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New किसको बचाओगे Status, Photo, Video

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#AsifHindustani #Dilshadgauhar #Eid  Beautiful Moon Night किसको अब दर्द अपना सुनाएंगे हम 
ईद  घर  के  बिना अब  मनाएंगे  हम 

शहर  के  भीड़  मे  अब  है  तन्हाइयाँ
हर  तरफ लग  रही अब है  वीरानियाँ
कैसे   फरमाइशें   अब  बताएंगे  हम 
ईद  घर  के  बिना  अब  मनाएंगे  हम 

याद  घर   की  मुझे अब  सताने  लगी
रोज  हर  दिन  मुझे अब  रुलाने  लगी
किस       तरह      से    भूलाएंगे    हम
ईद  घर  के  बिना  अब   मनाएंगे  हम 

तुम  वहां   हो   सनम  और  मै  हुं  यहाँ
दूरियां    मेरे   और    आपके   दरमियां 
अब   गले   तुमको  कैसे  लगाएंगे  हम 
ईद   घर  के   बिना   अब   मनाएंगे हम
~दिलशाद गौहर

©Dilshad Gauhar

किसको अब दर्द अपना सुनाएंगे हम ईद  घर  के  बिना अब  मनाएंगे  हम Dilshad Gauhar #Dilshadgauhar #AsifHindustani #Eid Asif Hindustani Officia

234 View

#शायरी #lakeview  छोटी सी जिंदगी है अरमान बहुत है, हमदर्द नहीं कोई इंसान बहुत है, दिल का दर्द सुनाए तो किसको, जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत है

आप रोज इस फीलिंग का सामना करते हैं।

©Nilu Kumari

#lakeview छोटी सी जिंदगी है अरमान बहुत है, हमदर्द नहीं कोई इंसान बहुत है, दिल का दर्द सुनाए तो किसको, जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत है आ

54 View

#शायरी #raindrops  तुम भी सोचते होंगे
हम भी सोचते है
देखे कौन किसको
अपनी ओर खिंचते है

कोई लाख बहाना कर ले
विचारों से नही बच पाता
लिखे चाहे कहे किसीको
कभी नही सच बताता 
इश्क हो दोनों में गर
भौहें नही भींचते है
देखे कौन किसको
अपनी ओर खिंचते है

हम ना कहेंगे आपसे
हम आपको चाहते है
आप भी ना कहना हमें
तुम हमें चाहते है
दूर रहकर भी इश्क को
देखेंगे कौन कैसे सींचते है
देखे कौन किसको
अपनी ओर खिंचते है.....

मी माझी.....

©Sangeeta Kalbhor

#raindrops तुम भी सोचते होंगे हम भी सोचते है देखे कौन किसको अपनी ओर खिंचते है कोई लाख बहाना कर ले विचारों से नही बच पाता लिखे चाहे कहे किसी

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#महँगाई_की_मार #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  महँगाई की मार (दोहे)

महँगाई की मार से, हाल हुआ बेहाल।
खर्चों के लाले पड़े, बिगड़ गये सुर ताल।।

बीच वर्ग के हैं पिसे, देख हुए नाकाम।
अब सोचें वह क्या करें, बढ़ा सकें कुछ काम।।

फिर भी हैं कुछ घुट रहे, मिला न जिनको काम।
महँगाई के दर्द में, जीना हुआ हराम।।

चिंतित सब परिवार हैं, दें किसको अब दोष।
महँगाई ऐसी बढ़ी, थमें नहीं अब रोष।।

विद्यालय व्यवसाय हैं, दिखते हैं सब ओर।
शुल्क मांँगते हैं बहुत, पाप करें ये घोर।।

मुश्किल से शिक्षा मिले, कहते सभी सुजान।
महँगाई की मार है, यही बड़ा व्यवधान।।
..........................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#महँगाई_की_मार #दोहे #nojotohindipoetry #nojotohindi महँगाई की मार (दोहे) महँगाई की मार से, हाल हुआ बेहाल। खर्चों के लाले पड़े, बिगड़ गये

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कट जायेंगे दिन सभी , चले आप हम साथ । छूट न पाये बस कभी , इन हाथों से हाथ ।। तुमको पाकर ही यहां, निकला जीवन अर्थ । अब तो लगता है हमें , तुम बिन जीवन व्यर्थ ।। संग तुम्हारे हो नहीं ,खुशियों का अब अंत । तुमको पाकर आज जो , खुशियाँ मिली अनंत ।। कभी-कभी मन में उठे , मेरे अब संताप । जाने कब किसको यहाँ , करना पड़े विलाप ।। दिन जीवन के चार है , छोड़ो ये घर द्वार । हम तुम दोनों से यहां , कोई करें न प्यार ।। आओ अपनी प्रीति की , अलग करे पहचान । हम तुम दोनों संग में , करे प्राण बलिदान ।। १५/०३/२०२४     -   महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  कट जायेंगे दिन सभी , चले आप हम साथ ।
छूट न पाये बस कभी , इन हाथों से हाथ ।।
तुमको पाकर ही यहां, निकला जीवन अर्थ ।
अब तो लगता है हमें , तुम बिन जीवन व्यर्थ ।।
संग तुम्हारे हो नहीं ,खुशियों का अब अंत ।
तुमको पाकर आज जो , खुशियाँ मिली अनंत ।।
कभी-कभी मन में उठे , मेरे अब संताप ।
जाने कब किसको यहाँ , करना पड़े विलाप ।।
दिन जीवन के चार है , छोड़ो ये घर द्वार ।
हम तुम दोनों से यहां , कोई करें न प्यार ।।
आओ अपनी प्रीति की , अलग करे पहचान ।
हम तुम दोनों संग में , करे प्राण बलिदान ।।
१५/०३/२०२४     -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

कट जायेंगे दिन सभी , चले आप हम साथ । छूट न पाये बस कभी , इन हाथों से हाथ ।। तुमको पाकर ही यहां, निकला जीवन अर्थ । अब तो लगता है हमें , तुम ब

14 Love

#AnjaliSinghal #Quotes

"आँखों में तुम जबसे बसे, काजल की ज़रूरत अब किसको पड़े! गले में तुम्हारी बाहों का हार पहने, हर बुरी बला से हम हैं बचे!!" #AnjaliSinghal #n

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#AsifHindustani #Dilshadgauhar #Eid  Beautiful Moon Night किसको अब दर्द अपना सुनाएंगे हम 
ईद  घर  के  बिना अब  मनाएंगे  हम 

शहर  के  भीड़  मे  अब  है  तन्हाइयाँ
हर  तरफ लग  रही अब है  वीरानियाँ
कैसे   फरमाइशें   अब  बताएंगे  हम 
ईद  घर  के  बिना  अब  मनाएंगे  हम 

याद  घर   की  मुझे अब  सताने  लगी
रोज  हर  दिन  मुझे अब  रुलाने  लगी
किस       तरह      से    भूलाएंगे    हम
ईद  घर  के  बिना  अब   मनाएंगे  हम 

तुम  वहां   हो   सनम  और  मै  हुं  यहाँ
दूरियां    मेरे   और    आपके   दरमियां 
अब   गले   तुमको  कैसे  लगाएंगे  हम 
ईद   घर  के   बिना   अब   मनाएंगे हम
~दिलशाद गौहर

©Dilshad Gauhar

किसको अब दर्द अपना सुनाएंगे हम ईद  घर  के  बिना अब  मनाएंगे  हम Dilshad Gauhar #Dilshadgauhar #AsifHindustani #Eid Asif Hindustani Officia

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#शायरी #lakeview  छोटी सी जिंदगी है अरमान बहुत है, हमदर्द नहीं कोई इंसान बहुत है, दिल का दर्द सुनाए तो किसको, जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत है

आप रोज इस फीलिंग का सामना करते हैं।

©Nilu Kumari

#lakeview छोटी सी जिंदगी है अरमान बहुत है, हमदर्द नहीं कोई इंसान बहुत है, दिल का दर्द सुनाए तो किसको, जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत है आ

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#शायरी #raindrops  तुम भी सोचते होंगे
हम भी सोचते है
देखे कौन किसको
अपनी ओर खिंचते है

कोई लाख बहाना कर ले
विचारों से नही बच पाता
लिखे चाहे कहे किसीको
कभी नही सच बताता 
इश्क हो दोनों में गर
भौहें नही भींचते है
देखे कौन किसको
अपनी ओर खिंचते है

हम ना कहेंगे आपसे
हम आपको चाहते है
आप भी ना कहना हमें
तुम हमें चाहते है
दूर रहकर भी इश्क को
देखेंगे कौन कैसे सींचते है
देखे कौन किसको
अपनी ओर खिंचते है.....

मी माझी.....

©Sangeeta Kalbhor

#raindrops तुम भी सोचते होंगे हम भी सोचते है देखे कौन किसको अपनी ओर खिंचते है कोई लाख बहाना कर ले विचारों से नही बच पाता लिखे चाहे कहे किसी

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#महँगाई_की_मार #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila #nojotohindi  महँगाई की मार (दोहे)

महँगाई की मार से, हाल हुआ बेहाल।
खर्चों के लाले पड़े, बिगड़ गये सुर ताल।।

बीच वर्ग के हैं पिसे, देख हुए नाकाम।
अब सोचें वह क्या करें, बढ़ा सकें कुछ काम।।

फिर भी हैं कुछ घुट रहे, मिला न जिनको काम।
महँगाई के दर्द में, जीना हुआ हराम।।

चिंतित सब परिवार हैं, दें किसको अब दोष।
महँगाई ऐसी बढ़ी, थमें नहीं अब रोष।।

विद्यालय व्यवसाय हैं, दिखते हैं सब ओर।
शुल्क मांँगते हैं बहुत, पाप करें ये घोर।।

मुश्किल से शिक्षा मिले, कहते सभी सुजान।
महँगाई की मार है, यही बड़ा व्यवधान।।
..........................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#महँगाई_की_मार #दोहे #nojotohindipoetry #nojotohindi महँगाई की मार (दोहे) महँगाई की मार से, हाल हुआ बेहाल। खर्चों के लाले पड़े, बिगड़ गये

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कट जायेंगे दिन सभी , चले आप हम साथ । छूट न पाये बस कभी , इन हाथों से हाथ ।। तुमको पाकर ही यहां, निकला जीवन अर्थ । अब तो लगता है हमें , तुम बिन जीवन व्यर्थ ।। संग तुम्हारे हो नहीं ,खुशियों का अब अंत । तुमको पाकर आज जो , खुशियाँ मिली अनंत ।। कभी-कभी मन में उठे , मेरे अब संताप । जाने कब किसको यहाँ , करना पड़े विलाप ।। दिन जीवन के चार है , छोड़ो ये घर द्वार । हम तुम दोनों से यहां , कोई करें न प्यार ।। आओ अपनी प्रीति की , अलग करे पहचान । हम तुम दोनों संग में , करे प्राण बलिदान ।। १५/०३/२०२४     -   महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  कट जायेंगे दिन सभी , चले आप हम साथ ।
छूट न पाये बस कभी , इन हाथों से हाथ ।।
तुमको पाकर ही यहां, निकला जीवन अर्थ ।
अब तो लगता है हमें , तुम बिन जीवन व्यर्थ ।।
संग तुम्हारे हो नहीं ,खुशियों का अब अंत ।
तुमको पाकर आज जो , खुशियाँ मिली अनंत ।।
कभी-कभी मन में उठे , मेरे अब संताप ।
जाने कब किसको यहाँ , करना पड़े विलाप ।।
दिन जीवन के चार है , छोड़ो ये घर द्वार ।
हम तुम दोनों से यहां , कोई करें न प्यार ।।
आओ अपनी प्रीति की , अलग करे पहचान ।
हम तुम दोनों संग में , करे प्राण बलिदान ।।
१५/०३/२०२४     -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

कट जायेंगे दिन सभी , चले आप हम साथ । छूट न पाये बस कभी , इन हाथों से हाथ ।। तुमको पाकर ही यहां, निकला जीवन अर्थ । अब तो लगता है हमें , तुम ब

14 Love

#AnjaliSinghal #Quotes

"आँखों में तुम जबसे बसे, काजल की ज़रूरत अब किसको पड़े! गले में तुम्हारी बाहों का हार पहने, हर बुरी बला से हम हैं बचे!!" #AnjaliSinghal #n

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