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New नाचूंगी भरतार मने Status, Photo, Video

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#nojotohindipoetry #दोहे #अनंत #sandiprohila #nojotohindi  White अनंत (दोहे)

लीला अनंत आपकी, ओ गिरिधर गोपाल।
जकड़े जिसमें हैं सभी, वो है माया जाल।।

जिसे रचा है आपने, माया वही अनंत।
कैसे अब दीदार हों, ओ मेरे भगवंत।।

महिमा अनंत आपकी, कहते सभी सुजान।
एक न पत्ता हिल सके, जाने सकल जहान।।

भजे आपको जो कभी, उसका बेडा पार।
सुख साधन से हो धनी, ऐ मेरे भरतार।।

सत्य बचाने के लिए, रूप किया विस्तार।
चलता अनंत काल से, जीवन का ये सार।।

कलियुग ने घेरा अभी, है उसका ही जोर।
हुए अनंत प्रहार हैं, दर्द सहें अब घोर।।
........................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#अनंत #दोहे #nojotohindipoetry #nojotohindi अनंत (दोहे) लीला अनंत आपकी, ओ गिरिधर गोपाल। जकड़े जिसमें हैं सभी, वो है माया जाल।। जिसे रचा ह

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#nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi #कदम  कदम (दोहे)

कदम - कदम पर ठोकरें, खाता है इंसान।
जो संभल उससे गया, हो उसका गुणगान।।

कदम - कदम पर टोक हो, जीना लगे मुहाल।
कैसे किसको बोध हो, हम क्यों हैं बेहाल।।

एक कदम तुम जो बढ़ो, वो बढ़ते हैं चार।
प्रेम भाव से तुम रहो, मिल जाते भरतार।।

मेरे पापा कह गए, रखो कदम संभाल।
एक कदम मजबूत हो, तभी बढ़ाओ चाल।।

उचित राह पर हो कदम, मिलता है ठहराव।
कहते हैं सज्जन सभी, निर्मल यही स्वभाव।।
..........................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#कदम #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry कदम (दोहे) कदम - कदम पर ठोकरें, खाता है इंसान। जो संभल उससे गया, हो उसका गुणगान।। कदम - कदम प

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#मेरा_अनुभव #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  मेरा अनुभव (दोहे)

मेरा अनुभव कह रहा, बनों नहीं अनजान।
जीवन यह संकट भरा, मत होना हैरान।।

मेरा अनुभव कह रहा, ऐसा दो पैगाम।
खुशियों की भरमार हो, मुख पर तेरा नाम।।

मेरा अनुभव कह रहा, क्यों करते तुम बैर।
संकट भी फिर घेरता, मने नहीं तब खैर।।

मेरा अनुभव कह रहा, है कैसा यह दौर।
मानवता को छोड़ते, करे नहीं अब गौर।।

मेरा अनुभव कह रहा, सच की छोड़ें डोर।
ऐसे ही गर यह चला, कैसे होगी भोर।।

मेरा अनुभव कह रहा, हो सबका सम्मान।
मन तेरा यह खुश रहे, दूजे का भी जान।।
.......................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#मेरा_अनुभव #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry मेरा अनुभव (दोहे) मेरा अनुभव कह रहा, बनों नहीं अनजान। जीवन यह संकट भरा, मत होना हैरान।।

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#nojotohindipoetry #दोहे #अनंत #sandiprohila #nojotohindi  White अनंत (दोहे)

लीला अनंत आपकी, ओ गिरिधर गोपाल।
जकड़े जिसमें हैं सभी, वो है माया जाल।।

जिसे रचा है आपने, माया वही अनंत।
कैसे अब दीदार हों, ओ मेरे भगवंत।।

महिमा अनंत आपकी, कहते सभी सुजान।
एक न पत्ता हिल सके, जाने सकल जहान।।

भजे आपको जो कभी, उसका बेडा पार।
सुख साधन से हो धनी, ऐ मेरे भरतार।।

सत्य बचाने के लिए, रूप किया विस्तार।
चलता अनंत काल से, जीवन का ये सार।।

कलियुग ने घेरा अभी, है उसका ही जोर।
हुए अनंत प्रहार हैं, दर्द सहें अब घोर।।
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देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#अनंत #दोहे #nojotohindipoetry #nojotohindi अनंत (दोहे) लीला अनंत आपकी, ओ गिरिधर गोपाल। जकड़े जिसमें हैं सभी, वो है माया जाल।। जिसे रचा ह

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#nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi #कदम  कदम (दोहे)

कदम - कदम पर ठोकरें, खाता है इंसान।
जो संभल उससे गया, हो उसका गुणगान।।

कदम - कदम पर टोक हो, जीना लगे मुहाल।
कैसे किसको बोध हो, हम क्यों हैं बेहाल।।

एक कदम तुम जो बढ़ो, वो बढ़ते हैं चार।
प्रेम भाव से तुम रहो, मिल जाते भरतार।।

मेरे पापा कह गए, रखो कदम संभाल।
एक कदम मजबूत हो, तभी बढ़ाओ चाल।।

उचित राह पर हो कदम, मिलता है ठहराव।
कहते हैं सज्जन सभी, निर्मल यही स्वभाव।।
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देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#कदम #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry कदम (दोहे) कदम - कदम पर ठोकरें, खाता है इंसान। जो संभल उससे गया, हो उसका गुणगान।। कदम - कदम प

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#मेरा_अनुभव #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  मेरा अनुभव (दोहे)

मेरा अनुभव कह रहा, बनों नहीं अनजान।
जीवन यह संकट भरा, मत होना हैरान।।

मेरा अनुभव कह रहा, ऐसा दो पैगाम।
खुशियों की भरमार हो, मुख पर तेरा नाम।।

मेरा अनुभव कह रहा, क्यों करते तुम बैर।
संकट भी फिर घेरता, मने नहीं तब खैर।।

मेरा अनुभव कह रहा, है कैसा यह दौर।
मानवता को छोड़ते, करे नहीं अब गौर।।

मेरा अनुभव कह रहा, सच की छोड़ें डोर।
ऐसे ही गर यह चला, कैसे होगी भोर।।

मेरा अनुभव कह रहा, हो सबका सम्मान।
मन तेरा यह खुश रहे, दूजे का भी जान।।
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देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#मेरा_अनुभव #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry मेरा अनुभव (दोहे) मेरा अनुभव कह रहा, बनों नहीं अनजान। जीवन यह संकट भरा, मत होना हैरान।।

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