rohit verma

rohit verma Lives in Sadalpur, Madhya Pradesh, India

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#कविता  जिंदगी, तस्वीर सी हो..
बेदाग,नीर सी हो..
मन करे वैसा रूप दे सके हम,
ना दूध ना चावल,बस खीर सी हो।
     ✍️रोहित वर्मा

©rohit verma

जिंदगी, तस्वीर सी हो.. बेदाग,नीर सी हो.. मन करे वैसा रूप दे सके हम, ना दूध ना चावल,बस खीर सी हो। ✍️रोहित वर्मा ©rohit verma

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#कविता #Free  White मैं जवानी के इस दौर से हूं,
 हां मैं इंदौर से हूं...
खुश तो बहुत किया तूने मुझे पर, 
मैं खुश किसी और से हूं।
✍️ रोहित वर्मा

©rohit verma

#Free

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#कविता #ramnavmi  White भये प्रकट कृपाला,
 रवि तिलक कपाला, 
  मानवता हितकारी । 
रामनवमी उत्सव बेला,
 नाचे जग नर नारी !  

प्रभु श्रीराम के प्राकट्य दिवस की जयश्रीराम
✍️सरपट सादलपुरी

©rohit verma

#ramnavmi

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#कविता #seashore  शब्द बहुत है कहने को,भाव तैयार है बहने को,
हृदय गद् गद् गदराया,अश्रु नयन है पथराया 
कल्पना भी ढूंढ रही उदगारो को,
जैसे नदी एक है सहती दो किनारों को ! 
चले पथ सबके विश्वास से,सब थे दिल सब ही खास थे ! 
जो लूटाया स्नेह ,अब मैं अभिभूत हुं 
 मैं कभी था वर्तमान ,अब मैं ही भूत हुं  
 जोड़े दोनो हाथ से ,धन्य धन्य करता रहूं 
         अविस्मरणीय स्मृति से,तिजोरियां भरता रहूं !                 
✍️ रामगोपाल  वर्मा 
           कवि सरपट सादलपुरी

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#seashore

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शब्द बहुत है कहने को,भाव तैयार है बहने को, हृदय गद् गद् गदराया,अश्रु नयन है पथराया कल्पना भी ढूंढ रही उदगारो को, जैसे नदी एक है सहती दो किनारों को ! चले पथ सबके विश्वास से,सब थे दिल सब ही खास थे ! जो लूटाया स्नेह ,अब मैं अभिभूत हुं मैं कभी था वर्तमान ,अब मैं ही भूत हुं जोड़े दोनो हाथ से ,धन्य धन्य करता रहूं अविस्मरणीय स्मृति से,तिजोरियां भरता रहूं ! ✍️ रामगोपाल वर्मा कवि सरपट सादलपुरी ©rohit verma

#कविता #seashore  शब्द बहुत है कहने को,भाव तैयार है बहने को,
हृदय गद् गद् गदराया,अश्रु नयन है पथराया 
कल्पना भी ढूंढ रही उदगारो को,
जैसे नदी एक है सहती दो किनारों को ! 
चले पथ सबके विश्वास से,सब थे दिल सब ही खास थे ! 
जो लूटाया स्नेह ,अब मैं अभिभूत हुं 
 मैं कभी था वर्तमान ,अब मैं ही भूत हुं  
 जोड़े दोनो हाथ से ,धन्य धन्य करता रहूं 
         अविस्मरणीय स्मृति से,तिजोरियां भरता रहूं !                 
✍️ रामगोपाल  वर्मा 
           कवि सरपट सादलपुरी

©rohit verma

#seashore

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#JaiShreeRam  Jai shree ram दिए जल उठे आज पर्व के,
अच्छे दिन आये गर्व के....
बढ़ गई जग में साख हमारी,
सबके राजा अवध बिहारी.....
घुट- घुट कर ना जीना है,
चौड़ा अपना सीना है......
गीत सुनेंगे ,बंद कवाली,
हर्षित जगमग अपनी दीवाली....
🌺जय श्री राम🌺
                      ✍रोहित वर्मा

©rohit verma

#JaiShreeRam

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