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@amazepriyanshu
बेशर्म हो गया हूँ मैं इस हाल में जीते जीते रिंदो में आया नाम मे रा यूँ आँसू पीते पीते पता भी न चला कब ऊब गई मुझसे सूई ज़ख्मी हुई उंगलिया मेरी ज़ख़्म सीते सीते ©Priyanshu Singh
Priyanshu Singh
8 Love
अबले ना भीजल हमार चुनर रंग में हमरी रंग दी ना चुनरिया केसर रंग में पीयरो ना सोभे ना ही रानिये सोभे हरिहर ना चाही ई सावन नहीं हउवे लाल के मिलाईं आजू पियर रंग में हमरी रंग दी ना चुनरिया केसर रंग मे लाली लाली गाल बेहाल भईल बा पूछत केहु नईखे का हाल भईल बा बड़ा मन डेराला हमार आनकर रंग से हमरी रंग दी ना चुनरिया केसर रंग में अवध न भावे हमरा काशी नाहीं भावे वृदांवन न चाही हमके हिय ललचावे होली बा आईल रंग दी सुन्नर रंग में हमरी रंग दी ना चुनरिया केसर रंग में हमके ना ही रंगी आज दोसर रंग में हमरी रंग दी ना चुनरिया केसर रंग में @amazepriyanshu ©Priyanshu Singh
18 Love
ऊँचे गगन को जब देखता जग है छलांग लगाने को मचलता पग है लगा दो जीवन खुशी की खोज में अभी तो दौड़ते रक्त से भरा रग है देखो सिखो इन चांद सितारों से जिसने अंधेरा चीरा वो जगमग है कृपया मुझे उदाहरण न दिखाए ये मेरे स्वप्न सारे सबसे अलग हैं प्रियांशु तू किस से भाग रहा है तेरा तो मन ही सबसे बड़ा ठग है ©Priyanshu Singh
22 Love
दिल को जो भाए वो हुनर लेंगे हम मर्जी हो हमारी वही गुज़र लेंगे हम इतना हंगामा न बरपा ऐ ज़माना चुप चाप यहीं कहीं मर लेंगे हम खाली हाथ जाने में तो शर्म आएगी नाकामियों से ही झोली भर लेंगे हम कुछ बड़ा करने की चाह बहुत है पर चाह कर भी क्या कर लेंगे हम जब जीने का मन बना ही लिया है तो किसी हाल में बसर कर लेंगे हम इस सर्दी को चिताओं गर्मी मारेगी श्मशान के पास ही में घर लेंगे हम हमारा हिसाब क्या लेंगे ऊपरवाले वो मिले तो उनकी खबर लेंगे हम ©Priyanshu Singh
14 Love
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