यह जो मौसम सुहावना है, तेरा यू खुल कर मुस्कुराना है। ये जो बारिश की बूंदे मेरे जो शरीर को भीगा रही है। वह तेरे मोहब्बत का सुरूर है। ©मुसाफिर #लव.
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