White मैथिली की गोद में, उनकी कहानियाँ खिलती हैं,
शेफालिका वर्मा, एक आवाज़ जो दिलों में बसती है।
शब्दों में नृत्य, कहानियों में संगीत,
जीवंत करतीं वो हर छोटी बात अनोखी और अद्वितीय।
व्यक्तिगत गहराइयों से बहता उनका लेखन,
हर पंक्ति में झलकता उनका अद्भुत जीवन।
सम्मानित, पुरस्कृत, उनका आलोक है उज्ज्वल,
मैथिली की रोशनी में बुनतीं वो संसार नया और सफल।
उनकी कहानियाँ प्राचीन कथाओं का करतीं हैं वर्णन,
गाँव की ज़िंदगी और उससे परे के अनुभवों का दर्शन।
हर चरित्र में प्रकट होती है आत्मा की झलक,
हर कथानक में छुपा होता है सच्चाई का कसक।
शब्दों से सजातीं वो जीवंत दृश्य,
खेतों की हरियाली और नदियों की शांति असीम।
प्रेम, हर्ष, और पीड़ा की कहानियाँ जो वो लिखतीं,
मैथिली के हृदय में सदा के लिए बसतीं।
वर्षों से गूँजती उनकी आवाज़,
हर घर में गाए जाते हैं उनके गीत।
साहित्य के आकाश में वो चमकता दीपक,
उनकी विरासत कभी नहीं होगी विलुप्त।
शेफालिका वर्मा, गरिमा और शक्ति से पूर्ण,
मैथिली की रोशनी में रचतीं संसार अनूठा और असीम।
उनकी कहानियाँ जीवित हैं, उनकी आत्मा अमर,
हर दिल में सदा के लिए उनका अस्तित्व है मुखर।
©Amrendra Kumar Thakur
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