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New ठंडे रेगिस्तान Status, Photo, Video

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 White जब तुम छोड़ गयी मुझे क्या बताऊँ,
उदासी किस तरह उतर आयी थी मुझमें,
खालीपन सा बस गया हर कोने में,
जैसे बिन बादल की बरसात बरसी थी मुझ पर।

आँखों में नमी, दिल में एक टीस सी,
बिन तेरे हर पल थी एक अधूरी कविता सी,
तेरी यादों का मौसम बदलता रहा,
जैसे मौसम की सर्द हवा चली थी मुझ पर।

जिंदगी की राहों में तेरी कमी का एहसास,
जैसे रेगिस्तान में बिन पानी की प्यास।
तेरे जाने के बाद ये दिल है सुना,
जैसे खामोशी ने ली हो आवाज़ की जगह।

बिन तेरे हर खुशी में छिपा दर्द का राज़,
जैसे बिना फूलों के हो बागों का साज।
तेरी यादें बन गयीं आँसुओं की बरसात,
जैसे बिन चाँद के रात हो गयी हो बर्बाद।

जिंदगी की इन सुनसान राहों में,
तेरी यादों की कशिश बाकी है।
तेरे जाने के बाद भी ये दिल,
तेरी मोहब्बत की गूँज से आबाद है।

हर खुशी अब लगती है फीकी,
तेरे बिना जैसे हर रंग बेजान है।
तेरी यादों की ये बरसात जब भी आती है,
मेरी दुनिया उसी पल में ठहर जाती है।

©बेजुबान शायर shivkumar

#हिन्दीकविता #हिन्दीलेखन #Nojoto #कविता जब तुम छोड़ गयी मुझे क्या बताऊँ, उदासी किस तरह उतर आयी थी मुझमें, खालीपन सा बस गया हर कोने में, ज

99 View

#हरियाली #प्रकृति #वृक्ष #कविता #महत्व #पौधों  White गूंज उठे ये कुंजर भी ,
 इन कलियों में पंखुड़ियां खिल सी आयी हैं ।
जीवन में अमृत बरसाने को, 
ये बारिश की बूंदें धरती पे उतर आयीं है ।।

ये नन्हे नन्हे पेड़- पौधों से, 
उन जंगल में हरियाली सी खिलती है ।
लाल पीली कोंपल से, 
ये जीवन की छटा निराली सी होती है ।।

वृक्षों की महिमा निराली , 
प्रकृति भी इन वृक्षों से जब सजती है।
मोरों की कूंक और चिड़ियों की चहचहाहट, 
इन वनों में जब ये  गूंजती है ।।

वर्षा ऋतु भी अच्छी होती , 
जहां इन वृक्षों की अधिकता होती है ।
धरती रेगिस्तान बन सकती है , 
जहां इन वृक्षों की न्यूनता होती है ।।

वन क्षेत्र के संरक्षक बनकर, 
 वनों का महत्व समझाते रहते थे ।।
जो धरा वृक्ष विहीन हो जाये तो , 
वहां ये धरती बंजर हो जाते थे  ।।

अच्छी उपजाऊ धरती में भी ,
 बिन वृक्षों के कंगाली छा जाती है।।
धरती को हमको बचाना है ,
 इस धरा पर खूब वृक्ष लगाना है  ।

आओ हम सब वृक्ष लगाएं ,
 जीवन में हरियाली की खुशियां लाए ।
घर घर में छोटे छोटे पौधे लगाकर, 
उस घर संसार को उपवन बनाएं ।।

©बेजुबान शायर shivkumar

#cg_forest #Forest #Nojoto गूंज उठे ये कुंजर भी , इन कलियों में पंखुड़ियां खिल सी आयी हैं । जीवन में अमृत बरसाने को, ये बारिश की बूंदे

135 View

#कोट्स #Home  बिना प्यार के महल भी रेगिस्तान लगते हैं, अपनों की बातें ही तो घर को गुलिस्तान बनाते हैं।

©Srinivas

#Home बिना प्यार के महल भी रेगिस्तान लगते हैं, अपनों की बातें ही तो घर को गुलिस्तान बनाते हैं।

126 View

Shayer tera ©Dalip Kumar 'Deep'

#शायरी  Shayer tera

©Dalip Kumar 'Deep'

🌻✍🏿 कई सुरज ठंडे किये💕💕

10 Love

 White जब तुम छोड़ गयी मुझे क्या बताऊँ,
उदासी किस तरह उतर आयी थी मुझमें,
खालीपन सा बस गया हर कोने में,
जैसे बिन बादल की बरसात बरसी थी मुझ पर।

आँखों में नमी, दिल में एक टीस सी,
बिन तेरे हर पल थी एक अधूरी कविता सी,
तेरी यादों का मौसम बदलता रहा,
जैसे मौसम की सर्द हवा चली थी मुझ पर।

जिंदगी की राहों में तेरी कमी का एहसास,
जैसे रेगिस्तान में बिन पानी की प्यास।
तेरे जाने के बाद ये दिल है सुना,
जैसे खामोशी ने ली हो आवाज़ की जगह।

बिन तेरे हर खुशी में छिपा दर्द का राज़,
जैसे बिना फूलों के हो बागों का साज।
तेरी यादें बन गयीं आँसुओं की बरसात,
जैसे बिन चाँद के रात हो गयी हो बर्बाद।

जिंदगी की इन सुनसान राहों में,
तेरी यादों की कशिश बाकी है।
तेरे जाने के बाद भी ये दिल,
तेरी मोहब्बत की गूँज से आबाद है।

हर खुशी अब लगती है फीकी,
तेरे बिना जैसे हर रंग बेजान है।
तेरी यादों की ये बरसात जब भी आती है,
मेरी दुनिया उसी पल में ठहर जाती है।

©बेजुबान शायर shivkumar

#हिन्दीकविता #हिन्दीलेखन #Nojoto #कविता जब तुम छोड़ गयी मुझे क्या बताऊँ, उदासी किस तरह उतर आयी थी मुझमें, खालीपन सा बस गया हर कोने में, ज

99 View

#हरियाली #प्रकृति #वृक्ष #कविता #महत्व #पौधों  White गूंज उठे ये कुंजर भी ,
 इन कलियों में पंखुड़ियां खिल सी आयी हैं ।
जीवन में अमृत बरसाने को, 
ये बारिश की बूंदें धरती पे उतर आयीं है ।।

ये नन्हे नन्हे पेड़- पौधों से, 
उन जंगल में हरियाली सी खिलती है ।
लाल पीली कोंपल से, 
ये जीवन की छटा निराली सी होती है ।।

वृक्षों की महिमा निराली , 
प्रकृति भी इन वृक्षों से जब सजती है।
मोरों की कूंक और चिड़ियों की चहचहाहट, 
इन वनों में जब ये  गूंजती है ।।

वर्षा ऋतु भी अच्छी होती , 
जहां इन वृक्षों की अधिकता होती है ।
धरती रेगिस्तान बन सकती है , 
जहां इन वृक्षों की न्यूनता होती है ।।

वन क्षेत्र के संरक्षक बनकर, 
 वनों का महत्व समझाते रहते थे ।।
जो धरा वृक्ष विहीन हो जाये तो , 
वहां ये धरती बंजर हो जाते थे  ।।

अच्छी उपजाऊ धरती में भी ,
 बिन वृक्षों के कंगाली छा जाती है।।
धरती को हमको बचाना है ,
 इस धरा पर खूब वृक्ष लगाना है  ।

आओ हम सब वृक्ष लगाएं ,
 जीवन में हरियाली की खुशियां लाए ।
घर घर में छोटे छोटे पौधे लगाकर, 
उस घर संसार को उपवन बनाएं ।।

©बेजुबान शायर shivkumar

#cg_forest #Forest #Nojoto गूंज उठे ये कुंजर भी , इन कलियों में पंखुड़ियां खिल सी आयी हैं । जीवन में अमृत बरसाने को, ये बारिश की बूंदे

135 View

#कोट्स #Home  बिना प्यार के महल भी रेगिस्तान लगते हैं, अपनों की बातें ही तो घर को गुलिस्तान बनाते हैं।

©Srinivas

#Home बिना प्यार के महल भी रेगिस्तान लगते हैं, अपनों की बातें ही तो घर को गुलिस्तान बनाते हैं।

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Shayer tera ©Dalip Kumar 'Deep'

#शायरी  Shayer tera

©Dalip Kumar 'Deep'

🌻✍🏿 कई सुरज ठंडे किये💕💕

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