Sagar Parasher

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सपने होते हैं पुरे, ज़रा देखने की हिम्मत तो करो🤗

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#ज़िन्दगी  ना निकलने दिया एक भी आँसू,
जब वो दूर हमसे जा रहे थे।
एक एक कदम बढ़ाते हुए,
मेरे सपनों को दफ़ना रहे थे।
हम-नवाई के मंजर थे हर कहीं,
बस हम चलते जा रहे थे।
इतनी भी नकारा ना की थी मोहब्बत,
जो धोखे हम ये खा रहे थे।
ना पलट कर देखा उसने एक बार भी, 
हम ना नजरें उनसे हटा पा रहे थे।
आंखों में उफनता समन्दर था, 
और वो वादे मुझे याद आ रहे थे।
कहते थे धूप हो या फिर हो छांव,
हर सुख दुख में साथ निभाएंगे।
वो सपना था या ये सपना है,
कैसे खुद को हम समझाएंगे।
वो जो फ़ूलों से सहेजे थे सपने,
कैसे उनको हम दफ़नाएंगे?
हंसेगा आलम जब भी देखकर,
कैसे उनको हम बतलाएंगे?
अब ना सीखा किसी से मैंने लिखना,
जाने ज़माना क्या पढ़ लेता है।
जब जब लिखता हूँ मैं अपने दर्द को,
उसे वो अपनी ही कहानी कहता है।

©Sagar Parasher

ना निकलने दिया एक भी आँसू, जब वो दूर हमसे जा रहे थे। _Sagar Parasher 31.03.2024

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#ज़िन्दगी #Dil__ki__Aawaz #sagarparasher #PhisaltaSamay #hindi_poetry #sagarkivaani  ना निकलने दिया एक भी आँसू,

जब वो दूर हमसे जा रहे थे।

एक एक कदम बढ़ाते हुए,

मेरे सपनों को दफ़ना रहे थे।

हम-नवाई के मंजर थे हर कहीं,

बस हम चलते जा रहे थे।

इतनी भी नकारा ना की थी मोहब्बत,

जो धोखे हम ये खा रहे थे।

ना पलट कर देखा उसने एक बार भी, 

हम ना नजरें उनसे हटा पा रहे थे।

आंखों में उफनता समन्दर था, 

और वो वादे मुझे याद आ रहे थे।

कहते थे धूप हो या फिर हो छांव,

हर सुख दुख में साथ निभाएंगे।

वो सपना था या ये सपना है,

कैसे खुद को हम समझाएंगे।

वो जो फ़ूलों से सहेजे थे सपने,

कैसे उनको हम दफ़नाएंगे?

हंसेगा आलम जब भी देखकर,

कैसे उनको हम बतलाएंगे?

अब ना सीखा किसी से मैंने लिखना,

जाने ज़माना क्या पढ़ लेता है।

जब जब लिखता हूँ मैं अपने दर्द को,

उसे वो अपनी ही कहानी कहता है।

©Sagar Parasher

ना निकलने दिया एक भी आँसू, जब वो दूर हमसे जा रहे थे। _Sagar Parasher  31.03.2024

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#विचार #night_thoughts #sagarparasher #sagarkivaani #hindipoetry #Distant  खेलोगे अगर इश्क़ से तो खिलौना ही है 
ना आज़माना इसे अगर खोना नहीं है,
वैसे तो दोष अंत में मुझे ही मिलेगा 
पर सुनो, मुझ पर रखना यकीन
अगर ज़िंदगी में इश्क़ के लिए कभी रोना नहीं है।।

©Sagar Parasher
#ज़िन्दगी #night_thoughts #sagarparasher #sagarkivaani #dilkibaat #alfaaz  रात अकेला नहीं रहने देती 
दिल की बात दिल में रहने नहीं देती,

समेट लाती है यादों का सैलाब 
जला देती है दिल में एक आग,

फिर नहीं रह पाते हमारे अल्फाज़ काबू 
उतर पन्नों पर मेरे बिखेर देते हैं जादू।।

©Sagar Parasher

#Raat #night_thoughts #dilkibaat #alfaaz #sagarparasher #sagarkivaani रात अकेला नहीं रहने देती दिल की बात दिल में रहने नहीं देती, समेट लाती है यादों का सैलाब जला देती है दिल में एक आग, फिर नहीं रह पाते हमारे अल्फाज़ काबू उतर पन्नों पर मेरे बिखेर देते हैं जादू।।

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#ज़िन्दगी #Dil__ki__Aawaz #sagarparasher #hindi_poetry #sagarkivaani #raatkibaat  ढलती ये रात 
भी छोड़ गई साथ 
आई हमें जब तेरी याद।

आंखे थी नम 
और नींदे गुम
सीने पर हुए थे लाखों आघात।

बेचैनी बड़ी 
थी घेरे खड़ी 
और धीमे धीमे हो रहा था प्रभात।

ख्वाबों के सहारे 
थे जो पल गुजारे 
अब छिन रहे थे मेरा हमराज़।

उठ फ़िर मैं चल दिया 
जीवन से फ़िर लड़ दिया 
ख्वाबों से घर नहीं चलता साहब।

जैसे जैसे बीती पहर 
रह रह कर साँसें रही थी ठहर 
लेकर यादों का दौर, फिर आ रही थी रात।।

©Sagar Parasher
#ज़िन्दगी #तन्हाई #Dil__ki__Aawaz #sagarparasher #hindi_poetry #sagarkivaani  प्रेरणा लिखने की है कहीं 
कहीं दर्द की आवाज है,

वो शख्स कल ऐसा ना था 
जैसा दिखता वो आज है,

उसके पन्नों पर लिखी
किसी की खूबसूरती,

एक बिसरी दुःख की 
कहानी कहती है,

सच है हर लेखक की 
अधुरी प्रेम कहानी रहती है।

©Sagar Parasher
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