बाबावैरागी

बाबावैरागी Lives in Delhi, Delhi, India

खामोशियाँ ही बेहतर हैं, शब्दों से लोग रूठते बहुत हैं…!!

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#ज़िन्दगी   तब में और अब में बस इतना ही फर्क है,
कि तब वो रोने नहीं देता था,
और अब उसकी यादें हंसने नहीं देती।

©बाबावैरागी

यादें तुम्हारी

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 अब तो आईने भी खाली दिखते हैं, 
कभी तुम थे, अब मैं तक नहीं हूं।

©बाबावैरागी

कहाँ हो तुम?? #sad_feeling #sad_emotional_shayries #लव #missingyou #hurted #Broken #dukh

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हर शाम, आम होती है ज़िन्दगी तमाम होती है वो फैसले की एक घड़ी हर पल इंतकाम लेती है !!

#शायरी #brokenheart #loveshayri #emptiness #Hindi  हर शाम, आम होती है
ज़िन्दगी तमाम होती है 
वो फैसले की एक घड़ी 
हर पल इंतकाम लेती है !!

खत्म कब होगा ? ये ज़िन्दगी का सिलसिला, हर दिन गुजर रहा है एक नयी याद लेके..!!

#विचार #brokenheart #loveshayri #hurted #Hindi  खत्म कब होगा ?
ये ज़िन्दगी का सिलसिला,
हर दिन गुजर रहा है 
एक नयी याद लेके..!!

अब हम सर को उठाने निकले हैं हाँ हम रेगिस्ताँ में दरिया बहाने निकले हैं तू देख और ज़ी भरके हँस, जो तू सोच भी ना सका हम उस मुकाँ को पाने निकले हैं हाँ हम अब सर को उठाने निकले हैं अनेकों संकटों से घिर रहा है ये समा हम इस सेवा में हाथ बटाने निकले हैं हाँ अब हम सर को उठाने निकले हैं..

#IndiafightCorona #कविता #CoronaWarrior #hindishayri #medicalteam  अब हम सर को उठाने निकले हैं 
हाँ हम रेगिस्ताँ में दरिया बहाने निकले हैं 
तू देख और ज़ी भरके हँस, जो तू सोच भी ना सका 
हम उस मुकाँ को पाने निकले हैं 
 
हाँ हम अब सर को उठाने निकले हैं 
अनेकों संकटों से घिर रहा है ये समा
हम इस सेवा में हाथ बटाने निकले हैं 
हाँ अब हम सर को उठाने निकले हैं..

हम उस मुकाँ को पाने निकले हैं धूल-ए-निशाँ को छुपाने निकले हैं गर्दिश-ए-बादल क्या कर लेंगे गहराकर हम आशमां-ए-धूप खिलाने निकले हैं लाज़िम हैं राहें, आशां नहीं अपनी थकेंगे मगर हम रुकेंगे नहीं पर हसेँगे जो हारे हुए हैं भी हमपर हम रेगिस्ताँ में दरिया बहाने निकले हैं

#शायरी #fightcovid19 #hindishayri #strongindia #HindiQuote  हम उस मुकाँ को पाने निकले हैं 
धूल-ए-निशाँ को छुपाने निकले हैं
गर्दिश-ए-बादल क्या कर लेंगे गहराकर 
हम आशमां-ए-धूप खिलाने निकले हैं 

लाज़िम हैं राहें, आशां नहीं अपनी
थकेंगे मगर हम रुकेंगे नहीं पर 
हसेँगे जो हारे हुए हैं भी हमपर 
हम रेगिस्ताँ में दरिया बहाने निकले हैं
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