपनी शक्तियों को पा सकें। इस तरह समुद्र मंथन शुरू होता है, और उससे ही देवी लक्ष्मी प्रकट होती हैं। वहीं कुछ धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, महा लक्ष्मी सप्तर्षियों में से एक भृगु महर्षि की बेटी थीं। ऐसा माना जाता है कि देवी लक्ष्मी के देवसखा, चिकलिता, आनंद, कर्दम, श्रीपदा, जटावेदा, अनुराग, संवत, विजया, वल्लभ, माडा, हर्ष, बाला, तेजा, दमका, सलिला, गुग्गुला, कुरुंतका नाम के 18 पुत्र हैं।
देवी लक्ष्मी का स्वरूप:-🚤 देवी लक्ष्मी के चार हाथ जीवन जीने के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाले चार लक्ष्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं - धर्म, काम, अर्थ और मोक्ष। इसके अलावा देवी लक्ष्मी की कलाकृतियों और मूर्तियों में, सिक्कों का झरना धन का प्रतिनिधित्व करता है और हाथियों के झुंड को शाही शक्ति का प्रतिनिधित्व माना जाता है। साथ ही लाल रंग की साड़ी जो वह पहनती है वह निरंतर गतिविधि और सकारात्मक ऊर्जा के लिए है।
🚤 पौराणिक मान्यता है कि जब जब धरती पर भगवान विष्णु का अवतार हुआ तब तब मां लक्ष्मी ने उनकी सेवा करने के लिए धरती पर अवतार लिया। त्रेतायुग में सीता के रूप में और द्वापर युग में रुक्मिणी के रूप में अवतरित हुई थीं। 
🚤 अष्टलक्ष्मी लक्ष्मी के आठ स्वरूप हैं, जो धन के आठ स्रोतों में रहते हैं और इस प्रकार महालक्ष्मी की शक्तियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। दीपों के पर्व दीपावली पर हिंदू सबसे अधिक लक्ष्मी की पूजा करते हैं। कोलकाता में देवी काली की पूजा दिवाली के दौरान महालक्ष्मी के रूप में की जाती है।
लक्ष्मी अवतार और स्वरूप:-🚤 आदि लक्ष्मी - माँ लक्ष्मी का पहला स्वरूप हैं, 
🚤 धन लक्ष्मी - वह जो धन की वर्षा करती हैं:-
🚤 धान्य लक्ष्मी - वह जो अन्न / अनाज की प्रचुरता देती हैं.
🚤 गज लक्ष्मी - शक्ति और साहस देने वाली हैं:- 
🚤 संतान लक्ष्मी - वह संतान के साथ आशीर्वाद देती हैं.
🚤 वीरा लक्ष्मी - जो वीरता और साहस देती हैं.
🚤 विजया लक्ष्मी - सभी प्रकार के शत्रुओं पर विजय देती हैं,.
🚤 ऐश्वर्या लक्ष्मी - व्यक्ति सभी प्रकार की सुख-सुविधाएं देती हैं.
🚤 महा लक्ष्मी के 8 रूपों को सामूहिक रूप से अष्टलक्ष्मी के रूप में जाना जाता है। इन 8 रूपों के अलावा, देवी लक्ष्मी के भी स्वरुप में पूजा की जाती है।
🚤 विद्या लक्ष्मी - जो बुद्धि और ज्ञान देने वाली हैं.
🚤 सौभाग्य लक्ष्मी - वह जो सौभाग्य का आशीर्वाद देती हैं.
🚤 राज्य लक्ष्मी - राज्य और संपत्ति देने वाली हैं. {Bolo Ji Radhey Radhey}
🚤 वर लक्ष्मी - जो वरदान देती हैं.
🚤 धैर्य लक्ष्मी - वह जो धैर्य प्रदान करती हैं.
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय:-🚤 शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने का सबसे अच्छा दिन है। देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पूजा के लिए कमल के फूल, चंदन, सुपारी और मेवे, फल और गुड़, चावल और नारियल से बनी विभिन्न मीठी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए प्रत्येक शुक्रवार को ॐ महालक्ष्मी च विद्हे विष्णुपत्नींच धीमही । तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात ॥ मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।

©N S Yadav GoldMine

#sad_shayari {Bolo Ji Radhey Radhey} देवी लक्ष्मी के जन्म की कहानी को समझने के लिए आइए हम विष्णु पुराणों पर कुछ प्रकाश डालते हैं !! 🌠🌠 जय श्

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 White https://youtu.be/6Y5L0csYwrk?si=0DkHLo0g81-PzBGa


*यह सृष्टि रचना ज्ञान है संपूर्ण* *आत्माओं का उत्पत्ति कैसे हुई?*
*परमात्मा कोन है?* *केसा है?*

*आप सभी किस कर्मों का दंड भोग रहे हों?*


आदी सभी प्रश्नों के उत्तर इस सृष्टि रचना को सुनने के बाद मिल जाता है।

इस ज्ञान को ओर परम पिता परमात्मा को प्राप्त करने के लिए ऋषि मुनि हज़ारों साल तपस्या कर के मर गए परंतु इस ज्ञान को और परमात्मा को प्राप्त नही हुए ऐसा ज्ञान बड़े भाग्य से मिलता है।
विडीयो 
जरूर देखे 
सत् साहेब जी 🙏😊

©ARTI JI

#election_2024 #भक्ति #शायरी #कविता #मोटिवेशनल #वीडियो #विचार #कोट्स #कॉमेडी #लव https://youtu.be/6Y5L0csYwrk?si=0DkHLo0g81-PzBGa *यह सृष्

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सनातन धर्म के सत्य को जन्म देने वाले अलग-अलग काल में अनेक ऋषि हुए हैं। उक्त ऋषियों को दृष्टा कहा जाता है। अर्थात जिन्होंने सत्य को जैसा देखा

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#sanatandharm #treanding #Bhakti #Hindi #sayri

अगस्त ऋषि ने समुद्र क्यों सok लिया.. #treanding #sanatandharm #Hindi #Poetry #hi #Men #sayri #Love

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#कविता #शायरी #भक्ति #love_shayari #लव #viral  White SA News #Poll | किस ऋषि ने कबीर साहेब जी को सशरीर कमल के फूल पर अवतरित होते देखा था?

A. ऋषि रामानंद जी 
B. ऋषि अष्टानंद जी
C. ऋषि सर्वानंद जी
D. ऋषि सुखदेव जी

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#love_shayari #लव #शायरी #कविता #viral #Love SA News #poll | किस ऋषि ने कबीर साहेब जी को सशरीर कमल के फूल पर अवतरित होते देखा था? A. ऋषि रा

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#मोटिवेशनल #love_shayari  White ॥इति श्रीमद् भागवते महापुराणे
 पारमहंस्यां संहितायां अष्टमस्कन्धे
 गजेंन्द्रमोक्षणे तृतीयोऽध्यायः ॥
{Bolo Ji Radhey Radhey}
सब कुछ भगवान श्री कृष्ण हैं :- 
प्रलय के समय लोक, लोकपाल और 
इन सबके कारण सम्पूर्ण रूप से नष्ट हो 
जातें हैं। उस समय केवल अत्यंत घना 
और गहरा अन्धकार-ही-अन्धकार रहता हैं। 
परन्तु अन्नंत परमात्मा उससे सर्वथा परे 
विराजमान रहतें हैं। वे ही प्रभु मेरी रक्षा 
करें। उनकी लीलाओं का रहस्य जानना 
बहुत ही कठिन है। वे नट की भाँति अनेकों 
वेष धारण करते हैं। उनके वास्तविक स्वरूप 
को न तो देवता जानते हैं, और न ऋषि ही 
फिर दूसरा ऐसा कौन सा कौन प्राणी है, 
जो वहाँ तक जा सके और उनका वर्णन 
कर सके? वो प्रभु मेरी रक्षा करें।

©N S Yadav GoldMine

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देवी लक्ष्मी के जन्म की कहानी को समझने के लिए आइए हम विष्णु पुराणों पर कुछ प्रकाश डालते हैं !! 🌠🌠 जय श्री राधे कृष्ण जी.
देवी लक्ष्मी:- 🚤 प्रत्येक देवी और देवता का हिंदू धर्म में अपना ही एक अलग महत्व है, जो प्राचीन शास्त्रों में परिलक्षित है। वहीं हिंदुओं के लिए देवी लक्ष्मी धन, भाग्य, शक्ति, विलासिता, सौंदर्य, उर्वरता और शुभता की देवी हैं। लक्ष्मी शब्द संस्कृत के शब्द लक्ष्या से लिया गया है, और वह धन और सभी भौतिक सुखों को प्रदान करने वाली देवी मानी जाती हैं। लक्ष्मी को माँ दुर्गा की बेटी और विष्णु की पत्नी के रूप में जाना जाता है, जिनके साथ वह अपने प्रत्येक अवतार में अलग-अलग रूप धारण करती हैं। देवी लक्ष्मी के जन्म की कहानी को समझने के लिए आइए हम विष्णु पुराणों पर कुछ प्रकाश डालते हैं।

देवी लक्ष्मी का जन्म कथा:-🚤 देवी लक्ष्मी के जन्म की कहानी कुछ इस प्रकार है। दरअसल एक बार ऋषि दुर्वासा और भगवान इंद्र बैठकर बात कर रहे होते हैं। ऋषि दुर्वासा इंद्र को सम्मानित करने के लिए उन्हें पुष्पों की माला भेंट करते हैं। इंद्र उसे माला को अपने हाथी ऐरावत को पहना देते हैं लेकिन ऐरावत उस माला को पृथ्वी पर फेंक देता है। यह देखकर ऋषि दुर्वासा क्रोधित हो जाते हैं, और देवराज को शाप देते हैं कि उनका राज्य बर्बाद हो जाएगा। ऋषि के श्राप की वजह से इंद्र की राजधानी अमरावती में लोग भूखे मरने लगते हैं, और वहां पेड़-पौधे भी उगना बंद हो जाते हैं। 
🚤 जब अमरावती में अकाल पड़ जाता है, तब राक्षस देवताओं पर आक्रमण कर देते हैं, और उन्हें हरा देते हैं। पराजित होने के बाद देवता मदद के लिए भगवान हरि के जाते हैं, जो उन्हें समुद्र मंथन का सुझाव देते हैं, ताकि उससे निकले अमृत से देवता वापस से अपनी शक्तियों को पा सकें। इस तरह समुद्र मंथन शुरू होता है, और उससे ही देवी लक्ष्मी प्रकट होती हैं। वहीं कुछ धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, महा लक्ष्मी सप्तर्षियों में से एक भृगु महर्षि की बेटी थीं। ऐसा माना जाता है कि देवी लक्ष्मी के देवसखा, चिकलिता, आनंद, कर्दम, श्रीपदा, जटावेदा, अनुराग, संवत, विजया, वल्लभ, माडा, हर्ष, बाला, तेजा, दमका, सलिला, गुग्गुला, कुरुंतका नाम के 18 पुत्र हैं।
देवी लक्ष्मी का स्वरूप:-🚤 देवी लक्ष्मी के चार हाथ जीवन जीने के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाले चार लक्ष्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं - धर्म, काम, अर्थ और मोक्ष। इसके अलावा देवी लक्ष्मी की कलाकृतियों और मूर्तियों में, सिक्कों का झरना धन का प्रतिनिधित्व करता है और हाथियों के झुंड को शाही शक्ति का प्रतिनिधित्व माना जाता है। साथ ही लाल रंग की साड़ी जो वह पहनती है वह निरंतर गतिविधि और सकारात्मक ऊर्जा के लिए है।
🚤 पौराणिक मान्यता है कि जब जब धरती पर भगवान विष्णु का अवतार हुआ तब तब मां लक्ष्मी ने उनकी सेवा करने के लिए धरती पर अवतार लिया। त्रेतायुग में सीता के रूप में और द्वापर युग में रुक्मिणी के रूप में अवतरित हुई थीं। 
🚤 अष्टलक्ष्मी लक्ष्मी के आठ स्वरूप हैं, जो धन के आठ स्रोतों में रहते हैं और इस प्रकार महालक्ष्मी की शक्तियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। दीपों के पर्व दीपावली पर हिंदू सबसे अधिक लक्ष्मी की पूजा करते हैं। कोलकाता में देवी काली की पूजा दिवाली के दौरान महालक्ष्मी के रूप में की जाती है।
लक्ष्मी अवतार और स्वरूप:-🚤 आदि लक्ष्मी - माँ लक्ष्मी का पहला स्वरूप हैं, 
🚤 धन लक्ष्मी - वह जो धन की वर्षा करती हैं:-
🚤 धान्य लक्ष्मी - वह जो अन्न / अनाज की प्रचुरता देती हैं.
🚤 गज लक्ष्मी - शक्ति और साहस देने वाली हैं:- 
🚤 संतान लक्ष्मी - वह संतान के साथ आशीर्वाद देती हैं.
🚤 वीरा लक्ष्मी - जो वीरता और साहस देती हैं.
🚤 विजया लक्ष्मी - सभी प्रकार के शत्रुओं पर विजय देती हैं,.
🚤 ऐश्वर्या लक्ष्मी - व्यक्ति सभी प्रकार की सुख-सुविधाएं देती हैं.
🚤 महा लक्ष्मी के 8 रूपों को सामूहिक रूप से अष्टलक्ष्मी के रूप में जाना जाता है। इन 8 रूपों के अलावा, देवी लक्ष्मी के भी स्वरुप में पूजा की जाती है।
🚤 विद्या लक्ष्मी - जो बुद्धि और ज्ञान देने वाली हैं.
🚤 सौभाग्य लक्ष्मी - वह जो सौभाग्य का आशीर्वाद देती हैं.
🚤 राज्य लक्ष्मी - राज्य और संपत्ति देने वाली हैं. {Bolo Ji Radhey Radhey}
🚤 वर लक्ष्मी - जो वरदान देती हैं.
🚤 धैर्य लक्ष्मी - वह जो धैर्य प्रदान करती हैं.
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय:-🚤 शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने का सबसे अच्छा दिन है। देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पूजा के लिए कमल के फूल, चंदन, सुपारी और मेवे, फल और गुड़, चावल और नारियल से बनी विभिन्न मीठी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए प्रत्येक शुक्रवार को ॐ महालक्ष्मी च विद्हे विष्णुपत्नींच धीमही । तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात ॥ मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।

©N S Yadav GoldMine

#sad_shayari {Bolo Ji Radhey Radhey} देवी लक्ष्मी के जन्म की कहानी को समझने के लिए आइए हम विष्णु पुराणों पर कुछ प्रकाश डालते हैं !! 🌠🌠 जय श्

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 White https://youtu.be/6Y5L0csYwrk?si=0DkHLo0g81-PzBGa


*यह सृष्टि रचना ज्ञान है संपूर्ण* *आत्माओं का उत्पत्ति कैसे हुई?*
*परमात्मा कोन है?* *केसा है?*

*आप सभी किस कर्मों का दंड भोग रहे हों?*


आदी सभी प्रश्नों के उत्तर इस सृष्टि रचना को सुनने के बाद मिल जाता है।

इस ज्ञान को ओर परम पिता परमात्मा को प्राप्त करने के लिए ऋषि मुनि हज़ारों साल तपस्या कर के मर गए परंतु इस ज्ञान को और परमात्मा को प्राप्त नही हुए ऐसा ज्ञान बड़े भाग्य से मिलता है।
विडीयो 
जरूर देखे 
सत् साहेब जी 🙏😊

©ARTI JI

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सनातन धर्म के सत्य को जन्म देने वाले अलग-अलग काल में अनेक ऋषि हुए हैं। उक्त ऋषियों को दृष्टा कहा जाता है। अर्थात जिन्होंने सत्य को जैसा देखा

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#sanatandharm #treanding #Bhakti #Hindi #sayri

अगस्त ऋषि ने समुद्र क्यों सok लिया.. #treanding #sanatandharm #Hindi #Poetry #hi #Men #sayri #Love

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