हसरतें तो बहुत थी जिंदगी से पर
दिल में ही दबी रह गई,
कहना तो हम बहुत कुछ चाहते थे आपसे
पर क्या करे कुछ बाते अनकही ही रह गई ..
कोशिश तो बहुत की हमने मुस्कुराने की
पर फिर भी
ना जाने क्यों इन आंखो में कुछ नमी सी रह गई ..
शायद मेरी ही कोशिशों में कुछ कमी रह गई,
हसरतें तो बहुत थी जिंदगी से पर दिल में ही दबी रह गई ...
©Luv pandey
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