Meri Mati Mera Desh आईना सच बताने लग जाए तो,
गलतियों को दिखाने लग जाए तो,
पैरहन के अलावा भी है और कुछ,
भेद घर का बताने लग जाए तो,
मर्ज़ का नुस्खा बताए ख़ुद मरीज,
चाराग़र को सिखाने लग जाए तो,
पहुँचकर थाने में सारे चोर ख़ुद ही,
रपट बरबस लिखाने लग जाए तो,
झूठ की देकर दलीलें कोर्ट में,
फैसला ख़ुद सुनाने लग जाए तो,
सेंकने वाले सियासी रोटियों को,
आग दिल में जलाने लग जाए तो,
सोचता हूँ संकटों के जनक गुंजन,
समस्या को भगाने लग जाए तो,
---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
चेन्नई तमिलनाडु
©Shashi Bhushan Mishra
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