Jishant ansari

Jishant ansari

कलमकार✍️ ज़िंदगी एक कविता है , और में काव्य प्रेमी

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bench मेरी दुनिया सिर्फ इतनी हैं जिसमें जिम्मेदारी है कुछ अल्फ़ाज़ हैं जो मेरे मित्र हैं और तन्हाइयां जिसने में अक्सर में बातें करता हूँ । ©Jishant ansari

#Quotes #Bench  bench मेरी दुनिया सिर्फ इतनी हैं 
जिसमें
जिम्मेदारी है

कुछ अल्फ़ाज़ हैं 
जो मेरे मित्र हैं 
और 

तन्हाइयां 
जिसने में अक्सर में बातें
करता हूँ ।

©Jishant ansari

#Bench

17 Love

White ये किन राहों पर खड़ा सोच रहा था में जैसे अंधेरे में खुदका मुँह नोंच रहा था में कोई ओर क्या देगा दुहाई मेरे गमों की जब हँसते चेहरे से आँसू पोछ रहा था में देता था ज़माना लानत तेरे नाम की मुझे इस लानत में तेरा चेहरा खोज रहा था में कागज़ पर स्याही सा कभी बिखेरा हमनें अब उस पन्ने को डायरी से नोच रहा था मैं ये किन राहों पर खड़ा सोच रहा था में ©Jishant ansari

#Sad_shayri #Quotes  White ये किन राहों पर खड़ा सोच रहा था में 
जैसे अंधेरे में खुदका मुँह नोंच रहा था में 

कोई ओर क्या देगा दुहाई मेरे गमों की
जब हँसते चेहरे से आँसू पोछ रहा था में 

देता था ज़माना लानत तेरे नाम की मुझे
इस लानत में तेरा चेहरा खोज रहा था में

कागज़ पर स्याही सा कभी बिखेरा हमनें
अब उस पन्ने को डायरी से नोच रहा था मैं

ये किन राहों पर खड़ा सोच रहा था में

©Jishant ansari

#Sad_shayri

12 Love

White जब कभी बैठूंग खुदके साथ अकेले में तब बयाँ करूँगा दुःख , तन्हाइयां , उन्स , अकेलापन ओर वो तमाम बाते जो मेरे उदास होने का कारण बनी हैं ©Jishant ansari

#bike_wale #Quotes  White जब 
 कभी बैठूंग
 खुदके साथ अकेले में  

तब बयाँ करूँगा 
दुःख , तन्हाइयां , उन्स , अकेलापन  ओर 
वो तमाम बाते जो मेरे उदास होने का कारण बनी हैं

©Jishant ansari

#bike_wale

13 Love

एक रोज़ जब तुम सब पा लोगें फिर कंही जब खाली बैठे तुम अपनी स्मृतियो में जाओगे तब तुम मुझे वहाँ खड़ा देख कर तुम होंठो पर मुस्कान ओर आंखों मे नमी महसूस करोंगे उस समय तुम्हे वो तमाम संस्मरण सतायेंगे जो कभी तुमने मेरे साथ जिये होंगे यह पत्र तुम पर कोई आरोप नही लगता बस तुम्हे भविष्य के उस संस्मरण की और खिंचता है जो शायेद तुम्हरा सत्य बन जाए ©Jishant ansari

#Quotes  एक रोज़ जब तुम सब पा लोगें फिर कंही जब खाली बैठे तुम अपनी स्मृतियो में जाओगे तब तुम मुझे वहाँ खड़ा देख कर तुम होंठो पर मुस्कान ओर आंखों मे नमी महसूस करोंगे उस समय तुम्हे वो तमाम संस्मरण सतायेंगे जो कभी तुमने मेरे साथ जिये होंगे यह पत्र तुम पर कोई आरोप नही लगता बस तुम्हे भविष्य के उस संस्मरण की और खिंचता है जो शायेद तुम्हरा सत्य बन जाए

©Jishant ansari

#Life

12 Love

यारों मुझको मेरे हाल पर रहने दो ना तुम सुनते नही किसी ओर से कहने दो ना इश्क़ में इबादत की मंजूरी होती ही हैं ये जिस्म ए तम्मन्ना की इमारत ढहने दो ना मुझ पर हक ए इश्क़ अदा करते हो तुम इन आँसुओ को मेरी आँखो से बहने दो ना अल्फाज़ों की फ़ज़ीलत समझो अंसारी थोड़ा सा दर्द कलम को भी सहने दो ना ©Jishant ansari

#GateLight  यारों मुझको मेरे हाल पर रहने दो ना
तुम सुनते नही किसी ओर से कहने दो ना

इश्क़ में इबादत की मंजूरी होती ही हैं 
ये जिस्म ए तम्मन्ना की इमारत ढहने दो ना

मुझ पर हक ए इश्क़ अदा करते हो तुम
इन आँसुओ को मेरी आँखो से बहने दो ना

अल्फाज़ों की फ़ज़ीलत समझो अंसारी
थोड़ा सा दर्द कलम को भी सहने दो ना

©Jishant ansari

#GateLight # feelings

11 Love

White मैने अपने दुःख से दोस्ती कर ली हैं । अब उसका दिया हर ज़ख्म मीठा लगता है । जैसे मीठे लगते है बचपन मैं बुढ़िया के बाल या सिरकी वाला मीठा चूरन जिसका मूल्य केवल एक रुपया होता था ©Jishant ansari

#Quotes #Free  White मैने अपने दुःख से दोस्ती कर ली हैं ।
अब उसका दिया हर ज़ख्म मीठा लगता है ।

जैसे मीठे लगते है बचपन मैं बुढ़िया
के बाल 

या सिरकी वाला मीठा चूरन जिसका 
मूल्य केवल एक रुपया होता था

©Jishant ansari

#Free

1 Love

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