Aditya Karn

Aditya Karn Lives in Darbhanga, Bihar, India

पंचतत्वों से बना ये तन, बड़ा चंचल है ये मन, मेरा परिचय, आदित्य कर्ण

aditya.the.great.ADI/official.in

  • Latest
  • Popular
  • Video

होली! जिसमें "ह" और "ल" का ऐसा संयोग होता है। हल जिसका सुंदर सा योग है। हल! जो किसानों का शस्त्र है। रंग ही जीवन का वस्त्र है। किसान! न तो हिन्दू, न मुसलमान है दोनों है तो ये हिंदुस्तान है। दोनों है तो ये हिंदुस्तान है। ©Aditya Karn

#Aditya_the_great_ADI #Happy_holi  होली!
जिसमें "ह" और "ल" का
ऐसा संयोग होता है।
हल जिसका सुंदर सा योग है।

हल!
जो किसानों का शस्त्र है।
रंग ही जीवन का वस्त्र है।

किसान!
न तो हिन्दू, न मुसलमान है
दोनों है तो ये हिंदुस्तान है।
दोनों है तो ये हिंदुस्तान है।

©Aditya Karn

सुनो! इश्क़ करना है तुमसे वो इश्क़ जो बस इश्क़ होगा, अकेला, अविचल, निश्छल, निराधार जिसमें ज़िद न होगी पाने की डर न होगी खो जाने की न पास रहने की वज़ह होगी न जरूरत पड़ेगी दूर जाने की अग़र कुछ होगा तो बस इश्क़ होगा, न समय का पहरा होगा। चर्चा न होगी खुलेआम नहीं कोई किसी से कुछ कह रहा होगा। कहो! कर सकोगे, ऐसा इश्क़ जो बस इश्क़ होगा। ©Aditya Karn

#एक_इश्क़_ऐसा_भी #hangout  सुनो!
इश्क़ करना है तुमसे
वो इश्क़ जो
बस इश्क़ होगा,
अकेला, अविचल,
निश्छल, निराधार
जिसमें ज़िद न होगी पाने की
डर न होगी खो जाने की
न पास रहने की वज़ह होगी
न जरूरत पड़ेगी दूर जाने की
अग़र कुछ होगा तो
बस इश्क़ होगा,
न समय का पहरा होगा।
चर्चा न होगी खुलेआम
नहीं कोई किसी से
कुछ कह रहा होगा।

कहो!
कर सकोगे, ऐसा इश्क़
जो बस इश्क़ होगा।

©Aditya Karn

सुबह का ये मौसम आँखों में नींद जल्दी उठने की ज़िद्द ठंडी ठंडी हवाएं उसमें तुम्हारी महक संग तुम्हारी की यादें। इस सब से बेहतर तो सिर्फ़ तुम हो सकती थी न लेक़िन, नहीं ये जो मेरा मन है न बस तुम्हें याद किया तो कर लिया। ©Aditya Karn

#सुबह_वाली_यादें #sunrays  सुबह का ये मौसम
आँखों में नींद
जल्दी उठने की ज़िद्द
ठंडी ठंडी हवाएं
उसमें तुम्हारी महक संग
तुम्हारी की यादें।
इस सब से बेहतर तो
सिर्फ़ तुम हो सकती थी न
लेक़िन, नहीं
ये जो मेरा मन है न
बस तुम्हें याद किया
तो कर लिया।

©Aditya Karn

सुनो! ठुकरा देना मुझे जैसे मारती है ठोकर वो रास्ते का पत्थर, अग़र, अपनाना मुझे तो जैसे राधा ने अपनाया था कृष्ण को बस प्रेम, विश्वास, धैर्य के साथ जैसे उर्मिला ने अपनाया था लक्ष्मण को बस त्याग और इंतज़ार के साथ। जब चाहना तो चाहते रहना केवल हम होंगे हमारे भीतर बाँकी सब शून्य होगा। पाने की ज़िद्द मर करना तो नहीं होगा डर, खोने का न इधर, न उधर। ©Aditya Karn

#प्रेम #WForWriters  सुनो!
ठुकरा देना मुझे
जैसे मारती है ठोकर
वो रास्ते का पत्थर,

अग़र, अपनाना मुझे तो
जैसे राधा ने अपनाया था
कृष्ण को
बस प्रेम, विश्वास, धैर्य के साथ
जैसे उर्मिला ने अपनाया था
लक्ष्मण को
बस त्याग और इंतज़ार के साथ।

जब चाहना तो चाहते रहना
केवल हम होंगे हमारे भीतर
बाँकी सब शून्य होगा।
पाने की ज़िद्द मर करना
तो नहीं होगा डर,
खोने का
न इधर, न उधर।

©Aditya Karn

तेरे इस शहर की सहर में, कुछ तो बात है। वरना, धूप में चांद का यूं दीदार नहीं होता। दिख जाए भी, अगर छुपते छिपाते लेक़िन इतना भी चमकदार नहीं होता।

#शहर_की_सहर #शायरी  तेरे इस शहर की सहर में,
कुछ तो बात है।
वरना, धूप में चांद का
यूं दीदार नहीं होता।
दिख जाए भी,
अगर छुपते छिपाते
लेक़िन इतना भी
चमकदार नहीं होता।
#FriendshipDay  Happy 
Friendship 
Day
Trending Topic