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Idea to Book *क्या आपके पास कोई बेहतरीन आइडिया है जिस पर आप किताब लिखना चाहते हैं, लेकिन आपके पास उसे लिखने का समय नहीं है?* *तो आप के लिए हम हाज़िर हैं!* *आपके आइडिया पर हमारा घोस्टराइटर आपकी किताब लिख सकता है। हमें मौक़ा देकर आप ये तीन लाभ पा सकते हैं–* 1. समय की बचत: आप अपना समय बचा सकते हैं, क्योंकि आपके लिए लेखन का काम हम सँभालेंगे। 2. तनाव मुक्त: आप बिना किसी तनाव के एक बेहतरीन किताब के लेखक बन सकते हैं। 3. प्रकाशन: किताब लिखे जाने के बाद आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हमारे पास पब्लिशर मौजूद है। आपके लिए हम निम्नलिखित किताबें लिख सकते हैं– 1. उपन्यास 2. लघुकथा 3. जीवनी 4. मोटिवेशनल 5. यात्रा वृत्तांत 6. संस्मरण 7. स्क्रिप्ट 8. कविताएँ 9. साक्षात्कार 10. बाल-पुस्तक 11. हॉरर और भूतों की कहानियाँ 12. कॉमिक्स 13. खाना-खज़ाना 14. निबंध 15. कॉफ़ी टेबल बुक ---------- स्वयंयुग पब्लिकेशन यूनिमोंट ऑरम, ए- विंग, कर्जत, रायगढ़, महाराष्ट्र- 410201 मो. 9152236856 Email : contact@svayanyugpublication.com Web: https://svayanyugpublication.com/ #svayanyugauthor #svayanyugbooks #svayanyugpublication #authorscommunity ©hardik Mahajan

#svayanyugpublication #AuthorsCommunity #svayanyugauthor #svayanyugbooks #Quotes  Idea to Book

*क्या आपके पास कोई बेहतरीन आइडिया है जिस पर आप किताब लिखना चाहते हैं, लेकिन आपके पास उसे लिखने का समय नहीं है?*

*तो आप के लिए हम हाज़िर हैं!*

*आपके आइडिया पर हमारा घोस्टराइटर आपकी किताब लिख सकता है। हमें मौक़ा देकर आप ये तीन लाभ पा सकते हैं–*

1. समय की बचत: आप अपना समय बचा सकते हैं, क्योंकि आपके लिए लेखन का काम हम सँभालेंगे।
2. तनाव मुक्त: आप बिना किसी तनाव के एक बेहतरीन किताब के लेखक बन सकते हैं। 
3. प्रकाशन: किताब लिखे जाने के बाद आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हमारे पास पब्लिशर मौजूद है।

आपके लिए हम निम्नलिखित किताबें लिख सकते हैं– 
1. उपन्यास
2. लघुकथा
3. जीवनी
4. मोटिवेशनल
5. यात्रा वृत्तांत
6. संस्मरण
7. स्क्रिप्ट
8. कविताएँ
9. साक्षात्कार 
10. बाल-पुस्तक
11. हॉरर और भूतों की कहानियाँ
12. कॉमिक्स
13. खाना-खज़ाना
14. निबंध
15. कॉफ़ी टेबल बुक

----------
स्वयंयुग पब्लिकेशन
यूनिमोंट ऑरम, ए- विंग, कर्जत, रायगढ़, महाराष्ट्र- 410201
मो. 9152236856
Email : contact@svayanyugpublication.com
Web: https://svayanyugpublication.com/
#svayanyugauthor #svayanyugbooks #svayanyugpublication #authorscommunity

©hardik Mahajan

Idea to Book *क्या आपके पास कोई बेहतरीन आइडिया है जिस पर आप किताब लिखना चाहते हैं, लेकिन आपके पास उसे लिखने का समय नहीं है?* *तो आप के लिए

32 Love

Comming soon ©hardik Mahajan

#svayanyugpublication #AuthorsCommunity #svayanyugauthor #svayanyugbooks  Comming soon

©hardik Mahajan

क्या आपके पास कोई बेहतरीन आइडिया है जिस पर आप किताब लिखना चाहते हैं, लेकिन आपके पास उसे लिखने का समय नहीं है? तो आप के लिए हम हाज़िर हैं!

17 Love

परिधानों से लाज ढाँपती नज़रों में छुप जाती थी, लज्जा बसती थी आँखों में मन ही मन सकुचाती थी, पर्दे के पीछे का सच भी डर की जद में सिमटा था, लोक लाज के डर से नारी अक्सर चुप रह जाती थी, बचपन का वो अल्हड़पन दहलीज जवानी की चढते, खेतों की मेड़ों पर चलती इठलाती बलखाती थी, सावन में मदमस्त नदी सी चली उफनती राह कभी, देख आईने में ख़ुद को नटखट कितनी शर्माती थी, प्रेम और विश्वास अडिग वादे थे जीने मरने के, रूप सलोना फूलों सा कितनी सुंदर कद-काठी थी, माँ बाबूजी भैया भाभी सबके मन में रची-बसी, सखियों के संग हँसी ठिठोली मिलने से घबराती थी, भावुक हृदय सुकोमल काया मन से भोली थी 'गुंजन', बात-बात पर नखरे शोखी नयन अश्रु छलकाती थी, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ •प्र • ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #लज्जा  परिधानों  से  लाज  ढाँपती
                                 नज़रों में छुप जाती थी, 
                             लज्जा बसती थी आँखों में 
                               मन ही मन सकुचाती थी,

पर्दे के पीछे का सच भी  डर की जद में सिमटा था, 
लोक लाज के डर से नारी अक्सर चुप रह जाती थी,

बचपन का वो अल्हड़पन दहलीज जवानी की चढते, 
खेतों की  मेड़ों पर  चलती  इठलाती  बलखाती थी,

सावन  में  मदमस्त नदी सी चली उफनती राह कभी, 
देख  आईने में  ख़ुद को  नटखट कितनी शर्माती थी,

प्रेम  और  विश्वास  अडिग  वादे  थे   जीने मरने  के,
रूप सलोना फूलों सा  कितनी सुंदर  कद-काठी थी,

माँ  बाबूजी  भैया  भाभी  सबके  मन में  रची-बसी, 
सखियों के संग हँसी ठिठोली मिलने से घबराती थी,

भावुक हृदय सुकोमल काया मन से भोली थी 'गुंजन',
बात-बात पर नखरे शोखी नयन अश्रु छलकाती थी,
       ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
               प्रयागराज उ •प्र •

©Shashi Bhushan Mishra

#लज्जा बसती थी आँखों में#

16 Love

Idea to Book *क्या आपके पास कोई बेहतरीन आइडिया है जिस पर आप किताब लिखना चाहते हैं, लेकिन आपके पास उसे लिखने का समय नहीं है?* *तो आप के लिए हम हाज़िर हैं!* *आपके आइडिया पर हमारा घोस्टराइटर आपकी किताब लिख सकता है। हमें मौक़ा देकर आप ये तीन लाभ पा सकते हैं–* 1. समय की बचत: आप अपना समय बचा सकते हैं, क्योंकि आपके लिए लेखन का काम हम सँभालेंगे। 2. तनाव मुक्त: आप बिना किसी तनाव के एक बेहतरीन किताब के लेखक बन सकते हैं। 3. प्रकाशन: किताब लिखे जाने के बाद आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हमारे पास पब्लिशर मौजूद है। आपके लिए हम निम्नलिखित किताबें लिख सकते हैं– 1. उपन्यास 2. लघुकथा 3. जीवनी 4. मोटिवेशनल 5. यात्रा वृत्तांत 6. संस्मरण 7. स्क्रिप्ट 8. कविताएँ 9. साक्षात्कार 10. बाल-पुस्तक 11. हॉरर और भूतों की कहानियाँ 12. कॉमिक्स 13. खाना-खज़ाना 14. निबंध 15. कॉफ़ी टेबल बुक ---------- स्वयंयुग पब्लिकेशन यूनिमोंट ऑरम, ए- विंग, कर्जत, रायगढ़, महाराष्ट्र- 410201 मो. 9152236856 Email : contact@svayanyugpublication.com Web: https://svayanyugpublication.com/ #svayanyugauthor #svayanyugbooks #svayanyugpublication #authorscommunity ©hardik Mahajan

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*क्या आपके पास कोई बेहतरीन आइडिया है जिस पर आप किताब लिखना चाहते हैं, लेकिन आपके पास उसे लिखने का समय नहीं है?*

*तो आप के लिए हम हाज़िर हैं!*

*आपके आइडिया पर हमारा घोस्टराइटर आपकी किताब लिख सकता है। हमें मौक़ा देकर आप ये तीन लाभ पा सकते हैं–*

1. समय की बचत: आप अपना समय बचा सकते हैं, क्योंकि आपके लिए लेखन का काम हम सँभालेंगे।
2. तनाव मुक्त: आप बिना किसी तनाव के एक बेहतरीन किताब के लेखक बन सकते हैं। 
3. प्रकाशन: किताब लिखे जाने के बाद आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हमारे पास पब्लिशर मौजूद है।

आपके लिए हम निम्नलिखित किताबें लिख सकते हैं– 
1. उपन्यास
2. लघुकथा
3. जीवनी
4. मोटिवेशनल
5. यात्रा वृत्तांत
6. संस्मरण
7. स्क्रिप्ट
8. कविताएँ
9. साक्षात्कार 
10. बाल-पुस्तक
11. हॉरर और भूतों की कहानियाँ
12. कॉमिक्स
13. खाना-खज़ाना
14. निबंध
15. कॉफ़ी टेबल बुक

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स्वयंयुग पब्लिकेशन
यूनिमोंट ऑरम, ए- विंग, कर्जत, रायगढ़, महाराष्ट्र- 410201
मो. 9152236856
Email : contact@svayanyugpublication.com
Web: https://svayanyugpublication.com/
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क्या आपके पास कोई बेहतरीन आइडिया है जिस पर आप किताब लिखना चाहते हैं, लेकिन आपके पास उसे लिखने का समय नहीं है? तो आप के लिए हम हाज़िर हैं!

17 Love

परिधानों से लाज ढाँपती नज़रों में छुप जाती थी, लज्जा बसती थी आँखों में मन ही मन सकुचाती थी, पर्दे के पीछे का सच भी डर की जद में सिमटा था, लोक लाज के डर से नारी अक्सर चुप रह जाती थी, बचपन का वो अल्हड़पन दहलीज जवानी की चढते, खेतों की मेड़ों पर चलती इठलाती बलखाती थी, सावन में मदमस्त नदी सी चली उफनती राह कभी, देख आईने में ख़ुद को नटखट कितनी शर्माती थी, प्रेम और विश्वास अडिग वादे थे जीने मरने के, रूप सलोना फूलों सा कितनी सुंदर कद-काठी थी, माँ बाबूजी भैया भाभी सबके मन में रची-बसी, सखियों के संग हँसी ठिठोली मिलने से घबराती थी, भावुक हृदय सुकोमल काया मन से भोली थी 'गुंजन', बात-बात पर नखरे शोखी नयन अश्रु छलकाती थी, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ •प्र • ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #लज्जा  परिधानों  से  लाज  ढाँपती
                                 नज़रों में छुप जाती थी, 
                             लज्जा बसती थी आँखों में 
                               मन ही मन सकुचाती थी,

पर्दे के पीछे का सच भी  डर की जद में सिमटा था, 
लोक लाज के डर से नारी अक्सर चुप रह जाती थी,

बचपन का वो अल्हड़पन दहलीज जवानी की चढते, 
खेतों की  मेड़ों पर  चलती  इठलाती  बलखाती थी,

सावन  में  मदमस्त नदी सी चली उफनती राह कभी, 
देख  आईने में  ख़ुद को  नटखट कितनी शर्माती थी,

प्रेम  और  विश्वास  अडिग  वादे  थे   जीने मरने  के,
रूप सलोना फूलों सा  कितनी सुंदर  कद-काठी थी,

माँ  बाबूजी  भैया  भाभी  सबके  मन में  रची-बसी, 
सखियों के संग हँसी ठिठोली मिलने से घबराती थी,

भावुक हृदय सुकोमल काया मन से भोली थी 'गुंजन',
बात-बात पर नखरे शोखी नयन अश्रु छलकाती थी,
       ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
               प्रयागराज उ •प्र •

©Shashi Bhushan Mishra

#लज्जा बसती थी आँखों में#

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