Ahmad Raza

Ahmad Raza

  • Latest
  • Popular
  • Video

White रात क्यू देर रात गए अब तक जगती हो तकिये पर बिखरी जुल्फें तारे को तकती हो इन आँखों मे सपनो को समेटी हो लफ़्ज़ों को बुनती हो इतनी रात गए कौन सी राह तकती हो आँखो मे जो ख्वाब पिरोती हो दिल मे दर्द के सागर रखती हो देर रात गए जो आहें भर्ती हो देखो कितने बिखरे-बिखरे लगती हो दर्द के सागर मे सीप के मोती सी आँखों मे जो रखती अपने आँसू से तकिये पर जो तहरीरें लिखती हो इतनी रात गए क्यों तारों को तकती हो रात हुई है अब सो भी जाओ अब इन तारों मे खो भी जाओ क्यू देर रात गए अब तक जगती हो तकिये पर बिखरी जुल्फे तारे को तकती हो । ©Ahmad Raza

#रात  White रात

क्यू देर रात गए अब तक जगती हो 
तकिये पर बिखरी जुल्फें तारे को तकती हो 
इन आँखों मे सपनो को समेटी हो 
 लफ़्ज़ों को बुनती हो 
इतनी रात गए कौन सी राह तकती हो 
आँखो मे जो ख्वाब पिरोती हो 
 दिल मे दर्द के सागर रखती हो 
 देर रात गए जो आहें भर्ती हो
देखो कितने बिखरे-बिखरे लगती हो 
दर्द के सागर मे सीप के मोती सी 
आँखों मे जो रखती 
 अपने आँसू से तकिये पर जो तहरीरें लिखती हो
इतनी रात गए क्यों तारों को तकती हो 
रात हुई है अब सो भी जाओ 
अब इन तारों मे खो भी जाओ
क्यू देर रात गए अब तक जगती हो
तकिये पर बिखरी जुल्फे तारे को तकती हो ।

©Ahmad Raza

#रात

12 Love

#खुशी  खुशी

कई बार हमारे आस पास के लोग ऐसा भी होते हैं
 के हम बहत मुश्किल और बहत मेहनत कर के 
सब ठीक करने की कोशिस करते है
 कुछ हद तक सब ठीक होने लगत है 
लेकिन कुछ लोगों को अपनी खुशी से ज्यादा 
दूसरों की खुशी मे दिलचस्पी होती है
 लेकिन इसका हरगिज़ ये मतलब नही होता 
के दूसरों की खुशी से उन्हे खुशी मिलती है
 उन्हे तो सिर्फ ये रहता है के वोह शख्स खुश क्यो है 
और उसकी सारी मेहनत सारी कोशिशों 
को चंद बातों से तबाहो बर्बाद कर देता है 
इन सब चीजों से उसको कोई फायदा तो नही होता है 
लेकिन सामने वाले शख्स की सालों की मेहनत 
और सारी खोवाहिशों पर बहत असर होता है 

"बाल मोहन पांडे साहब का एक शेर है न"

खुल के रो लेने से दिल हल्का हो जाएगा क्या
और मुस्कुरा दूंगा तो सब आसान हो जाएगा क्या
 मैं अगर अपनी खुशी से एक दिन भी काट लुं तो 
आप लोगों का बहत नुकसान हो जाएगा क्या
~Ahmad Raza

©Ahmad Raza

#खुशी

27 View

#खुशी  खुशी

कई बार हमारे आस पास के लोग ऐसा भी होते हैं
 के हम बहत मुश्किल और बहत मेहनत कर के 
सब ठीक करने की कोशिस करते है
 कुछ हद तक सब ठीक होने लगत है 
लेकिन कुछ लोगों को अपनी खुशी से ज्यादा 
दूसरों की खुशी मे दिलचस्पी होती है
 लेकिन इसका हरगिज़ ये मतलब नही होता 
के दूसरों की खुशी से उन्हे खुशी मिलती है
 उन्हे तो सिर्फ ये रहता है के वोह शख्स खुश क्यो है 
और उसकी सारी मेहनत सारी कोशिशों 
को चंद बातों से तबाहो बर्बाद कर देता है 
इन सब चीजों से उसको कोई फायदा तो नही होता है 
लेकिन सामने वाले शख्स की सालों की मेहनत 
और सारी खोवाहिशों पर बहत असर होता है 

"बाल मोहन पांडे साहब का एक शेर है न"

खुल के रो लेने से दिल हल्का हो जाएगा क्या
और मुस्कुरा दूंगा तो सब आसान हो जाएगा क्या
 मैं अगर अपनी खुशी से एक दिन भी काट लुं तो 
आप लोगों का बहत नुकसान हो जाएगा क्या

©Ahmad Raza

#खुशी

27 View

खुशी कई बार हमारे आस पास के लोग ऐसा भी होते हैं के हम बहत मुश्किल और बहत मेहनत कर के सब ठीक करने की कोशिस करते है कुछ हद तक सब ठीक होने लगत है लेकिन कुछ लोगों को अपनी खुशी से ज्यादा दूसरों की खुशी मे दिलचस्पी होती है लेकिन इसका हरगिज़ ये मतलब नही होता के दूसरों की खुशी से उन्हे खुशी मिलती है उन्हे तो सिर्फ ये रहता है के वोह शख्स खुश क्यो है और उसकी सारी मेहनत सारी कोशिशों को चंद बातों से तबाहो बर्बाद कर देता है इन सब चीजों से उसको कोई फायदा तो नही होता है लेकिन सामने वाले शख्स की सालों की मेहनत और सारी खोवाहिशों पर बहत असर होता है "बाल मोहन पांडे साहब का एक शेर है न" खुल के रो लेने से दिल हल्का हो जाएगा क्या और मुस्कुरा दूंगा तो सब आसान हो जाएगा क्या मैं अगर अपनी खुशी से एक दिन भी काट लुं तो आप लोगों का बहत नुकसान हो जाएगा क्या

#खुशी  खुशी

कई बार हमारे आस पास के लोग ऐसा भी होते हैं
 के हम बहत मुश्किल और बहत मेहनत कर के 
सब ठीक करने की कोशिस करते है
 कुछ हद तक सब ठीक होने लगत है 
लेकिन कुछ लोगों को अपनी खुशी से ज्यादा 
दूसरों की खुशी मे दिलचस्पी होती है
 लेकिन इसका हरगिज़ ये मतलब नही होता 
के दूसरों की खुशी से उन्हे खुशी मिलती है
 उन्हे तो सिर्फ ये रहता है के वोह शख्स खुश क्यो है 
और उसकी सारी मेहनत सारी कोशिशों 
को चंद बातों से तबाहो बर्बाद कर देता है 
इन सब चीजों से उसको कोई फायदा तो नही होता है 
लेकिन सामने वाले शख्स की सालों की मेहनत 
और सारी खोवाहिशों पर बहत असर होता है 

"बाल मोहन पांडे साहब का एक शेर है न"

खुल के रो लेने से दिल हल्का हो जाएगा क्या
और मुस्कुरा दूंगा तो सब आसान हो जाएगा क्या
 मैं अगर अपनी खुशी से एक दिन भी काट लुं तो 
आप लोगों का बहत नुकसान हो जाएगा क्या

#खुशी

14 Love

#वक्त  कभी-कभी ऐसा भी होता है 
की बहुत सारी बातें होती है 
कहने को मगर कह नहीं पाते हैं
 शायद हमें जो कहना है 
वोह जबां से मुकम्मल नहीं हो पाती 
हम उसे किसी से कह नहीं पाते हैं 
या फिर कोई सुनने वाला नहीं होता
 जब अंदर की खामोशी चिंखती है 
तो दिल और दिमाग दोनों सुन पर जाता है
 और इंसान को खामोशी अच्छी लाने लगती है 
पता नहीं क्यों लोग कहते हैं उदास हैं 
‌ एक पंक्ति याद आती है

"कभी खुश हुए तो लिखेंगे क्यों तबीयत उदास रहती है"

©Ahmad Raza

कभी-कभी किसी चीज की सदिद जरूरत होती है मगर उस वक्त में वोह मयस्सर नहीं होती उस वक़्त नही मिल पाता है लेकिन बाद मे फिर मिलता है शायद उससे और भी बेहतर मगर उस वक़्त तक वोह खोवाहिशें दिल के कीसी कोने मे दफ़न हो जाती है फिर फर्क नही परता के वह खोवाहिशें पूरी हुई भी या नही वाशीर बद्र साहब की एक पंक्ति है " दिल वोह कब्र है जहाँ हर रोज कोई न कोई खोवाहिशें दफ़न हो जाती है " ©Ahmad Raza

#वक़्त  कभी-कभी किसी चीज की सदिद जरूरत होती है
 मगर उस वक्त में वोह मयस्सर नहीं होती
 उस वक़्त नही मिल पाता है लेकिन
 बाद मे फिर मिलता है शायद उससे और भी बेहतर 
मगर उस वक़्त तक वोह खोवाहिशें
 दिल के कीसी कोने मे दफ़न हो जाती है
 फिर फर्क नही परता के वह खोवाहिशें
 पूरी हुई भी या नही 
वाशीर बद्र साहब की एक पंक्ति है

" दिल वोह कब्र है जहाँ हर रोज कोई न कोई खोवाहिशें दफ़न हो जाती है "

©Ahmad Raza
Trending Topic