Rachit Kulshrestha

Rachit Kulshrestha Lives in Agra, Uttar Pradesh, India

Dil Ki Baat

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कितनी बातें रह गयी कहने को, कितने पल रह गए साथ जीने को, अब तो बस अगली मुलाक़ात का इंतज़ार रहता है, अभी तो बस तेरी यादों का साथ रहता है| ©Rachit Kulshrestha

#Dark  कितनी बातें रह गयी कहने को,
कितने पल रह गए साथ जीने को,
अब तो बस अगली मुलाक़ात का इंतज़ार रहता है,
अभी तो बस तेरी यादों का साथ रहता है|

©Rachit Kulshrestha

#Dark

11 Love

वो हमको बेवफा कह रहे हैं आज भी, पर हम वही हैं इश्क में उनके आज भी, एक पल का समय न होता है आज भी, जो खुद को ही याद कर ले हम आज भी, उनकि यादें हरदम मेरे साथ हैं आज भी, दिल में छिपे राज लिख रहे हैं आज भी, कोई खेल रहा है दिल से मेरे आज भी, तस्वीर है धुंधली ख़्वाबों में आज भी, तड़प है उनके दीदार के लिए आज भी, पर मेरी नज़रों से वो फ़रार है आज भी, बढ़ रहा है प्यार उनके लिए आज भी, खैर, लकीरों में उनका नाम है आज भी| सुन लो दीवांगी फिर से, मैं वही हूं आज भी| ©Rachit Kulshrestha

 वो हमको बेवफा कह रहे हैं आज भी,
पर हम वही हैं इश्क में उनके आज भी,

एक पल का समय न होता है आज भी,
जो खुद को ही याद कर ले हम आज भी,

उनकि यादें हरदम मेरे साथ हैं आज भी,
दिल में छिपे राज लिख रहे हैं आज भी,

कोई खेल रहा है दिल से मेरे आज भी,
तस्वीर है धुंधली ख़्वाबों में आज भी,

तड़प है उनके दीदार के लिए आज भी,
पर मेरी नज़रों से वो फ़रार है आज भी,

बढ़ रहा है प्यार उनके लिए आज भी,
खैर, लकीरों में उनका नाम है आज भी|

सुन लो दीवांगी फिर से, मैं वही हूं आज भी|

©Rachit Kulshrestha

#Thoughts

10 Love

इक अजनबी मुलाक़ात थी वो दो लम्हों की बात थी वो ना सावन था न बदली थी बिन बादल बरसात थी वो कुछ तुमने कहाँ कुछ हमनें कुछ अनकहे जज़्बात थे वो दिख रहा था मंज़िल का रास्ता कितना हसीन साथ था वो शुरू हुआ सफ़र अरमानों का ज़िंदगी की नई शुरुआत थी वो गुफ़्तगू शायराना थी दोनों की शायर शायरा की मुलाक़ात थी वो ©Rachit Kulshrestha

#soulmate  इक अजनबी मुलाक़ात थी वो 
दो लम्हों की बात थी वो 

ना सावन था न बदली थी 
बिन बादल बरसात थी वो 

कुछ तुमने कहाँ कुछ हमनें 
कुछ अनकहे जज़्बात थे वो 

दिख रहा था मंज़िल का रास्ता
कितना हसीन साथ था वो 

शुरू हुआ सफ़र अरमानों का
ज़िंदगी की नई शुरुआत थी वो

गुफ़्तगू शायराना थी दोनों की
शायर शायरा की मुलाक़ात थी वो

©Rachit Kulshrestha

#soulmate

11 Love

रात लोरी सुना रही, तारे देखो टिमटिमा रहे! आसमान है मंत्र मुग्ध, सब जन आराम फरमा रहे! पर तेरा घोंसला तो है अधूरा, इस जाल में फंस जाना नहीं, पूरा करना है अभी तो कर्म, नैना जगते रहना, सोना नहीं! देखो ये माया का जाल, काली घनेरी रात का उछाल, निंद्र-वश सब सुस्ता रहे, सपनों में खोते जा रहे! ओ नैना! जाल में फंस जाना नहीं, घर बनाना बाकी है, नैना सो जाना नहीं! थका है ये नन्हा सा तन, थकने से रुक जाना नहीं; इक घर सजाना है रात भर, नैना जगते रहना, सोना नहीं! ©Rachit Kulshrestha

#Stars  रात लोरी सुना रही,
तारे देखो टिमटिमा रहे! 
आसमान है मंत्र मुग्ध, 
सब जन आराम फरमा रहे! 
पर तेरा घोंसला तो है अधूरा,
इस जाल में फंस जाना नहीं, 
पूरा करना है अभी तो कर्म, 
नैना जगते रहना, सोना नहीं! 
देखो ये माया का जाल, 
काली घनेरी रात का उछाल, 
निंद्र-वश सब सुस्ता रहे, 
सपनों में खोते जा रहे!
ओ नैना! जाल में फंस जाना नहीं, 
घर बनाना बाकी है, नैना सो जाना नहीं! 
थका है ये नन्हा सा तन, 
थकने से रुक जाना नहीं;
इक घर सजाना है रात भर, 
नैना जगते रहना, सोना नहीं!

©Rachit Kulshrestha

#Stars

12 Love

दहेज और दुल्हन कल ही बारात आई थी, मेहंदी रंग लाई थी, पिया मन भाई थी, अभी मेहंदी उतर भी नहीं पाई थी, सवेरे अस्पताल पे पड़ी पाई थी, पुलिस भी आई थी, ऐसीडेंट रिपोर्ट लाई थी, दुनिया से उसकी विदाई थी, लेकिन यही सचाई थी, देहज कम लाई थी....!! ©Rachit Kulshrestha

#adishakti  दहेज और दुल्हन 

कल ही बारात आई थी,
मेहंदी रंग लाई थी, 
पिया मन भाई थी, 
अभी मेहंदी उतर भी नहीं पाई थी, 
सवेरे अस्पताल पे पड़ी पाई थी, 
पुलिस भी आई थी, 
ऐसीडेंट रिपोर्ट लाई थी, 
दुनिया से उसकी विदाई थी, 
लेकिन यही सचाई थी, 
देहज कम लाई थी....!!

©Rachit Kulshrestha

Dil ki baat dil ke sath #adishakti

11 Love

गिरे है हम,पर फिर उठ जाएंगे.. वर्तमान स्थित को देखकर, हसने वालो का रोने का प्रबंध हम कराएंगे.. अरे गिरे ही तो है फिर उठ जाएंगे...... मेहनत जारी है,अब लक्ष्य प्राप्त कर खामोश रहकर शोर मचायंगे... ठोकर खाकर केसे संभलते है ये सबको हम दिखाएंगे... और जो जलते है हमारी कामयाबी देखकर ... उनको जलने के कई मौके और अभी हम दिलाएंगे... और अगर जिंदगी युद्ध भूमि है तो, अभिमन्यु सा शौर्य हम दिखाएंगे .. हार भी गए अगर हम तो दुश्मन भी हमारे सिर झुका खड़े हो जाएंगे ।।। ©Rachit Kulshrestha

#DilKiAwaaz  गिरे है हम,पर फिर उठ जाएंगे..
वर्तमान स्थित को देखकर, हसने वालो का रोने का प्रबंध हम कराएंगे..
अरे गिरे ही तो है फिर उठ जाएंगे......
मेहनत जारी है,अब लक्ष्य प्राप्त कर खामोश रहकर शोर मचायंगे...
ठोकर खाकर केसे संभलते है ये सबको हम दिखाएंगे...
और जो जलते है हमारी कामयाबी देखकर ...
उनको जलने के कई मौके और अभी हम दिलाएंगे...
और अगर जिंदगी युद्ध भूमि है तो,
अभिमन्यु सा शौर्य हम दिखाएंगे ..
हार भी गए अगर हम तो दुश्मन भी हमारे सिर झुका खड़े हो जाएंगे ।।।

©Rachit Kulshrestha

#DilKiAwaaz

11 Love

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