कव्यप्रिंस

कव्यप्रिंस Lives in Ahmedabad, Gujarat, India

अपना वक़्त, हालात ,रिश्ते और जज़्बात ख़ुद बदलने निकला हूं (कव्यप्रिंस)

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आज कशमकश के दागे ऐसे टूटे है,समझ लो जैसे मोतिया बिखरी हो समंदर में, समेट लो टूटी हुई आश के पीछे चल पड़ा अब,सीधी पंगती में विश्वाश में ही विष का वास था,झेल लो अधूरी लिखावट को कहानी मान पड़ा था,गलती से बिना सब जाने ही अपना मान चुका था, जल्दी से आज ठंड लग रही पर फिर भी बारिश चाहता हूं अपनो की गलती जान कर भी उनके पास जाना चाहता हूं आज मौत फिर से दस्तक दी है दरवाजे पर, स्वागत है रात काली है किसी दर्द के आने की अब , आहट है चल ना बहुत तजुर्बा आ गया है दिखावटी बनावट का अब तो लगता है इंसान के पीछे मुखोटो की सजावट है।। ©कव्यप्रिंस

#कविता #Thanks  आज कशमकश के दागे ऐसे टूटे है,समझ लो
जैसे मोतिया बिखरी हो समंदर में, समेट लो
टूटी हुई आश के पीछे चल पड़ा अब,सीधी पंगती में
विश्वाश में ही विष का वास था,झेल लो

अधूरी लिखावट को कहानी मान पड़ा था,गलती से
बिना सब जाने ही अपना मान चुका था, जल्दी से
आज ठंड लग रही पर फिर भी बारिश चाहता हूं
अपनो की गलती जान कर भी उनके पास जाना चाहता हूं

आज मौत फिर से दस्तक दी है दरवाजे पर, स्वागत है
रात काली है किसी दर्द के आने की अब , आहट है
चल ना बहुत तजुर्बा आ गया है दिखावटी बनावट  का
अब तो लगता है इंसान के पीछे मुखोटो की सजावट है।।

©कव्यप्रिंस

#Thanks

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पहली लिखावट के साथ पहली मुलाकात हुई सपनो के आगे जाकर तुमसे बात हुई कहने में जब बाते खुलने लगी हमारी तभी हमारी नज़्म भरी कहानी की शुरुवात हुई।। टूटे धागों के रिश्तों के पीछे समुंदर नाप गया मैं आज लहरों पर उतर कर देखा तो खुद को भाप गया मैं चलाने आया था जो मैं रिश्तों को आज उन्ही रिश्तों से कांप गया मैं।। बचपन की दौड़ से शुरुआत हुई थी आज जवानी की दौड़ में मात हुई है रवानी तो किश्शो में जताई जाती हैं कहानी तो नज्मों में सुनाई जाती है जो किस्से अधूरे रह जाते है उनसे कई नज्में बनाई जाती है।। ©कव्यप्रिंस

#कविता #seashore #Silence #Truth #Hindi  पहली लिखावट के साथ पहली मुलाकात हुई
सपनो के आगे जाकर तुमसे बात हुई
कहने में जब बाते खुलने लगी हमारी
तभी हमारी नज़्म भरी कहानी की शुरुवात हुई।।

टूटे धागों के रिश्तों के पीछे समुंदर नाप गया मैं
आज लहरों पर उतर कर देखा तो खुद को भाप गया मैं
चलाने आया था जो मैं रिश्तों को
आज उन्ही रिश्तों से कांप गया मैं।।

बचपन की दौड़  से शुरुआत हुई थी
आज जवानी की दौड़ में मात हुई है
रवानी तो किश्शो में जताई जाती हैं
कहानी तो नज्मों में सुनाई जाती है
जो किस्से अधूरे रह जाते है
उनसे कई नज्में बनाई जाती है।।

©कव्यप्रिंस

इश्क़ मुनासिब मोहलत मुक्कमल रब के दरबार में झूठ नहीं टिकता रोज रंजिश के ताबूत में बन्द कर के मन का परींदा कैद नहीं मरता चलती है सांसे तेज हर पल में रोकने से दिल को इश्क़ नहीं रुकता नूर अलग है तेज़ तुम्हारा जैसे तेज़ हो महादेव का मनका अमल अमर अस्तित्व आवश्यकता जैसे तरल तैरता तेल पर हल्का करो मन का तभी तहलका वरना महाकाल का खेल ना संभलता अंद पाखंड सब धरा यहां जहा तांडव चलता शिव का मृतक जाग उठा शंख मृदग्नी शंभु शुलभ करे मिर्ग का।।। ©कव्यप्रिंस

#Shiva #Truth #Hindi  इश्क़ मुनासिब मोहलत मुक्कमल 
रब के दरबार में झूठ नहीं टिकता
रोज रंजिश के ताबूत में बन्द कर के
मन का परींदा कैद नहीं मरता

चलती है सांसे तेज हर पल में
 रोकने से दिल को  इश्क़ नहीं रुकता
नूर अलग है तेज़ तुम्हारा
जैसे तेज़ हो महादेव का मनका

अमल अमर अस्तित्व  आवश्यकता 
जैसे तरल तैरता तेल पर हल्का
करो मन का तभी तहलका
वरना महाकाल का खेल ना संभलता

अंद पाखंड सब धरा यहां
जहा तांडव चलता शिव का
मृतक जाग उठा शंख मृदग्नी
शंभु शुलभ करे मिर्ग का।।।

©कव्यप्रिंस

#nojoto #Hindi #Shiva #Truth #Real

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आज किस्मत के भरोसे कट रही ज़िन्दगी खुले आसमान में भी कैद लगती है नोटों के बारिशों में भीगने के मन से रात की नींद भी अब दिन में बसती है खामोशी पसंद मुझे सुनसान भरी पर चलता हूं भीड़ में दौड़कर रंजिश बहुत है खुद से मुझे पर देखकर साज़िश भी बोला ऎतबार कर कोशिश में जूझ रहा हर पल मै की कभी तो रोशनी घर आएगी पर दिल से लगता है देर हो गई तभी लंबी है कामयाबी मेरे साए की सहता आया हूं और सहता ही जाऊंगा किसको पड़ी है और किसकी फिकर है सब लड़ रहे है और सबको है बनना ......(महान) रिश्तों के धागे में खुद बुन रहे है .......(यहां)।। ©कव्यप्रिंस

#रिश्ते #Motivation #Struggle #Routine #alone  आज किस्मत के भरोसे कट रही ज़िन्दगी
खुले आसमान में भी कैद लगती है
नोटों के बारिशों में भीगने के मन से
रात की नींद भी अब दिन में बसती है

खामोशी पसंद  मुझे सुनसान भरी
पर चलता हूं  भीड़ में दौड़कर
रंजिश बहुत है खुद से मुझे पर
देखकर साज़िश भी बोला ऎतबार कर


कोशिश में जूझ रहा हर पल मै की
कभी तो रोशनी घर आएगी
पर दिल से लगता है देर हो गई
तभी लंबी है कामयाबी मेरे साए की

सहता आया हूं और सहता ही जाऊंगा
किसको पड़ी है  और किसकी फिकर है
सब लड़ रहे है और सबको है बनना ......(महान)
रिश्तों के धागे में खुद बुन रहे है .......(यहां)।।

©कव्यप्रिंस

शिव स्मा रहे मुझमें और मै शून्य हो रहा.. उनकी सोच में पागल मेरा मन मनोहरा.. चले कहीं राह पर टहलने को जग में.. आज निकला शिव को ढूंढ़ने और खुद राह है बन रहा। भक्ति की शाम के तले दिव्य है उनके रोशनी भले.. शिव के नाम पर ही मेरा मन झूम रहा.. शिव स्मा रहे मुझमें और मै शून्य हो रहा.. हर पल खत्म होते ही नए युग का जन्म हो रहा। व्यक्तित्व बनाने के पीछे सब आज दौड़ रहा.. मै दौड़ रहा वहा जहा व्यक्तित्व है जन्मा.. शून्य से सुशोभित पर जग से है बड़ा.. मै उनकी रोशनी में स्तब्ध हूं खड़ा.. क्योंकि शिव स्मा रहे मुझमें और मै शून्य हो रहा। © कव्यप्रिंस

#अनुभूति #अनुभव #शून्य #शिव #hinduism  शिव स्मा रहे मुझमें और मै शून्य हो रहा..
उनकी सोच में पागल मेरा मन मनोहरा..
चले कहीं राह पर टहलने को जग में..
आज निकला शिव को ढूंढ़ने और खुद राह है बन रहा।

भक्ति की शाम के तले दिव्य है  उनके रोशनी भले..
शिव के नाम पर ही मेरा मन झूम रहा..
शिव स्मा रहे मुझमें और मै शून्य हो रहा..
हर पल खत्म होते ही नए युग का जन्म हो रहा।


व्यक्तित्व बनाने के पीछे सब आज दौड़ रहा..
मै दौड़ रहा वहा जहा व्यक्तित्व है जन्मा..
शून्य से सुशोभित पर जग से है बड़ा..
मै उनकी रोशनी में स्तब्ध हूं खड़ा..
क्योंकि शिव स्मा रहे मुझमें और मै शून्य हो रहा।


© कव्यप्रिंस

उनके आने का पैग़ाम आया था, बस एक लम्हा वक़्त ठहरा और उनका जवाब आया था। हम तो खुलते गए उनके हिसाब से पर फिर भी हर जवाब के बाद एक और सवाल आया था। हम वक़्त बिताए है उनके साथ बहुत दूर से पर नजदीकियां हमेशा पास आती गई है। हम बहस में सोचते रहे उनके बारे में पर वो हमे अपने सासों में बसाते गई है। नसीब हमारे अच्छे थे उस दिन तभी तो हमारे जज़्बात देख उन्हें हमारा खयाल आया था। लोग कहते है प्यार का दरिया बहुत गहरा तभी तो हमारे प्यार पर उन्हें ऐतबार आया था। आगे साथ रहने का वादा है आपसे आज तक तो सिर्फ आपसे हर वादे का परिणाम आया था । © कव्यप्रिंस

 उनके आने का पैग़ाम आया था, 
बस एक लम्हा वक़्त ठहरा और उनका जवाब आया था।
 
हम तो खुलते गए उनके हिसाब से पर 
फिर भी हर जवाब के बाद एक और सवाल आया था।

हम वक़्त बिताए है उनके साथ बहुत दूर से
पर नजदीकियां हमेशा पास आती गई है।

हम बहस में सोचते रहे उनके बारे में पर 
वो हमे अपने सासों में बसाते गई है।


नसीब हमारे अच्छे थे उस दिन तभी तो
हमारे जज़्बात देख उन्हें हमारा खयाल आया था।

लोग कहते है प्यार का दरिया बहुत गहरा तभी तो
 हमारे प्यार पर उन्हें ऐतबार आया था।

आगे साथ रहने का वादा है आपसे आज तक 
तो सिर्फ आपसे हर वादे का परिणाम आया था ।

© कव्यप्रिंस

#nojoto #2021

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