Sonu sinha

Sonu sinha

तमन्ना हैँ एक हसीन डूबती आखरी रात की..... jha mai or uski kuch yaade ho.... ❣️❣️

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सुना है लोगो मे चालाकियाँ बहोत है, कभी हमें भी सिखाओ, हम धोके बहोत खाते है.. सोनू sinha_

 सुना है लोगो मे चालाकियाँ बहोत है, 
कभी हमें भी सिखाओ, हम धोके बहोत खाते है..

सोनू sinha_

सुना है लोगो मे चालाकियाँ बहोत है, कभी हमें भी सिखाओ, हम धोके बहोत खाते है.. सोनू sinha_

11 Love

तलब ना थी शराब की, मगर मुँह से लगा बैठे, इश्क़ था मकसद भुलाना, मगर खुद को भुला बैठे, रहे होंगे जो क़भी हमारे मुस्तगील(फरियादी ), नशे मे देख हमें , वो भी अपने दरवाजे लगा बैठे, जाम से जाम टकराये, ये जहाँ भुला बैठे, करके उनके चर्चे पर्चो मे, खुद का नाम गुमा बैठे, ता उम्र की तन्हाई, और अपनी मुस्कान गबा बैठे, करके सब्र अपनी दुहाई का, उनकी यादो से गले लगा बैठे, ताउम्र जिनकी हिफाजत करना जिम्मा था हमारा, आज हम अपने ही पैर डगा बैठे, सोनू sinha_

 तलब ना थी शराब की, मगर मुँह से लगा बैठे, 
इश्क़ था मकसद भुलाना, मगर खुद को भुला बैठे, 

रहे होंगे जो क़भी हमारे मुस्तगील(फरियादी ), 
नशे मे देख हमें , वो भी अपने दरवाजे लगा बैठे, 

जाम से जाम टकराये,  ये जहाँ भुला बैठे, 
करके उनके चर्चे पर्चो मे, खुद का नाम गुमा बैठे, 

ता उम्र की तन्हाई, और अपनी मुस्कान गबा बैठे, 
करके सब्र अपनी दुहाई का, उनकी यादो से गले लगा बैठे, 

ताउम्र जिनकी हिफाजत करना जिम्मा था हमारा,
आज हम अपने ही पैर डगा बैठे, 

सोनू sinha_

तलब ना थी शराब की, मगर मुँह से लगा बैठे, इश्क़ था मकसद भुलाना, मगर खुद को भुला बैठे, रहे होंगे जो क़भी हमारे मुस्तगील(फरियादी ), नशे मे देख हमें , वो भी अपने दरवाजे लगा बैठे, जाम से जाम टकराये, ये जहाँ भुला बैठे, करके उनके चर्चे पर्चो मे, खुद का नाम गुमा बैठे, ता उम्र की तन्हाई, और अपनी मुस्कान गबा बैठे, करके सब्र अपनी दुहाई का, उनकी यादो से गले लगा बैठे, ताउम्र जिनकी हिफाजत करना जिम्मा था हमारा, आज हम अपने ही पैर डगा बैठे, सोनू sinha_

14 Love

Kon khta hai khush tha mai, Uske jate hi mr geya tha mai.. सोनू sinha _

 Kon khta hai khush tha mai, 
Uske jate hi mr geya tha mai..

सोनू sinha _

Kon khta hai khush tha mai, Uske jate hi mr geya tha mai.. सोनू sinha _

8 Love

पलकों के किनारे हमने भिगोये नहीं, वो समझते रहे हम रोये नहीं, वो पूछते हैँ ख्बाबो मे तुम किसे याद करते हो, हम उन्हें कैसे बताये सालो से हम सोये नहीं... सोनू sinha _

 पलकों के किनारे हमने भिगोये नहीं, 
वो समझते रहे हम रोये नहीं, 
वो पूछते हैँ ख्बाबो मे तुम किसे याद करते हो,
हम उन्हें कैसे बताये सालो से हम सोये नहीं... 

सोनू sinha _

पलकों के किनारे हमने भिगोये नहीं, वो समझते रहे हम रोये नहीं, वो पूछते हैँ ख्बाबो मे तुम किसे याद करते हो, हम उन्हें कैसे बताये सालो से हम सोये नहीं... सोनू sinha _

14 Love

नन्नी परी.. थी एक नन्नी सी परी जो मुस्कुराया करती थी, थी इतनी नटखट पकड़ो तो तितली की तरह उड़ जाया करती थी, थी इतनी प्यारी सबका मन पहली नज़र मै मोह लिया करती थी, थी बो अनजान इसबात से जहाँ चाहा बहा घुमा करती थी, एक दिन हुआ कुछ ऐसा, ना सोचा होगा उसने ऐसा, उस दिन बादल थे घनघोर,कर रहे थे इत्तला मचा रहे थे सोर, कुछ ज़ालिमों ने मिलकर उस पर तोड़ा ऐसा कहर, ना रही बो तितली ना रहा उसका सोर , थी एक नन्नी सी परी जो मचाती थी सोर हर रोज.. क्या थी उस नन्नी सी परी की बजह जो उसे मिली थी इतनी बड़ी सजा, थी एक नन्नी सी तितली जो उड़ती फिरती थी हर रोज.. अब भी सुनसान रातो मै करती है बो सोर, चीखती चिल्लाती है जोर जोर, करती है बो सबसे एक सवाल रोज, क्या थी उसकी गलती क्या था उसका दोस.. सोनू sinha_

 नन्नी परी.. 

थी एक नन्नी सी परी जो मुस्कुराया करती थी, 
थी इतनी नटखट पकड़ो तो तितली की तरह उड़ जाया करती थी, 
थी इतनी प्यारी सबका मन पहली नज़र मै मोह  लिया करती थी, 
थी बो अनजान इसबात से जहाँ चाहा बहा घुमा करती थी, 

एक दिन हुआ कुछ ऐसा, ना सोचा होगा उसने ऐसा, 
उस दिन बादल थे घनघोर,कर रहे थे इत्तला मचा रहे थे सोर, 
कुछ ज़ालिमों ने मिलकर उस पर तोड़ा ऐसा कहर, 
ना रही बो तितली ना रहा उसका सोर , 

थी एक नन्नी सी परी जो मचाती थी सोर हर रोज..
क्या थी उस नन्नी सी परी की बजह जो उसे मिली थी इतनी बड़ी सजा, 
थी एक नन्नी सी तितली जो उड़ती फिरती थी हर रोज.. 

अब भी सुनसान रातो मै करती है बो सोर, 
चीखती चिल्लाती है जोर जोर, 
करती है बो सबसे एक सवाल रोज, 
क्या थी उसकी गलती क्या था उसका दोस..

सोनू sinha_

नन्नी परी.. थी एक नन्नी सी परी जो मुस्कुराया करती थी, थी इतनी नटखट पकड़ो तो तितली की तरह उड़ जाया करती थी, थी इतनी प्यारी सबका मन पहली नज़र मै मोह लिया करती थी, थी बो अनजान इसबात से जहाँ चाहा बहा घुमा करती थी, एक दिन हुआ कुछ ऐसा, ना सोचा होगा उसने ऐसा, उस दिन बादल थे घनघोर,कर रहे थे इत्तला मचा रहे थे सोर, कुछ ज़ालिमों ने मिलकर उस पर तोड़ा ऐसा कहर, ना रही बो तितली ना रहा उसका सोर , थी एक नन्नी सी परी जो मचाती थी सोर हर रोज.. क्या थी उस नन्नी सी परी की बजह जो उसे मिली थी इतनी बड़ी सजा, थी एक नन्नी सी तितली जो उड़ती फिरती थी हर रोज.. अब भी सुनसान रातो मै करती है बो सोर, चीखती चिल्लाती है जोर जोर, करती है बो सबसे एक सवाल रोज, क्या थी उसकी गलती क्या था उसका दोस.. सोनू sinha_

15 Love

_झूठे लोग _ ना जाने कैसे झूठी मुस्कान, मुस्कुरा लेते है लोग, अपनी मीठी बातो मे फसा लेते है लोग, करके सौदा जज्बातों का, एहसासो से खेलते है लोग, निकाल कर छुरा अपना, पीछे से खुसा देते है लोग, अपनेपन का दिखाबा करके, अपना बनाते है लोग, गिरा कर निचे फिर, औकात दिखाते है लोग, करके वादा अपना, मुकर जाते है लोग, बीच रहा मे तड़पता, छोड़ जाते है लोग, दर्द देख किसी का, मुस्कुराते है लोग उसी समाज मे रह कर, समाज को गन्दा बताते है लोग, उड़ा खिल्ली ग़रीबी की, अपने को ऊंचा दिखाते है लोग, जा जा कर बारातो मे, चिल्लर उठाते है लोग.... सोनू sinha_

 _झूठे लोग _

ना जाने कैसे झूठी मुस्कान, मुस्कुरा लेते है लोग, 
अपनी मीठी बातो मे फसा लेते है लोग,

करके सौदा जज्बातों का, एहसासो से खेलते है लोग, 
निकाल कर छुरा अपना, पीछे से खुसा देते है लोग, 

अपनेपन का दिखाबा करके, अपना बनाते है लोग, 
गिरा कर निचे फिर, औकात दिखाते है लोग, 

करके वादा अपना, मुकर जाते है लोग, 
बीच रहा मे तड़पता,  छोड़ जाते है लोग, 

दर्द देख किसी का,  मुस्कुराते है लोग 
उसी समाज मे रह कर, समाज को गन्दा बताते है लोग, 

उड़ा खिल्ली ग़रीबी की, अपने को ऊंचा दिखाते है लोग, 
जा जा कर बारातो मे, चिल्लर उठाते है लोग....

सोनू sinha_

_झूठे लोग _ ना जाने कैसे झूठी मुस्कान, मुस्कुरा लेते है लोग, अपनी मीठी बातो मे फसा लेते है लोग, करके सौदा जज्बातों का, एहसासो से खेलते है लोग, निकाल कर छुरा अपना, पीछे से खुसा देते है लोग, अपनेपन का दिखाबा करके, अपना बनाते है लोग, गिरा कर निचे फिर, औकात दिखाते है लोग, करके वादा अपना, मुकर जाते है लोग, बीच रहा मे तड़पता, छोड़ जाते है लोग, दर्द देख किसी का, मुस्कुराते है लोग उसी समाज मे रह कर, समाज को गन्दा बताते है लोग, उड़ा खिल्ली ग़रीबी की, अपने को ऊंचा दिखाते है लोग, जा जा कर बारातो मे, चिल्लर उठाते है लोग.... सोनू sinha_

12 Love

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