Vijay Srivastava

Vijay Srivastava Lives in Chakia, Uttar Pradesh, India

#मेरी_कलम सरल है..!

  • Latest
  • Popular
  • Video

चलो मिल कर रोशनी करते है,दिलो को दिलो से जोड़ते है एक दीप से हजारो दीपो को रोशन करते है आवो गले लग के हम एक दुजे को दीपावाली की बधाई देते है #मेरी_कलम सरल है..!

#मेरी_कलम  चलो मिल कर रोशनी करते है,दिलो को दिलो से जोड़ते है
एक दीप से हजारो दीपो को रोशन करते है
आवो गले लग के हम एक दुजे को दीपावाली की बधाई देते है

#मेरी_कलम
सरल है..!

चलो मिल कर रोशनी करते है,दिलो को दिलो से जोड़ते है एक दीप से हजारो दीपो को रोशन करते है आवो गले लग के हम एक दुजे को दीपावाली की बधाई देते है #मेरी_कलम सरल है..!

2 Love

चक्की के दो पाटो के बिच अनाज इसलिए पिस जाता है क्योंकि ऊपर वाले पाटे को घूमने की स्वत्रंता होती है और नीचे वाले पाटे को ठहरे रहने की सजा ठीक इसी तरह से जिन रिश्तो को हम हक और आजादी देते है वो हमारी भावानाओ पर चक्की के ऊपर वाले पाटे की तरह व्यवहार करते है, और जिन से हम सिर्फ नाम भर का रिश्ता रखते हैं वो चक्की के दूसरे पाटे की भाँति व्यवहार करते है, जो समझते तो सब कुछ है किन्तु हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं होता उन्हे....और फिर हमारी भावनाए अनाज की तरह पिस कर तकलीफ का रुप ले चक्की के उन दोनो पाटो से बाहर निकल आती हैं #मेरी_कलम सरल है..!

#मेरी_कलम  चक्की के दो पाटो के बिच अनाज इसलिए पिस जाता है क्योंकि ऊपर वाले पाटे को घूमने की स्वत्रंता होती है और नीचे वाले पाटे को ठहरे रहने की सजा ठीक इसी तरह से जिन रिश्तो को हम हक और आजादी देते है वो हमारी भावानाओ पर चक्की के ऊपर वाले पाटे की तरह व्यवहार करते है, और जिन से हम सिर्फ नाम भर का रिश्ता रखते हैं वो चक्की के दूसरे पाटे की भाँति व्यवहार करते है, जो समझते तो सब कुछ है किन्तु हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं होता उन्हे....और फिर हमारी भावनाए अनाज की तरह पिस कर तकलीफ का रुप ले चक्की के उन दोनो पाटो से बाहर निकल आती हैं

#मेरी_कलम
सरल है..!

चक्की के दो पाटो के बिच अनाज इसलिए पिस जाता है क्योंकि ऊपर वाले पाटे को घूमने की स्वत्रंता होती है और नीचे वाले पाटे को ठहरे रहने की सजा ठीक इसी तरह से जिन रिश्तो को हम हक और आजादी देते है वो हमारी भावानाओ पर चक्की के ऊपर वाले पाटे की तरह व्यवहार करते है, और जिन से हम सिर्फ नाम भर का रिश्ता रखते हैं वो चक्की के दूसरे पाटे की भाँति व्यवहार करते है, जो समझते तो सब कुछ है किन्तु हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं होता उन्हे....और फिर हमारी भावनाए अनाज की तरह पिस कर तकलीफ का रुप ले चक्की के उन दोनो पाटो से बाहर निकल आती हैं #मेरी_कलम सरल है..!

11 Love

आप की कमी आकाश में तारो इतनी हो तो भी फर्क नहीं पड़ेगा बस एक अच्छाई सुर्य जैसी हो तो... #मेरी_कलम सरल है..!

#मेरी_कलम  आप की कमी आकाश में तारो इतनी हो तो भी फर्क नहीं पड़ेगा बस एक अच्छाई सुर्य जैसी हो तो...

#मेरी_कलम
सरल है..!

आप की कमी आकाश में तारो इतनी हो तो भी फर्क नहीं पड़ेगा बस एक अच्छाई सुर्य जैसी हो तो... #मेरी_कलम सरल है..!

5 Love

आपकी कठोरता हमेशा सामने वाले की विन्रता को सिर्फ चोटिल ही करती है #मेरी_कलम सरल है..!

#मेरी_कलम  आपकी कठोरता हमेशा सामने वाले की विन्रता को सिर्फ चोटिल ही करती है

#मेरी_कलम
सरल है..!

आपकी कठोरता हमेशा सामने वाले की विन्रता को सिर्फ चोटिल ही करती है #मेरी_कलम सरल है..!

7 Love

दम भरते हो आईने की तरह किसी को सच्चाई दिखाने कि तो जरा गौर कर लेना आईना लिखे सीधे शब्दो को उल्टा दिखाता है #मेरी_कलम सरल है..!

#मेरी_कलम  दम भरते हो आईने की तरह किसी को सच्चाई दिखाने कि तो जरा गौर कर लेना आईना लिखे सीधे शब्दो को उल्टा दिखाता है

#मेरी_कलम
सरल है..!

दम भरते हो आईने की तरह किसी को सच्चाई दिखाने कि तो जरा गौर कर लेना आईना लिखे सीधे शब्दो को उल्टा दिखाता है #मेरी_कलम सरल है..!

8 Love

#OpenPoetry हालात बदलने पड़ते है वरना वो एक दिन कारावास बन जाते है #मेरी_कलम सरल है..!

#मेरी_कलम #OpenPoetry  #OpenPoetry हालात बदलने पड़ते है वरना वो एक दिन कारावास बन जाते है




#मेरी_कलम
सरल है..!

#OpenPoetry हालात बदलने पड़ते है वरना वो एक दिन कारावास बन जाते है #मेरी_कलम सरल है..!

21 Love

Trending Topic