मुश्कुराउ नहीं तो क्या करु
आज निकाह है मेरी महोब्बत का
तडपु नहीं तो क्या करु
आज जनाजा है मेरी महोब्बत का
ना वफा कर पाया
ना मेरे आशु पौछ पाया
Jaanu बडा बेशरम
ना मेरे हालात पूछ पाया
क्या करु में ऐसे यार का
जिसे पता ही नहीं मतलब प्यार का
खिलौना समज खेल जायेगा
क्या पता था तू बदल जायेगा
मुझे यु भुल जायेगा
वादा कीया था तुने
मेरे लिए खुशी लायेगा
क्या पता था तू
मरने पर मजबूर कर जायेगा
जिसने ये जहां बनाया
उससे भी है एक सिकायत
रुह की कोई कदर नही
वहा जिस्म की है कीमत
क्या पता था तू
मुझे कभी रुला जायेगा
मरने पर मजबूर कर जायेगा
Jaanu दुआ है मेरी तुझे
मील जाये कोई तेरे जेसा तुझे
तब समझे गा मेरी हालत को
मुझे और मेरे जस्बात को
क्या पता था तू
मुझे मिट्टी मे मिला जायेगा
मरने पर मजबूर कर जायेगा
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