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New जिद्दी आशिक गाना Status, Photo, Video

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#वीडियो

बहुत अच्छा गाना

108 View

#कविता  White वो ज़माना भी कितना अजीब था 
ज़ब  लैला मजनू जैसे दो सच्चे 
आशिको पर  उनके दुश्मनो ने पथर बरसाये थे 

आज के इस ज़माने में भी इश्क  करने वाले लैला मजनू मौजूद है. और जिन दुश्मनो ने उन पर पिछली बार पथर बरसाए  थे इस बार उनके हाथों में खंजर और बंदूके है

©Arora PR

सच्चे आशिक

144 View

White ना मंजिल नज़र आती है न कहीं किनारा हर कोई आगे बढ़ रहा है,लेकर एक दूसरे का सहारा हर कोई दौड़ में है ,दिमाग में भरी उलझने हैं लगे जैसे हर कोई किसी न किसी होड़ में है । आगे बढ़ना चाहते हैं या निकलना चाहते हैं समझ नहीं आता , सफल होना चाहते हैं , या किसी को हराकर दिखाना चाहते हैं। यह सब मन के खेल मन की अदाएं हैं। कभी यह रूठता है कभी मानता है । कभी रुकता है तो कभी सरपट भागता है । ऐ मन तू इतना जिद्दी क्यूं है ? हर समय इधर से उधर भटकता क्यूं है? कब वह दिन आएगा जब तू शांत होगा, काबू में होगा सब समझ ठहर जाएगा । तब मंजिल भी दिखेगी , रास्ता भी साफ़ होगा , किनारे भी मिलेंगे ,अगर तू मेरे साथ होगा । तब ना किसी से प्रतिस्पर्धा की दौड़ होगी ना कहीं शोर होगा ,सामने लक्ष्य होगा, पहुंचना सरल होगा बस तू एक बार समझ जा, थोड़ा झुक जा थोड़ा संवर जा इतना ही हम सब पर तुम्हारा यह कर्म होगा ©Jyoti Mahajan

#कविता #Free  White  
ना मंजिल नज़र आती है न कहीं किनारा
हर कोई आगे बढ़ रहा है,लेकर एक दूसरे का सहारा
हर कोई दौड़ में है ,दिमाग में भरी उलझने हैं
लगे जैसे हर कोई किसी न किसी होड़ में है ।
आगे बढ़ना चाहते हैं या निकलना चाहते हैं 
समझ नहीं आता , सफल होना चाहते हैं ,
           या किसी को हराकर दिखाना चाहते हैं।                
यह सब मन के खेल मन की अदाएं हैं।
कभी यह रूठता है  कभी मानता है ।
कभी रुकता है तो  कभी सरपट भागता है ।
ऐ मन तू इतना जिद्दी क्यूं है ?
हर समय इधर से उधर भटकता क्यूं है? 
कब वह दिन आएगा जब तू शांत  होगा, 
काबू में होगा सब समझ ठहर जाएगा ।
तब मंजिल भी दिखेगी , रास्ता भी साफ़ होगा ,
किनारे भी मिलेंगे ,अगर तू मेरे साथ होगा ।
तब ना किसी से प्रतिस्पर्धा की दौड़ होगी 
ना कहीं शोर होगा ,सामने लक्ष्य होगा, 
पहुंचना सरल होगा 
बस तू एक बार समझ जा,
थोड़ा झुक जा थोड़ा संवर जा 
इतना ही हम सब पर तुम्हारा यह कर्म होगा

©Jyoti Mahajan

#Free जिद्दी मन

11 Love

#विचार  अगर किन्ही को अपने आवाज पर भरोसा है,वो हमसे संपर्क साध सकते हैं।
क्योंकी मुझे अपने लेखनी पर भरोसा है।

©Amit

गाना लिखवाने हेतु

108 View

#कॉमेडी

इश्क में आशिक

108 View

#समाज

भोजपुरी गाना

171 View

#वीडियो

बहुत अच्छा गाना

108 View

#कविता  White वो ज़माना भी कितना अजीब था 
ज़ब  लैला मजनू जैसे दो सच्चे 
आशिको पर  उनके दुश्मनो ने पथर बरसाये थे 

आज के इस ज़माने में भी इश्क  करने वाले लैला मजनू मौजूद है. और जिन दुश्मनो ने उन पर पिछली बार पथर बरसाए  थे इस बार उनके हाथों में खंजर और बंदूके है

©Arora PR

सच्चे आशिक

144 View

White ना मंजिल नज़र आती है न कहीं किनारा हर कोई आगे बढ़ रहा है,लेकर एक दूसरे का सहारा हर कोई दौड़ में है ,दिमाग में भरी उलझने हैं लगे जैसे हर कोई किसी न किसी होड़ में है । आगे बढ़ना चाहते हैं या निकलना चाहते हैं समझ नहीं आता , सफल होना चाहते हैं , या किसी को हराकर दिखाना चाहते हैं। यह सब मन के खेल मन की अदाएं हैं। कभी यह रूठता है कभी मानता है । कभी रुकता है तो कभी सरपट भागता है । ऐ मन तू इतना जिद्दी क्यूं है ? हर समय इधर से उधर भटकता क्यूं है? कब वह दिन आएगा जब तू शांत होगा, काबू में होगा सब समझ ठहर जाएगा । तब मंजिल भी दिखेगी , रास्ता भी साफ़ होगा , किनारे भी मिलेंगे ,अगर तू मेरे साथ होगा । तब ना किसी से प्रतिस्पर्धा की दौड़ होगी ना कहीं शोर होगा ,सामने लक्ष्य होगा, पहुंचना सरल होगा बस तू एक बार समझ जा, थोड़ा झुक जा थोड़ा संवर जा इतना ही हम सब पर तुम्हारा यह कर्म होगा ©Jyoti Mahajan

#कविता #Free  White  
ना मंजिल नज़र आती है न कहीं किनारा
हर कोई आगे बढ़ रहा है,लेकर एक दूसरे का सहारा
हर कोई दौड़ में है ,दिमाग में भरी उलझने हैं
लगे जैसे हर कोई किसी न किसी होड़ में है ।
आगे बढ़ना चाहते हैं या निकलना चाहते हैं 
समझ नहीं आता , सफल होना चाहते हैं ,
           या किसी को हराकर दिखाना चाहते हैं।                
यह सब मन के खेल मन की अदाएं हैं।
कभी यह रूठता है  कभी मानता है ।
कभी रुकता है तो  कभी सरपट भागता है ।
ऐ मन तू इतना जिद्दी क्यूं है ?
हर समय इधर से उधर भटकता क्यूं है? 
कब वह दिन आएगा जब तू शांत  होगा, 
काबू में होगा सब समझ ठहर जाएगा ।
तब मंजिल भी दिखेगी , रास्ता भी साफ़ होगा ,
किनारे भी मिलेंगे ,अगर तू मेरे साथ होगा ।
तब ना किसी से प्रतिस्पर्धा की दौड़ होगी 
ना कहीं शोर होगा ,सामने लक्ष्य होगा, 
पहुंचना सरल होगा 
बस तू एक बार समझ जा,
थोड़ा झुक जा थोड़ा संवर जा 
इतना ही हम सब पर तुम्हारा यह कर्म होगा

©Jyoti Mahajan

#Free जिद्दी मन

11 Love

#विचार  अगर किन्ही को अपने आवाज पर भरोसा है,वो हमसे संपर्क साध सकते हैं।
क्योंकी मुझे अपने लेखनी पर भरोसा है।

©Amit

गाना लिखवाने हेतु

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#कॉमेडी

इश्क में आशिक

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#समाज

भोजपुरी गाना

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