Deep Shikha

Deep Shikha Lives in Bhagalpur, Bihar, India

तुम डाल-डाल हजारों औजारों को लिए मेरे स्कंधों को ढूंढते रहो मगर जरा ठहरो जनाब जरा ठहरो अरे मैं तो इत्र हूँ बन हवा सदा फिजाओं को महकाती मिलुंगी " 😉

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चल माना , मैं छोटी-छोटी आदतें बदल लूं तेरे लिए पर तेरी हुकूमत पे जिऊं ? 😏😏 माफ करना, मैं किसी के पाँकेट में समा जाने वाली कोई चीज नहीं ©Deep Shikha

#blackandwhite  चल माना ,
मैं छोटी-छोटी आदतें बदल लूं तेरे लिए 
पर तेरी हुकूमत पे जिऊं ?
😏😏
माफ करना,
 मैं किसी के पाँकेट में समा जाने वाली कोई चीज नहीं

©Deep Shikha

अबके जो तुम बिछड़े तो, ये मलाल आया । जानां ! कोई न अनजाना , तुझसा तेरे बाद आया । ✍Deepshikha

#ShiningInDark  अबके जो तुम बिछड़े तो,
ये मलाल आया ।
जानां !
कोई न अनजाना ,
तुझसा तेरे बाद आया ।
✍Deepshikha

खफा गर डगर हो जाए तो, उसे मना भी लें हम । जुदा हो तुम्हारी बाहों से, बता किधर जाएं हम । _Deepshikha

#waiting  खफा गर डगर हो जाए तो, 
उसे मना भी लें हम ।
जुदा हो तुम्हारी बाहों से, 
बता किधर जाएं हम ।

_Deepshikha

#waiting

15 Love

गर जो कहीं कोई खुशमिजाज दीख जाए , उन्हें बस कहीं छुपा दो । क्योंकि आजकल वैसे लोगों का हीं , मौत का सीजन चल रहा है 😓 ~Deepshikha

#suside  गर जो कहीं कोई खुशमिजाज दीख जाए ,
उन्हें बस कहीं छुपा दो ।
क्योंकि आजकल वैसे लोगों का हीं ,
मौत का सीजन चल रहा है 😓
~Deepshikha

#suside

16 Love

मोहब्बत लाजमी है तो चलो एक हसीं शुरुआत हो । जब हवाएं हैं साथ तो कुछ कंकडों की क्या औकात हो । ✍ Deepshikha

#शायरी #dearzindgi  मोहब्बत लाजमी है तो चलो एक हसीं शुरुआत हो ।
जब हवाएं हैं साथ तो कुछ कंकडों की क्या औकात हो ।
 
✍ Deepshikha

#dearzindgi

14 Love

रतजगा आंखें ये , कुछ ख्वाब संजोते आया है । कई महफिलों की रंगत से ये , कुछ नज्म चुराते आया है । कभी बयां हुई न लबों से जो , प्रायः उन्हीं जख्मों को अपनाते आया है । ~दीपशिखा

#Eye  रतजगा आंखें ये , 
कुछ ख्वाब संजोते आया है ।
कई महफिलों की रंगत से ये , 
कुछ नज्म चुराते आया है ।
कभी बयां हुई न लबों से जो  , 
प्रायः उन्हीं जख्मों को अपनाते आया है ।
 ~दीपशिखा

#Eye

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