tags

New प्रान्तों में द्वैध शासन के जनक Status, Photo, Video

Find the latest Status about प्रान्तों में द्वैध शासन के जनक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about प्रान्तों में द्वैध शासन के जनक.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#विचार

जिंदगी के बारे में

108 View

#शायरी #माँ  माँ के आँचल में
------------------

फिर फूल सा महक़ जाने का मन करता है हिफ़ाज़त ख़ातिर, टूट कर बिखर जाने का मन करता है

एक मुक़ाम पर आ कर पर्वत सा विशाल बन आज फिर से माँ के आँचल में सिमट जाने का मन करता है

मनीष राज

©Manish Raaj

#माँ के आँचल में

135 View

#शायरी  लुटा लुटा सा दिखाई देता है,
आज हर कोई यहां, दिल के बाजार में।

अब वो सादगी ना रही मोहब्बत में,
ज़िन्दगी भर के लिए, किसी के प्यार में।

©Anuj Ray

# दिल के बाजार में"

126 View

यादों के चौबारे में, जाना मत अंगारे में, ख़्वाब कहाँ पूरे होते, टूटे नभ के तारे में, मछली फँसी बता कैसे, राज छुपा है चारे में, बिस्तर तकिया गद्दा भी, लगता प्यारा जाड़े में, मिल जाती मंज़िल यारों, प्रभु के एक इशारे में, होती है रहमत रब की, तरस खाय बेचारे में, रहा भटकता आजीवन, फ़र्क न कुछ बंजारे में, गुंजन दिल की आवाज़ें, दब गई ढोल नगारे में, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई ©Shashi Bhushan Mishra

#शायरी #यादों  यादों   के   चौबारे  में, 
जाना   मत  अंगारे में,

ख़्वाब  कहाँ  पूरे होते, 
टूटे  नभ   के  तारे  में,

मछली फँसी बता कैसे, 
राज  छुपा  है  चारे  में,

बिस्तर तकिया गद्दा भी, 
लगता  प्यारा  जाड़े  में,

मिल जाती मंज़िल यारों,
प्रभु  के  एक  इशारे  में,

होती है  रहमत रब की, 
तरस   खाय  बेचारे  में,

रहा भटकता आजीवन, 
फ़र्क न  कुछ  बंजारे में,

गुंजन दिल की आवाज़ें,
दब  गई  ढोल  नगारे में,
  --शशि भूषण मिश्र 
        'गुंजन' चेन्नई

©Shashi Bhushan Mishra

#यादों के चौबारे में#

17 Love

#शायरी

पलको के शामियाने में।

7,299 View

#लालबहादुरशास्त्री #लोकतंत्र #अदनासा #हिंदी #कविता #नेता  Men walking on dark street निरंकुश हर सत्ता को जनता का जवाब

जनता को पंगु बनाती फ्री का राशन,
और फ्री विद फियर का भाषण नही,
मेहनत के बुते कमाई हुई दाल रोटी,
काम, मकान और रोज़गार चाहिए।
हमें अनेकों धार्मिक स्थलों से ज़्यादा,
महाविद्यालय और अस्पताल चाहिए,
लघु परंतु प्रभावी व्यवसाय के साथ,
अच्छी शिक्षा अच्छा शासन चाहिए।
ये जात-पात ऊंच-नीच की जंग नही,
मानवता एवं एकता का संग चाहिए,
लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही नही,
एक और लाल बहादुर शास्त्री चाहिए।

©अदनासा-
#विचार

जिंदगी के बारे में

108 View

#शायरी #माँ  माँ के आँचल में
------------------

फिर फूल सा महक़ जाने का मन करता है हिफ़ाज़त ख़ातिर, टूट कर बिखर जाने का मन करता है

एक मुक़ाम पर आ कर पर्वत सा विशाल बन आज फिर से माँ के आँचल में सिमट जाने का मन करता है

मनीष राज

©Manish Raaj

#माँ के आँचल में

135 View

#शायरी  लुटा लुटा सा दिखाई देता है,
आज हर कोई यहां, दिल के बाजार में।

अब वो सादगी ना रही मोहब्बत में,
ज़िन्दगी भर के लिए, किसी के प्यार में।

©Anuj Ray

# दिल के बाजार में"

126 View

यादों के चौबारे में, जाना मत अंगारे में, ख़्वाब कहाँ पूरे होते, टूटे नभ के तारे में, मछली फँसी बता कैसे, राज छुपा है चारे में, बिस्तर तकिया गद्दा भी, लगता प्यारा जाड़े में, मिल जाती मंज़िल यारों, प्रभु के एक इशारे में, होती है रहमत रब की, तरस खाय बेचारे में, रहा भटकता आजीवन, फ़र्क न कुछ बंजारे में, गुंजन दिल की आवाज़ें, दब गई ढोल नगारे में, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई ©Shashi Bhushan Mishra

#शायरी #यादों  यादों   के   चौबारे  में, 
जाना   मत  अंगारे में,

ख़्वाब  कहाँ  पूरे होते, 
टूटे  नभ   के  तारे  में,

मछली फँसी बता कैसे, 
राज  छुपा  है  चारे  में,

बिस्तर तकिया गद्दा भी, 
लगता  प्यारा  जाड़े  में,

मिल जाती मंज़िल यारों,
प्रभु  के  एक  इशारे  में,

होती है  रहमत रब की, 
तरस   खाय  बेचारे  में,

रहा भटकता आजीवन, 
फ़र्क न  कुछ  बंजारे में,

गुंजन दिल की आवाज़ें,
दब  गई  ढोल  नगारे में,
  --शशि भूषण मिश्र 
        'गुंजन' चेन्नई

©Shashi Bhushan Mishra

#यादों के चौबारे में#

17 Love

#शायरी

पलको के शामियाने में।

7,299 View

#लालबहादुरशास्त्री #लोकतंत्र #अदनासा #हिंदी #कविता #नेता  Men walking on dark street निरंकुश हर सत्ता को जनता का जवाब

जनता को पंगु बनाती फ्री का राशन,
और फ्री विद फियर का भाषण नही,
मेहनत के बुते कमाई हुई दाल रोटी,
काम, मकान और रोज़गार चाहिए।
हमें अनेकों धार्मिक स्थलों से ज़्यादा,
महाविद्यालय और अस्पताल चाहिए,
लघु परंतु प्रभावी व्यवसाय के साथ,
अच्छी शिक्षा अच्छा शासन चाहिए।
ये जात-पात ऊंच-नीच की जंग नही,
मानवता एवं एकता का संग चाहिए,
लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही नही,
एक और लाल बहादुर शास्त्री चाहिए।

©अदनासा-
Trending Topic