tags

New फ़िराक़ गोरखपुरी जीवन परिचय Status, Photo, Video

Find the latest Status about फ़िराक़ गोरखपुरी जीवन परिचय from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about फ़िराक़ गोरखपुरी जीवन परिचय.

  • Latest
  • Popular
  • Video

🙏 *ॐजीवन यात्राॐ* 🙏 व्यक्तित्व, अस्तित्व का दर्पण है और अस्तित्व, व्यक्तित्व का तर्पण 🙏अभिमन्यु (मोक्षारिहन्त)🙏 ©Abhimanyu Dwivedi

#मोटिवेशनल  🙏 *ॐजीवन यात्राॐ* 🙏


व्यक्तित्व, अस्तित्व का दर्पण है
और अस्तित्व, व्यक्तित्व का तर्पण


🙏अभिमन्यु (मोक्षारिहन्त)🙏

©Abhimanyu Dwivedi

जीवन

11 Love

#जीवन  White जीवन और मौत शाश्वत हैं हमारे पास तो जीवन
 जीने का और संसार को पहले से और अधिक 
सुन्दर बनाने का अधिकार है मृत्यु डरने कि चीज
 नहीं है बल्कि यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है अगर 
आप एक हजार साल तक जीवित रहें तो आप मृत्यु 
को एक राहत के रूप में देखेंगे... -वेद प्रकाश

©VED PRAKASH 73

#जीवन

117 View

#मराठीविचार #love_shayari  White *..✍️...*

*..आपली संगत,मैत्री हेच आपले भविष्य घडवते,*
*..आपण कोण आहोत ?*
 *..यापेक्षा आपण कोणाच्या संगतीत आहोत,*
*..कोणाचा सल्ला घेतो हे जास्त महत्वाचे आहे..!!!*

©hemlata mandle

#love_shayari जीवन प्रवास माझ्या लेखणीतून यशस्वी जीवन

135 View

#जीवन  White  ज़िन्दगी के हाथ नहीं होते.. लेकिन कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती हैं जो पूरी उम्र याद रहता हैं "जीवन आनंद लेने के लिए है, सहने के लिए नहीं। "

©R.y

#जीवन

126 View

#मराठीविचार

यशस्वी जीवन

126 View

White जीवन पग पग नाप रहे हैं, सपने पग पग नाप रहे हैं। सांचे में चेहरे हैं जितने, पग पग चेहरे छाप रहे हैं। जीवन पग पग नाप रहे हैं। अंतस पीड़ा उपहारों की, होठों पर मुस्कान लिए। दग्ध हृदय,तपते अंन्तस्थल, जीवन भर का शाप लिए। कांप रहे पांवों को स्थिर, कर राहों को नाप रहे हैं। सपने पग पग नाप रहे हैं। अस्ह्य वेदनावो से छलनी, शून्य में आंखें टिकी हुई। लगता है बीणा के तारो, में स्पंदन रुकी हुई, फिरा फिरा कर स्वयं हथेली, धड़कन अपनी भांप रहे हैं। जीवन पग पग नाप रहे हैं। सपने पग पग नाप रहे हैं। ©Manish ghazipuri

#विचार  White जीवन पग  पग नाप रहे हैं,
सपने  पग  पग नाप रहे हैं।
सांचे  में  चेहरे  हैं    जितने,
पग  पग  चेहरे छाप रहे हैं।
जीवन पग पग नाप रहे हैं।

अंतस  पीड़ा  उपहारों की,
होठों   पर   मुस्कान  लिए।
दग्ध हृदय,तपते अंन्तस्थल,
जीवन  भर  का शाप लिए।
कांप  रहे  पांवों  को  स्थिर,
कर  राहों  को  नाप  रहे  हैं।
सपने  पग  पग  नाप रहे हैं।

अस्ह्य  वेदनावो   से  छलनी,
शून्य  में  आंखें  टिकी   हुई।
लगता   है  बीणा  के   तारो,
में      स्पंदन    रुकी      हुई,
फिरा फिरा कर स्वयं हथेली,
धड़कन अपनी  भांप  रहे हैं।
जीवन  पग पग  नाप  रहे हैं।
सपने   पग  पग  नाप  रहे हैं।

©Manish ghazipuri

जीवन

17 Love

🙏 *ॐजीवन यात्राॐ* 🙏 व्यक्तित्व, अस्तित्व का दर्पण है और अस्तित्व, व्यक्तित्व का तर्पण 🙏अभिमन्यु (मोक्षारिहन्त)🙏 ©Abhimanyu Dwivedi

#मोटिवेशनल  🙏 *ॐजीवन यात्राॐ* 🙏


व्यक्तित्व, अस्तित्व का दर्पण है
और अस्तित्व, व्यक्तित्व का तर्पण


🙏अभिमन्यु (मोक्षारिहन्त)🙏

©Abhimanyu Dwivedi

जीवन

11 Love

#जीवन  White जीवन और मौत शाश्वत हैं हमारे पास तो जीवन
 जीने का और संसार को पहले से और अधिक 
सुन्दर बनाने का अधिकार है मृत्यु डरने कि चीज
 नहीं है बल्कि यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है अगर 
आप एक हजार साल तक जीवित रहें तो आप मृत्यु 
को एक राहत के रूप में देखेंगे... -वेद प्रकाश

©VED PRAKASH 73

#जीवन

117 View

#मराठीविचार #love_shayari  White *..✍️...*

*..आपली संगत,मैत्री हेच आपले भविष्य घडवते,*
*..आपण कोण आहोत ?*
 *..यापेक्षा आपण कोणाच्या संगतीत आहोत,*
*..कोणाचा सल्ला घेतो हे जास्त महत्वाचे आहे..!!!*

©hemlata mandle

#love_shayari जीवन प्रवास माझ्या लेखणीतून यशस्वी जीवन

135 View

#जीवन  White  ज़िन्दगी के हाथ नहीं होते.. लेकिन कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती हैं जो पूरी उम्र याद रहता हैं "जीवन आनंद लेने के लिए है, सहने के लिए नहीं। "

©R.y

#जीवन

126 View

#मराठीविचार

यशस्वी जीवन

126 View

White जीवन पग पग नाप रहे हैं, सपने पग पग नाप रहे हैं। सांचे में चेहरे हैं जितने, पग पग चेहरे छाप रहे हैं। जीवन पग पग नाप रहे हैं। अंतस पीड़ा उपहारों की, होठों पर मुस्कान लिए। दग्ध हृदय,तपते अंन्तस्थल, जीवन भर का शाप लिए। कांप रहे पांवों को स्थिर, कर राहों को नाप रहे हैं। सपने पग पग नाप रहे हैं। अस्ह्य वेदनावो से छलनी, शून्य में आंखें टिकी हुई। लगता है बीणा के तारो, में स्पंदन रुकी हुई, फिरा फिरा कर स्वयं हथेली, धड़कन अपनी भांप रहे हैं। जीवन पग पग नाप रहे हैं। सपने पग पग नाप रहे हैं। ©Manish ghazipuri

#विचार  White जीवन पग  पग नाप रहे हैं,
सपने  पग  पग नाप रहे हैं।
सांचे  में  चेहरे  हैं    जितने,
पग  पग  चेहरे छाप रहे हैं।
जीवन पग पग नाप रहे हैं।

अंतस  पीड़ा  उपहारों की,
होठों   पर   मुस्कान  लिए।
दग्ध हृदय,तपते अंन्तस्थल,
जीवन  भर  का शाप लिए।
कांप  रहे  पांवों  को  स्थिर,
कर  राहों  को  नाप  रहे  हैं।
सपने  पग  पग  नाप रहे हैं।

अस्ह्य  वेदनावो   से  छलनी,
शून्य  में  आंखें  टिकी   हुई।
लगता   है  बीणा  के   तारो,
में      स्पंदन    रुकी      हुई,
फिरा फिरा कर स्वयं हथेली,
धड़कन अपनी  भांप  रहे हैं।
जीवन  पग पग  नाप  रहे हैं।
सपने   पग  पग  नाप  रहे हैं।

©Manish ghazipuri

जीवन

17 Love

Trending Topic