Nandita Mishra

Nandita Mishra Lives in Bengaluru, Karnataka, India

A dreamer who writes poetry and read books..

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मैं फिर भी तुमको चाहूँगा, तू साथ रहे या हो दूरियाँ , तेरे दर्द को अपना मानूँगी । दुश्मन हो जाए सारा जहाँ , मै तुमसे हर वादा निभाऊँगी ।। तेरे लबों की हंसी के लिए , हर लम्हा खुशी बन छा जाऊँगी । तेरे उन हसीन सपनों के लिए , थाम के हाथ तुझे राह दिखाऊँगी ।। झोंका हवा का कैसा भी आए , कभी तुम्हें छोड़ के नहीं जाऊँगी । उम्र का पड़ाव कैसा भी आए , मैं फिर भी तुमको चाहूँगी ।। ©नंदिता मिश्रा

#hindipoetrystation #writerofinstagram #poetsofinstagram #writerscommunity #कविता #writersofindia  मैं फिर भी तुमको चाहूँगा, तू साथ रहे या हो दूरियाँ ,
तेरे दर्द को अपना मानूँगी ।
दुश्मन हो जाए सारा जहाँ ,
मै तुमसे हर वादा निभाऊँगी ।।

तेरे लबों की हंसी के लिए ,
हर लम्हा खुशी बन छा जाऊँगी ।
तेरे उन हसीन सपनों के लिए ,
थाम के हाथ तुझे राह दिखाऊँगी ।।

झोंका हवा का कैसा भी आए ,
कभी तुम्हें छोड़ के नहीं जाऊँगी ।
उम्र का पड़ाव कैसा भी आए ,
मैं फिर भी तुमको चाहूँगी ।।
©नंदिता मिश्रा
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किसी और कि बन अब जी नहीं पाऊँगी तुझमें समा के तेरी सांसों में बह जाऊँगी एक बार और मेरा नाम पुकार तो सही जीते जी नहीं पर अपनी धड़कन तेरे नाम कर जाऊँगी ©नंदिता मिश्रा

#writersofinstagram #hindipoetrystation #poetofinstagram #hindishayari #HindiPoem  किसी और कि बन अब जी नहीं पाऊँगी
तुझमें समा के तेरी सांसों में बह जाऊँगी
एक बार और मेरा नाम पुकार तो सही
जीते जी नहीं पर अपनी धड़कन तेरे नाम कर जाऊँगी
©नंदिता मिश्रा

खुदा भी बेफिक्र सा है जब ज़मीन पर महबूब दिखता है। वो मासूम सी शक्ल में हर जगह फिरता है। वो मेरे हर लम्हे का हिसाब रखता है वादे तो हज़ार करता है पर सच्चाई से परहेज़ करता है इश्क के हर मंज़िल को पार करता है पर खुशी मिल जाने से उसका इन्तकाम करता है वक्त भी साथ दे दे तो हर मुश्किल भी तार देता है सारी महफ़िल भी रूसवा हो जाए तो वो अपनी प्रीत पर विश्वास करता है

#writersofinstagram #hindipoetrystation #poetsofinstagram #poetrycommunity #writersofindia #poetsofindia  खुदा भी बेफिक्र सा है 
जब ज़मीन पर महबूब दिखता है।
वो मासूम सी शक्ल में हर जगह फिरता है।
वो मेरे हर लम्हे का हिसाब रखता है

वादे तो हज़ार करता है
पर सच्चाई से परहेज़ करता है
इश्क के हर मंज़िल को पार करता है
पर खुशी मिल जाने से उसका इन्तकाम करता है

वक्त भी साथ दे दे तो
हर मुश्किल भी तार देता है
सारी महफ़िल भी रूसवा हो जाए तो
वो अपनी प्रीत पर विश्वास करता है

घड़ी की सुइयाँ आगे बढ़ती रही पर समय थम गया था तू हँसता है तो रब हँसता है तेरी बाहों में सुकून मिलता है ©नंदिता मिश्रा

#hindipoetrystation #writerofinstagram #nojotohindi #Kalamse #Nojoto  घड़ी की सुइयाँ आगे बढ़ती रही  पर समय थम गया था तू हँसता है तो रब हँसता है
तेरी बाहों में सुकून मिलता है

©नंदिता मिश्रा
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