English
लफ्ज़ रुकते नहीं, जज्बात बयां होते नहीं। इस भरी महफिल में हसरतें मुक़म्मल होती नहीं।।
White खो देने के डर से खुद को संभालते रहे। पता न चला खुद को पहले से खो बैठे थे।। बिछड़ने के डर से फासलें घटाते गए, पता न था की हम कभी मिले ही न थे।। क्या खोना क्या अब बिछड़ना, जब सब पहले से तय था। नाम का हम बस नदियां बहा रहे थे, बाकी समंदर से नाता हमारा तक़दीर था।। ©BINOदिनी
BINOदिनी
14 Love
माशुकायें यूँ ही बदनाम है, बेवफ़ा के नाम से। आशिक़ भी कोई कम नहीं है। बोलते थे वह साथ जाते नहीं है, मगर आज बुलाने वालों में हिम्मत नहीं है। ©BINOदिनी
White ज़हर पीने में भी मजा बड़ा आता है। थोड़े से काम चल जाता है। ज्यादा पिले जो पता नहीं क्यों कफ़न के बदले जिंदगी मिल जाती है। ©BINOदिनी
17 Love
मोहब्बत-ए-इज़हार आसान नहीं होता, हर एक का राह फूलों का बिस्तर नहीं होता। ऐतबार करना तो बहुत चाहा, मगर ऐतबार का ऐतबार नहीं हो पाता। ©BINOदिनी
11 Love
White कस्ती डूब जाए तो परवाह नहीं। तैरना आना चाहिए।। गमों के बाज़ार में लूट जाए तो परवाह नहीं। ख़रीदार-ए-सुलतान होना चाहिए।। ©BINOदिनी
12 Love
White यह दस्तूर न टूटेगा, यह ख्वाबों का आशियाना न बिखरेगा। परिंदों सी उड़ान चाहिए, यह चलना हरदम मुक़म्मल करना होगा।। ©BINOदिनी
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