- @Hardik Mahajan

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खुशी हो या गम सबका करती सम्मान है उपहारों पर उपहारों से प्रेम देकर। ©- @Hardik Mahajan

#nojotoqueen #Anshuwriter #proud #Anshu  खुशी हो या गम सबका करती सम्मान है
उपहारों पर उपहारों से प्रेम देकर।

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👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏 मुश्किलों भरें हालातों में भी ख़ुद को संभाल लेती हैं, ख़ुशी हो या ग़म हर हाल में ख़ुद कर किनारा लेती हैं। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 देकर सम्मानित उपहारों से वो प्रेम फूलों सा लुटा देती हैं, सबकी चहेती नोजोटो पर हुनहार वो ख़ुशी ढूंढ लेती हैं। ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ सुख दु:ख सबकुछ अपना ख़याल रखकर झेल लेती हैं,

3 Love

White शब्द और भाव अर्थ के समान हैं, अर्थ ही शब्दों का आध्यात्मिक समय है, शब्द सार्थक सृजन के प्रथम और अंतिम क्षण का उद्धरण हैं, समय शब्दों से है और समय शब्दों के अर्थ शब्दमय होता हैं। ✍️✍️ ©- @Hardik Mahajan

#Quotes  White शब्द और भाव अर्थ के समान हैं, अर्थ ही शब्दों का आध्यात्मिक समय है, शब्द सार्थक सृजन के प्रथम और अंतिम क्षण का उद्धरण हैं, समय शब्दों से है और समय शब्दों के अर्थ शब्दमय होता हैं।
✍️✍️

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White शब्द और भाव अर्थ के समान हैं, अर्थ ही शब्दों का आध्यात्मिक समय है, शब्द सार्थक सृजन के प्रथम और अंतिम क्षण का उद्धरण हैं, समय शब्दों से है और समय शब्दों के अर्थ शब्दमय होता हैं। ✍️✍️ ©- @Hardik Mahajan

18 Love

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White कामयाबी का रूपक ज़रूरी परिस्थितियों को संभालता है,और शब्द, भावना दोनों में सामंजस्य हो तो आर्थिक आने वाली परिस्थितियों में समय पर सुधार होता है। ©- @Hardik Mahajan

#Quotes  White 
कामयाबी का रूपक ज़रूरी परिस्थितियों को संभालता है,और शब्द, भावना दोनों में सामंजस्य हो तो आर्थिक आने वाली परिस्थितियों में समय पर सुधार होता है।

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White कामयाबी का रूपक ज़रूरी परिस्थितियों को संभालता है,और शब्द, भावना दोनों में सामंजस्य हो तो आर्थिक आने वाली परिस्थितियों में समय पर सुधार होता है। ©- @Hardik Mahajan

14 Love

#sad_shayari  White वक्त की बंदिशों में जब घेर लिया हैं,
दरख़्त सिफारिशों से देख लिया हैं,
क्या करें गुज़ारिश उनकी "हार्दिक"
बिछड़के तुमसे फैसला लिया हैं।
❤️✍️✍️हार्दिक महाजन

©- @Hardik Mahajan

#sad_shayari

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#Quotes  White समय पर निर्धारित प्रत्येक क्रिया को शब्दों में अनुभव नहीं किया जा सकता, जिस प्रकार सुबह का सूरज और रात का चंद्रमा समय-समय पर आवागमन करते हैं, निरंतर अभ्यास करके, ठीक! उसी प्रकार शब्दरूपी और समय को निरंतर प्रयास करके समझा जा सकता है।
☺️✍️✍️हार्दिक महाजन

©- @Hardik Mahajan

White समय पर निर्धारित प्रत्येक क्रिया को शब्दों में अनुभव नहीं किया जा सकता, जिस प्रकार सुबह का सूरज और रात का चंद्रमा समय-समय पर आवागमन करते हैं, निरंतर अभ्यास करके, ठीक! उसी प्रकार शब्दरूपी और समय को निरंतर प्रयास करके समझा जा सकता है। ☺️✍️✍️हार्दिक महाजन ©- @Hardik Mahajan

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