tags

New कसूता सौदा Status, Photo, Video

Find the latest Status about कसूता सौदा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about कसूता सौदा.

Related Stories

  • Latest
  • Popular
  • Video

White उनकी राहों से गुज़रना महँगा पड़ गया मुझे, लगता है इस बार घाटे का सौदा कर आए हम ©Umme Habiba

#शायरी #nojotowriters #nojotoshayari #nojotopoetry #nojotohindi  White उनकी राहों से गुज़रना महँगा पड़ गया मुझे,
लगता है इस बार घाटे का सौदा कर आए हम

©Umme Habiba

मनोरंजन के लिए न सौदा कर संस्कारों का भटक दर बदर न मिटा धरोहर पूर्वजों की जन्म हुआ जहाँ तेरे कर्मों के हिसाब से सोच जब यहाँ बनी कुंडली क्या वहाँ न होगी बस थाम कुल का हाथ हो जायेगा बेड़ापार माँ बाप से पहचान प्रमाण रगो बहता खून उनका कुल वंश का नाम रोशन करेगा पाला तुझको मुक्ति दिलएगा वंश उनका कर्म करेगा ऐसा खुद तो भटक रहा न भटका अपनी पीढ़ी को खोला जायेगा जब बहीखाता तेरा फिर से.... ©Mahadev Son

#Bhakti  मनोरंजन के लिए न सौदा कर संस्कारों का
भटक दर बदर न मिटा धरोहर पूर्वजों की  

जन्म हुआ जहाँ तेरे कर्मों के हिसाब से 
सोच जब यहाँ बनी कुंडली क्या वहाँ न होगी

बस थाम कुल का हाथ हो जायेगा बेड़ापार
माँ बाप से पहचान प्रमाण रगो बहता खून उनका 

कुल वंश का नाम रोशन करेगा पाला तुझको 
मुक्ति दिलएगा वंश उनका कर्म करेगा ऐसा

खुद तो भटक रहा न भटका अपनी पीढ़ी को
खोला जायेगा जब बहीखाता तेरा फिर से....

©Mahadev Son

मनोरंजन के लिए न सौदा कर इन संस्कारों का भटकर दर बदर मिटा रहा क्यूँ पूर्वजों की धरोहर जायेगा जब ऊपर तब क्या ज्वाब व हाल होगा दूसरे देश जात

11 Love

#शायरी #stilllife  इक समा ऐसा भी था
थे हम हमारे जैसे
अब प्रश्न हम हमसे ही करते है
हम है किसके जैसे

ना तो मन में उमंग है
ना ही दिल को भाता रंग है
चल रही है जिंदगी
मानो कोई कटी पतंग है
हम है अब जैसे
हम ना थे कभी ऐसे
अब प्रश्न हम हमसे ही करते है
हम है किसके जैसे

रहा ना साथ साथी
रहा ना कोई सारथी
जिसे भी हम पुकारे
निकलता है वो स्वार्थी
भावनाओं का सौदा यहाँ
हर कोई चाहता है पैसे
अब प्रश्न हम हमसे ही करते है
हम है किसके जैसे.....

मी माझी.....

©Sangeeta Kalbhor

#stilllife इक समा ऐसा भी था थे हम हमारे जैसे अब प्रश्न हम हमसे ही करते है हम है किसके जैसे ना तो मन में उमंग है ना ही दिल को भाता रंग है चल

252 View

ग़ज़ल :- ख्वाब आँखों में क्या पला था तब । छोड़कर जब सनम गया था तब ।।१ खत वहीं पे जला दिया था तब । बेवफ़ा जब सनम हुआ था तब ।।२ वक्त पे मैं पहुँच नहीं पाया । प्यार नीलाम हो चुका था तब ।।३ फासला चाह के किया उसने । प्यार का सिलसिला रुका था तब ।।४ कैसे कर ले यकीं  सितमगर पे । उसकी हर बात में दगा था तब ।।५ राह कोई नजर न थी आती । पास कुछ भी न तो बचा था तब ।।६ खेल हम जाते जान की बाजी । साथ कोई नही खड़ा था तब ।।७ अब तो आँखों से बस बहे पानी । जख्म़ ऐसा हमें मिला था तब ।।८ दिल का सौदा करें प्रखर कैसे । प्यार में ही ठगा गया था तब ।।९ ०६/०३/२०२४    -   महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  ग़ज़ल :-

ख्वाब आँखों में क्या पला था तब ।
छोड़कर जब सनम गया था तब ।।१
खत वहीं पे जला दिया था तब ।
बेवफ़ा जब सनम हुआ था तब ।।२
वक्त पे मैं पहुँच नहीं पाया ।
प्यार नीलाम हो चुका था तब ।।३
फासला चाह के किया उसने ।
प्यार का सिलसिला रुका था तब ।।४
कैसे कर ले यकीं  सितमगर पे ।
उसकी हर बात में दगा था तब ।।५
राह कोई नजर न थी आती ।
पास कुछ भी न तो बचा था तब ।।६
खेल हम जाते जान की बाजी ।
साथ कोई नही खड़ा था तब ।।७
अब तो आँखों से बस बहे पानी ।
जख्म़ ऐसा हमें मिला था तब ।।८
दिल का सौदा करें प्रखर कैसे ।
प्यार में ही ठगा गया था तब ।।९
०६/०३/२०२४    -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- ख्वाब आँखों में क्या पला था तब । छोड़कर जब सनम गया था तब ।।१ खत वहीं पे जला दिया था तब ।

13 Love

#story #viral #na

जिन चीजों पर लोगों का दिल आ जाए उन चीजों का फिर कोई सौदा नई होता मीरा जैसे ज़हर पियो तो बात बने इश्क के लेवल में समझौता नई होता हैं जो नए-नए

126 View

#GoldenHour #Quotes #Hindi #viral  " कब, कहां, और कैसे " 
उलझा देती है ये जिंदगी... 
और सौदा अक्सर हलातों से, 
जज्बातों का हो जाता है..!❣️

©Kushal - कुशल

" कब, कहां, और कैसे " उलझा देती है ये जिंदगी... और सौदा अक्सर हलातों से, जज्बातों का हो जाता है..!❣️✍️✍️ #GoldenHour #Shayari #Quo

864 View

White उनकी राहों से गुज़रना महँगा पड़ गया मुझे, लगता है इस बार घाटे का सौदा कर आए हम ©Umme Habiba

#शायरी #nojotowriters #nojotoshayari #nojotopoetry #nojotohindi  White उनकी राहों से गुज़रना महँगा पड़ गया मुझे,
लगता है इस बार घाटे का सौदा कर आए हम

©Umme Habiba

मनोरंजन के लिए न सौदा कर संस्कारों का भटक दर बदर न मिटा धरोहर पूर्वजों की जन्म हुआ जहाँ तेरे कर्मों के हिसाब से सोच जब यहाँ बनी कुंडली क्या वहाँ न होगी बस थाम कुल का हाथ हो जायेगा बेड़ापार माँ बाप से पहचान प्रमाण रगो बहता खून उनका कुल वंश का नाम रोशन करेगा पाला तुझको मुक्ति दिलएगा वंश उनका कर्म करेगा ऐसा खुद तो भटक रहा न भटका अपनी पीढ़ी को खोला जायेगा जब बहीखाता तेरा फिर से.... ©Mahadev Son

#Bhakti  मनोरंजन के लिए न सौदा कर संस्कारों का
भटक दर बदर न मिटा धरोहर पूर्वजों की  

जन्म हुआ जहाँ तेरे कर्मों के हिसाब से 
सोच जब यहाँ बनी कुंडली क्या वहाँ न होगी

बस थाम कुल का हाथ हो जायेगा बेड़ापार
माँ बाप से पहचान प्रमाण रगो बहता खून उनका 

कुल वंश का नाम रोशन करेगा पाला तुझको 
मुक्ति दिलएगा वंश उनका कर्म करेगा ऐसा

खुद तो भटक रहा न भटका अपनी पीढ़ी को
खोला जायेगा जब बहीखाता तेरा फिर से....

©Mahadev Son

मनोरंजन के लिए न सौदा कर इन संस्कारों का भटकर दर बदर मिटा रहा क्यूँ पूर्वजों की धरोहर जायेगा जब ऊपर तब क्या ज्वाब व हाल होगा दूसरे देश जात

11 Love

#शायरी #stilllife  इक समा ऐसा भी था
थे हम हमारे जैसे
अब प्रश्न हम हमसे ही करते है
हम है किसके जैसे

ना तो मन में उमंग है
ना ही दिल को भाता रंग है
चल रही है जिंदगी
मानो कोई कटी पतंग है
हम है अब जैसे
हम ना थे कभी ऐसे
अब प्रश्न हम हमसे ही करते है
हम है किसके जैसे

रहा ना साथ साथी
रहा ना कोई सारथी
जिसे भी हम पुकारे
निकलता है वो स्वार्थी
भावनाओं का सौदा यहाँ
हर कोई चाहता है पैसे
अब प्रश्न हम हमसे ही करते है
हम है किसके जैसे.....

मी माझी.....

©Sangeeta Kalbhor

#stilllife इक समा ऐसा भी था थे हम हमारे जैसे अब प्रश्न हम हमसे ही करते है हम है किसके जैसे ना तो मन में उमंग है ना ही दिल को भाता रंग है चल

252 View

ग़ज़ल :- ख्वाब आँखों में क्या पला था तब । छोड़कर जब सनम गया था तब ।।१ खत वहीं पे जला दिया था तब । बेवफ़ा जब सनम हुआ था तब ।।२ वक्त पे मैं पहुँच नहीं पाया । प्यार नीलाम हो चुका था तब ।।३ फासला चाह के किया उसने । प्यार का सिलसिला रुका था तब ।।४ कैसे कर ले यकीं  सितमगर पे । उसकी हर बात में दगा था तब ।।५ राह कोई नजर न थी आती । पास कुछ भी न तो बचा था तब ।।६ खेल हम जाते जान की बाजी । साथ कोई नही खड़ा था तब ।।७ अब तो आँखों से बस बहे पानी । जख्म़ ऐसा हमें मिला था तब ।।८ दिल का सौदा करें प्रखर कैसे । प्यार में ही ठगा गया था तब ।।९ ०६/०३/२०२४    -   महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  ग़ज़ल :-

ख्वाब आँखों में क्या पला था तब ।
छोड़कर जब सनम गया था तब ।।१
खत वहीं पे जला दिया था तब ।
बेवफ़ा जब सनम हुआ था तब ।।२
वक्त पे मैं पहुँच नहीं पाया ।
प्यार नीलाम हो चुका था तब ।।३
फासला चाह के किया उसने ।
प्यार का सिलसिला रुका था तब ।।४
कैसे कर ले यकीं  सितमगर पे ।
उसकी हर बात में दगा था तब ।।५
राह कोई नजर न थी आती ।
पास कुछ भी न तो बचा था तब ।।६
खेल हम जाते जान की बाजी ।
साथ कोई नही खड़ा था तब ।।७
अब तो आँखों से बस बहे पानी ।
जख्म़ ऐसा हमें मिला था तब ।।८
दिल का सौदा करें प्रखर कैसे ।
प्यार में ही ठगा गया था तब ।।९
०६/०३/२०२४    -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- ख्वाब आँखों में क्या पला था तब । छोड़कर जब सनम गया था तब ।।१ खत वहीं पे जला दिया था तब ।

13 Love

#story #viral #na

जिन चीजों पर लोगों का दिल आ जाए उन चीजों का फिर कोई सौदा नई होता मीरा जैसे ज़हर पियो तो बात बने इश्क के लेवल में समझौता नई होता हैं जो नए-नए

126 View

#GoldenHour #Quotes #Hindi #viral  " कब, कहां, और कैसे " 
उलझा देती है ये जिंदगी... 
और सौदा अक्सर हलातों से, 
जज्बातों का हो जाता है..!❣️

©Kushal - कुशल

" कब, कहां, और कैसे " उलझा देती है ये जिंदगी... और सौदा अक्सर हलातों से, जज्बातों का हो जाता है..!❣️✍️✍️ #GoldenHour #Shayari #Quo

864 View

Trending Topic