यार से हि दुनीया हे मेरी,
यार से हि तो हर खुशी हे मेरी,
कुच यार ढाल बनकर खडे रहे,
तो कुच यार ने सिखादिऐ जिंदगी के हर सबक,
कुच यार ने बदल दि उदासी को हसी मे,
तो कुच ने बदल दी मेरी हसी को गहरे जख्म मे,
कुच चलते थे साथ मगर दिल मे नफरत लिए,
तो कुच दुर थे,पर दिल से मेरे थे,
अच्छा हो या ना हो हर दोस्त मेरी जान है,
हर एक दोस्त ने कुच शिखाया हे,
हर दोस्त मेरे लिए खास हे,
बस यही हे मेरी कहानी,
बस दोस्त ही है मेरी कमजोरी।
Kisne kaha nasha sirf daru me hota hai aur yeh har gam ko bhula deta hai..
Are kabhi sachi dosti karke to dekho isme bhi nasha hota hai...aur gam bhulta nahi par ane he nahi deta..
@different world...
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