HSE YasH KhaN

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instra id ehsyashkhan Only the lesson learned from the journey of life, no one gives support, every person is ready to push

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#26janrepublicday #happyrepublicday #deadsoulpoet #Review  26 jan republic day मिट्टी में जन्में हैं,
मिट्टी में मिल जाएंगे,
ऐ वतन रग-रग में तू,
तुझपर कुर्बान हो जाएंगे,
मर भी जाएँ तेरे नाम पे,
"हिन्दुस्तान" नाम अमर कर जाएंगे ||

Happy Republic Day🇮🇳🇮🇳🇮🇳
#deadsoulpoet 
#review

©HSE YasH KhaN
#जानकारी #CrescentMoon  किस्मत क्या दर्द जगा रही है 
देकर संकेत जीत का 
हर एक कतरे को तड़पा रही है 
देकर थोड़ी सी खुशी 
हर शाम अकेले में रुला रही है 
थोड़ा उछल कर कुछ करने जाऊ तो 
हर काम को जर्रा जर्रा बिगाड़ रही है 
कायनात कहर बरसा रही है

©HSE YasH KhaN

#CrescentMoon

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#शायरी #CrescentMoon  अरसों से सिर्फ़  तन्हाई पी रहा हूँ,
बिन छुए उसे मुद्दतों से जी रहा हूँ,

घर नहीं अपना इस उल्फ़त मे मैं
मैं हमेशा ही एक सी गली रहा हूँ,

धूप का क्या  वास्ता हैं  हम से
बंद पड़े मकान में मैं नमी रहा हूँ,

क़ैद  करो मुझे  भी तुम जेल में
तुमसे इश्क़ करके भी बरी रहा हूँ,

क्यूँ ये राख बनने का नाम ही नहीं
सदियों से तेरे लिए जल ही रहा हूँ,

©HSE YasH KhaN

#CrescentMoon

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#शायरी #happyholi  उजड़े चमन में निहाल है होली
किसीके हिज्र में बहाल है होली

आतिशें गुलाल की उछल रही
अब रंगों से बद-हाल है होली

रंग हज़ार रखें हैं उसके थाल में
न जाने फिर क्यूंँ महाल है होली

साक़ी आज जाम गुलाबी बनाना
शहर में मय-रंग फिलहाल है होली

©HSE YasH KhaN

#happyholi उजड़े चमन में निहाल है होली किसीके हिज्र में बहाल है होली आतिशें गुलाल की उछल रही अब रंगों से बद-हाल है होली रंग हज़ार रखें हैं उसके थाल में न जाने फिर क्यूंँ महाल है होली

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मैं वो बदसूरत शक़्ल हूं जिसका वजूद खूबसूरत चेहरों ने मिटा दिया ©HSE YasH KhaN

#शायरी #story #gajal #Path #pod  मैं वो बदसूरत शक़्ल हूं
जिसका वजूद खूबसूरत चेहरों ने मिटा दिया

©HSE YasH KhaN
#शायरी  हर किसी को मुक्कमल जहां नहीं मिलता

किसी को जमीं तो किसी को आसमां नहीं मिलता

बुने तो है कई सपने इन आंखों ने इस दिल ने

लेकिन हर किसी को उसे साकार करने का हक नहीं मिलता

चाहता तो हर कोई है जिंदगी जीना अपने हिसाब से

लेकिन हर परिंदे को खुला आसमां नहीं मिलता

©HSE YasH KhaN

हर किसी को मुक्कमल जहां नहीं मिलता किसी को जमीं तो किसी को आसमां नहीं मिलता बुने तो है कई सपने इन आंखों ने इस दिल ने लेकिन हर किसी को उसे साकार करने का हक नहीं मिलता

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