Deepmala Pandey Raipur

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मैं हूं या न रहूं मेरे लिखे अल्फाज याद आयेंगे तुम्हें ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

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#कविता #VoteForIndia  White मतदान दिवस 

लोकतंत्र को आगे लाने 
मतदान हमें भी करना होगा 
अपने अधिकारों की खातिर 
साथी हमें अब लडना होगा ।

देश का जो करें विकास 
ऐसा नेता अब लाना होगा 
मेरा मत मेरा अधिकार का
सबकी जुबां पर गाना होगा ।

आओ संगी साथी आओ 
चाचा आओ चाची आओ 
सुबह सवेरे मतदान केंद्र में 
जाकर अपना वोट दे आओ ।

©Deepmala Pandey Raipur

#VoteForIndia

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Shree Ram राम ही जीत है राम ही हार राम ही मेरे तारणहार हर कण हर घर में राम मेरे राम तुम घट घट वासी तेरे रहते न कहीं रहे उदासी राम ही माला राम ही मोती सब पर उसकी दया बरसती मर्यादा पुरुषोत्तम मेरे राम कोटि कोटि है तुम्हें प्रणाम सिया के मन को भाये राम रघुकुल वचन निभाये राम दानव का वंश मिटाये राम हे दशरथ नंदन मेरे राम नित नित तेरी राह निहारे दोउ कर जोरे पांव पखारे। होगी दीवाली फिर अवध में एक 'दीप' हम जलाएं राम हम करते तुम्हें सदा प्रणाम। -------------------- दीपमाला पाण्डेय रायपुर छग ©Deepmala Pandey Raipur

#कविता #shreeram  Shree Ram राम ही जीत है राम ही हार 
राम ही मेरे तारणहार 
हर कण हर घर में राम 
मेरे राम तुम घट घट वासी
तेरे रहते न कहीं रहे उदासी 
राम ही माला राम ही मोती 
सब पर उसकी दया बरसती
मर्यादा पुरुषोत्तम मेरे राम
कोटि कोटि है तुम्हें प्रणाम 
सिया के मन को भाये राम 
रघुकुल वचन निभाये राम 
दानव का वंश मिटाये राम 
हे दशरथ नंदन मेरे राम
नित नित तेरी राह निहारे  
दोउ कर जोरे पांव पखारे।
होगी दीवाली फिर अवध में 
एक 'दीप' हम  जलाएं राम 
हम करते तुम्हें सदा प्रणाम।
--------------------
दीपमाला पाण्डेय
रायपुर छग

©Deepmala Pandey Raipur

#shreeram

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#LoveStory

#LoveStory

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#Rebuplic_day  Happy Republic day

मेरा भारत महान

अनेक हैं हम सदा , फिर भी  यहां एक हैं ।
जाति धर्म संप्रदाय में , कहीं नहीं कोई भेद है ।
हमारे लहू का रंग एक है , अन्न जल भी एक है ।
फिर क्यों करते यहाँ , कुछ लोग मन में भेद है ।
मातृ भूमि भारत हमारा, गर्व है अभिमान है ।
यहाँ हर कण कण पे, बसते कृष्ण और राम है ।
मान बढायें शान बढायें , विश्व में ऊँचा नाम चढायें ।
इसकी हर मिट्टी हमको , जान से अपनी प्यारी है
अपने खून पसीनों  से , सींची इसकी फुलवारी है ।
गणतंत्र का शुभ अवसर , आओ हम मिलकर मनायें ।
आओ वतन के प्रेमियों, हम अपना तिरंगा लहरायें। 

दीपमाला पाण्डेय 
रायपुर छग

©Deepmala Pandey Raipur

#Rebuplic_day

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#शायरी  वो सर्द मौसम की सुबह सी मैं 
तुम गुनगुना धूप बन जाना
जब जब जरूरत पडे़ मुझे तेरी
चुपके से आकर हाथ थाम लेना
देखेंगे कभी साथ में सुनहरी किरणों को
तुम मेरी जज्बात की शाम बन जाना
निगाहों से निहारेंगे घुमणरते बादल को 
तुम मेरी सरसराती आँचल बन जाना ।

©Deepmala Pandey Raipur

हाथों में हाथ

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#शायरी #poetryunplugged

#poetryunplugged vakt

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