Aashish Vyas

Aashish Vyas Lives in Jaisalmer, Rajasthan, India

क्या है मेरे सोच की पराकाष्ठा खुद से पूछता

https://www.instagram.com/aashishphotography20/

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video

White ईश्वर की रचाई सृष्टि में कहीं सुख कहीं दुख का डेरा है कभी अपनों से बिछुड़न की माया है तो कभी लम्हों मे यादों का फेरा है ©Aashish Vyas

#sad_dp  White ईश्वर की रचाई सृष्टि में 
कहीं सुख कहीं दुख का डेरा है
कभी अपनों से बिछुड़न की माया है
तो कभी लम्हों मे यादों का फेरा है

©Aashish Vyas

#sad_dp

12 Love

कहानी हम लिखते नहीं बस पात्र निभाया करते है पूर्व जन्म के कर्मों के हम ऋण को उतारा करते है ये कर्म ही हेतू बनते है की जीवन ये कैसा बीतेगा क्या सुख की बेला छायेगी या दुख का सागर छलकेगा वो ऊपर बैठा ईश्वर भी इस बात को मन से सोचेगा कि क्या तू पुण्य कमाता है या पापों का घड़ा छलकायेगा ©Aashish Vyas

#DiyaSalaai  कहानी हम लिखते नहीं
बस पात्र निभाया करते है
पूर्व जन्म के कर्मों के 
हम ऋण को उतारा करते है

ये कर्म ही हेतू बनते है
की जीवन ये कैसा बीतेगा
क्या सुख की बेला छायेगी
या दुख का सागर छलकेगा

वो ऊपर बैठा ईश्वर भी
इस बात को मन से सोचेगा
कि क्या तू पुण्य कमाता है 
या पापों का घड़ा छलकायेगा

©Aashish Vyas

#DiyaSalaai

10 Love

#randomthoughts #Motivational #Trending #kavita #viral

गर में छू लूं आसमां तो वो आसमां मुझसे ले लो गर में जीत लूं जहान तो वो जहान मुझसे ले लो चंद पल जवानी के गुजरे ही है दोस्तो हो सके तो मेरा बचपन मुझको लौटा दो ©Aashish Vyas

#Life_experience #विचार #hindiwriters #nojotohindi #MyThoughts  गर में छू लूं आसमां
तो वो आसमां मुझसे ले लो
गर में जीत लूं जहान
तो वो जहान मुझसे ले लो
चंद पल जवानी के गुजरे ही है दोस्तो
हो सके तो मेरा बचपन मुझको लौटा दो

©Aashish Vyas

White श्री हनुमान का स्वचित्त वार्तालाप हे हनुमन तुम हो ज्ञानी बड़े किंतु तेरे नाथ विवश है खड़े सकल धरा के पालन करता दुख दरिद्र कष्टों के हरता अष्ट सिद्धियां वश में मेरे नव निधियां भी पाश में मेरे किंतू कैसे ये संकट सुलझाऊ सीता राम अब कैसे मिलाऊं ©Aashish Vyas

#writerscommunity #कविता #hanumanjayanti #hindiwriters #ramnavmi  White श्री हनुमान का स्वचित्त वार्तालाप

हे हनुमन तुम हो ज्ञानी बड़े
किंतु तेरे नाथ विवश है खड़े
सकल धरा के पालन करता
दुख दरिद्र कष्टों के हरता

अष्ट सिद्धियां वश में मेरे
नव निधियां भी पाश में मेरे
किंतू कैसे ये संकट सुलझाऊ
सीता राम अब कैसे मिलाऊं

©Aashish Vyas
#मोटिवेशनल #hindiwriters #hindikavita #Trending #kavita #Hindi
Trending Topic