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New सहानुभूति तंत्रिका तंत्र Status, Photo, Video

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White ये दुनिया पुरा जहान करे युवा, बूढ़ा ,जवान करे ये उत्सव है लोक तंत्र का आओ मिलकर मतदान करे ©प्रेम कुमार रावत

#विचार #VoteForIndia  White  ये दुनिया पुरा जहान करे 
युवा, बूढ़ा ,जवान करे
ये उत्सव है लोक तंत्र का
आओ मिलकर मतदान करे

©प्रेम कुमार रावत

#VoteForIndia ये दुनिया पुरा जहान करे युवा बूढ़ा जवान करे ये उत्सव है लोक तंत्र का आओ मिलकर मतदान करे

10 Love

#मराठीकविता

#Love कविता "प्रेम का ब्याज" यह कविता प्यार और संबंधों में विश्वास, सम्मान, सहानुभूति, और संतोष को स्थायी रूप से बनाए रखना महत्वपूर्ण है। यह

117 View

#कालरात्रि #नवरात्रि #भक्ति #navaratri2024 #आरती #navratri2025  मां का सप्तम रूप है मां कालरात्रि का,
क्षण में करती नाश दुष्ट,दैत्य, दानव का।

स्मरणमात्र से भाग जाते भूत, प्रेत, निशाचर,
उज्जैन से दूर हो जाते हैं पल में ग्रह-बाधा हर।

उपवासकों को नहीं भय अग्नि, जल, जंतु का,
नहीं होता है भय कभी भी रात्रि या शत्रु का।

नाम की तरह रुप भी है अंधकार-सा काला,
त्रिनेत्रधारी है माताजी सवारी है गर्दभ का।

दाहिना हाथ ऊपर उठा रहता है वरमुद्रा में,
बाया हाथ नीचे की ओर है अभय मुद्रा में।

तीसरे हाथ में मां के है खड्ग, चौथे में लौहशस्त्र,
विशेष पूजा रात्रि में मां की करते हैं तंत्र साधक।

शुभकारी है दूसरा नाम मां कालरात्रि का,
शुभ करने वाली है मां, है सबकी मान्यता।

गुड़हल का पुष्प है प्रिय, गुड़ का भोग लगाते हैं,
कपूर या दीपक जलाकर मां की आरती करते हैं।

©Shivkumar

#navratri #navaratri2024 #navratri2025 #navratri2026 #navaratri #नवरात्रि मां का सप्तम रूप है मां #कालरात्रि का, क्षण में करती #नाश दु

99 View

#कविता #ankahe_alfaaz   संवेदना हृदय की उसकी अपनी सारी मर चुकी है
ना जाने कितनी दफा वो मज़बूरी में बिक चुकी है
कभी अपने बच्चे की भुख ने उसे बिकवाया , तो
कभी खोटे नियति की मार ने उससे ये करवाया

जिसकी चाहत ने उससे उसका घर है छुड़वाया
उसी ने आज उसे बाज़ार में नीलाम है करवाया
लेकिन अब अपनी नियति पे ना उसे रोना आता है
और ना ही उसके लबों पर कोई मुस्कान आती हैं

जो हो गया था और जो हो रहा है उसके साथ 
मजबूरी बन गई उसकी जो वो अब एक मां भी है
निकलना चाह कर हुए भी ना निकल पाती हैं
वो अब एक ऐसे ही जगह की पिंजरे में कैद है

कोई तगमा तो नहीं है उन सब स्त्रीयों के लिए 
लेकिन, थोड़ी सहानुभूति इतना तो हो ज़रूरी
चाहें मान सम्मान ना देना हो तो ना दीजियेगा
लेकिन उनका कभी अपमान भी ना कीजियेगा।

©Sadhna Sarkar

#ankahe_alfaaz वक्त के हाथों मजबूर हैं सहानुभूति ज़रूरी है।

270 View

ॐ नमो महाकाली रूपम, शक्ति तु ज्योति स्वरूपम शुम्भ निशुम्भ को मारा, रक्तबीज को संहारा दुष्टों को संहारने वाली, भक्तों के दुःख हरने वाली, सन्त गुणी जन सब पूजते, पूजा की तिथि विधि ना जानू, मंत्र तंत्र को मैं ना जानू, मैया बस पढ़ुं चालीसा जीवन में माँ करना उजाला, बीच भंवर में फंसी है नैया, आकर लाज बचाना, सद्-बुद्धि का दान ही देना, ॐ नमो माँ काली शक्ति स्वरूपम मैया प्यारी, दया करो महाकाली ©Mahadev Son

#Bhakti  ॐ नमो महाकाली रूपम,
शक्ति तु ज्योति स्वरूपम
शुम्भ निशुम्भ को मारा,
रक्तबीज को संहारा

दुष्टों को संहारने वाली,
भक्तों के दुःख हरने वाली,
सन्त गुणी जन सब पूजते,
पूजा की तिथि विधि ना जानू,

मंत्र तंत्र को मैं ना जानू,
मैया बस पढ़ुं चालीसा 
जीवन में माँ करना उजाला,
बीच भंवर में फंसी है नैया,

आकर लाज बचाना,
सद्-बुद्धि का दान ही देना,
ॐ नमो माँ काली शक्ति स्वरूपम
मैया प्यारी, दया करो महाकाली

©Mahadev Son

ॐ नमो महाकाली रूपम, शक्ति तु ज्योति स्वरूपम शुम्भ निशुम्भ को मारा, रक्तबीज को संहारा दुष्टों को संहारने वाली, भक्तों के दुःख हरने वाली, सन्

12 Love

#शायरी #manishjakhmi #nojohindi #shahiklm  एक परिस्थिति के भले बुरे अंजाम का पता उस परिस्थिति के अंत में ही पता चलता है, परंतु एक से एक धुरंधर उस समय में इंतजार नहीं कर पाते भले वे बड़े बड़े प्रवचन ही क्यों ना सुनाते हो एक दूसरे को समझते वक्त। देखा जाए तो होता सब कुछ है बस एक शब्द शर्त किरदार निभाता है व्यक्ति उस शर्त को पूरा भी कर सकता है जिसमें वो धैर्य है कि वह परिस्थिति के परिणाम का इंतजार कर सके।
परंतु उसके लिए आपको विद्वान बनना होगा और एक विद्वान बुरी परिस्थिति में कभी भी बैरागी नहीं होता अपितु वह उस परिस्थिति में कोई झलक भी नहीं दिखाता जिससे उसे कोई सहानुभूति का अनुभव हो तभी वह एक सटीक जीवन का आनंद ले पाता है या मान लो सब कुछ सुलझा हुआ दिखता है।बाकी व्यक्ति की प्रवर्ती पर निर्भर करता है।

©Manish Jakhmi

एक परिस्थिति के भले बुरे अंजाम का पता उस परिस्थिति के अंत में ही पता चलता है, परंतु एक से एक धुरंधर उस समय में इंतजार नहीं कर पाते भले वे बड

117 View

White ये दुनिया पुरा जहान करे युवा, बूढ़ा ,जवान करे ये उत्सव है लोक तंत्र का आओ मिलकर मतदान करे ©प्रेम कुमार रावत

#विचार #VoteForIndia  White  ये दुनिया पुरा जहान करे 
युवा, बूढ़ा ,जवान करे
ये उत्सव है लोक तंत्र का
आओ मिलकर मतदान करे

©प्रेम कुमार रावत

#VoteForIndia ये दुनिया पुरा जहान करे युवा बूढ़ा जवान करे ये उत्सव है लोक तंत्र का आओ मिलकर मतदान करे

10 Love

#मराठीकविता

#Love कविता "प्रेम का ब्याज" यह कविता प्यार और संबंधों में विश्वास, सम्मान, सहानुभूति, और संतोष को स्थायी रूप से बनाए रखना महत्वपूर्ण है। यह

117 View

#कालरात्रि #नवरात्रि #भक्ति #navaratri2024 #आरती #navratri2025  मां का सप्तम रूप है मां कालरात्रि का,
क्षण में करती नाश दुष्ट,दैत्य, दानव का।

स्मरणमात्र से भाग जाते भूत, प्रेत, निशाचर,
उज्जैन से दूर हो जाते हैं पल में ग्रह-बाधा हर।

उपवासकों को नहीं भय अग्नि, जल, जंतु का,
नहीं होता है भय कभी भी रात्रि या शत्रु का।

नाम की तरह रुप भी है अंधकार-सा काला,
त्रिनेत्रधारी है माताजी सवारी है गर्दभ का।

दाहिना हाथ ऊपर उठा रहता है वरमुद्रा में,
बाया हाथ नीचे की ओर है अभय मुद्रा में।

तीसरे हाथ में मां के है खड्ग, चौथे में लौहशस्त्र,
विशेष पूजा रात्रि में मां की करते हैं तंत्र साधक।

शुभकारी है दूसरा नाम मां कालरात्रि का,
शुभ करने वाली है मां, है सबकी मान्यता।

गुड़हल का पुष्प है प्रिय, गुड़ का भोग लगाते हैं,
कपूर या दीपक जलाकर मां की आरती करते हैं।

©Shivkumar

#navratri #navaratri2024 #navratri2025 #navratri2026 #navaratri #नवरात्रि मां का सप्तम रूप है मां #कालरात्रि का, क्षण में करती #नाश दु

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#कविता #ankahe_alfaaz   संवेदना हृदय की उसकी अपनी सारी मर चुकी है
ना जाने कितनी दफा वो मज़बूरी में बिक चुकी है
कभी अपने बच्चे की भुख ने उसे बिकवाया , तो
कभी खोटे नियति की मार ने उससे ये करवाया

जिसकी चाहत ने उससे उसका घर है छुड़वाया
उसी ने आज उसे बाज़ार में नीलाम है करवाया
लेकिन अब अपनी नियति पे ना उसे रोना आता है
और ना ही उसके लबों पर कोई मुस्कान आती हैं

जो हो गया था और जो हो रहा है उसके साथ 
मजबूरी बन गई उसकी जो वो अब एक मां भी है
निकलना चाह कर हुए भी ना निकल पाती हैं
वो अब एक ऐसे ही जगह की पिंजरे में कैद है

कोई तगमा तो नहीं है उन सब स्त्रीयों के लिए 
लेकिन, थोड़ी सहानुभूति इतना तो हो ज़रूरी
चाहें मान सम्मान ना देना हो तो ना दीजियेगा
लेकिन उनका कभी अपमान भी ना कीजियेगा।

©Sadhna Sarkar

#ankahe_alfaaz वक्त के हाथों मजबूर हैं सहानुभूति ज़रूरी है।

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ॐ नमो महाकाली रूपम, शक्ति तु ज्योति स्वरूपम शुम्भ निशुम्भ को मारा, रक्तबीज को संहारा दुष्टों को संहारने वाली, भक्तों के दुःख हरने वाली, सन्त गुणी जन सब पूजते, पूजा की तिथि विधि ना जानू, मंत्र तंत्र को मैं ना जानू, मैया बस पढ़ुं चालीसा जीवन में माँ करना उजाला, बीच भंवर में फंसी है नैया, आकर लाज बचाना, सद्-बुद्धि का दान ही देना, ॐ नमो माँ काली शक्ति स्वरूपम मैया प्यारी, दया करो महाकाली ©Mahadev Son

#Bhakti  ॐ नमो महाकाली रूपम,
शक्ति तु ज्योति स्वरूपम
शुम्भ निशुम्भ को मारा,
रक्तबीज को संहारा

दुष्टों को संहारने वाली,
भक्तों के दुःख हरने वाली,
सन्त गुणी जन सब पूजते,
पूजा की तिथि विधि ना जानू,

मंत्र तंत्र को मैं ना जानू,
मैया बस पढ़ुं चालीसा 
जीवन में माँ करना उजाला,
बीच भंवर में फंसी है नैया,

आकर लाज बचाना,
सद्-बुद्धि का दान ही देना,
ॐ नमो माँ काली शक्ति स्वरूपम
मैया प्यारी, दया करो महाकाली

©Mahadev Son

ॐ नमो महाकाली रूपम, शक्ति तु ज्योति स्वरूपम शुम्भ निशुम्भ को मारा, रक्तबीज को संहारा दुष्टों को संहारने वाली, भक्तों के दुःख हरने वाली, सन्

12 Love

#शायरी #manishjakhmi #nojohindi #shahiklm  एक परिस्थिति के भले बुरे अंजाम का पता उस परिस्थिति के अंत में ही पता चलता है, परंतु एक से एक धुरंधर उस समय में इंतजार नहीं कर पाते भले वे बड़े बड़े प्रवचन ही क्यों ना सुनाते हो एक दूसरे को समझते वक्त। देखा जाए तो होता सब कुछ है बस एक शब्द शर्त किरदार निभाता है व्यक्ति उस शर्त को पूरा भी कर सकता है जिसमें वो धैर्य है कि वह परिस्थिति के परिणाम का इंतजार कर सके।
परंतु उसके लिए आपको विद्वान बनना होगा और एक विद्वान बुरी परिस्थिति में कभी भी बैरागी नहीं होता अपितु वह उस परिस्थिति में कोई झलक भी नहीं दिखाता जिससे उसे कोई सहानुभूति का अनुभव हो तभी वह एक सटीक जीवन का आनंद ले पाता है या मान लो सब कुछ सुलझा हुआ दिखता है।बाकी व्यक्ति की प्रवर्ती पर निर्भर करता है।

©Manish Jakhmi

एक परिस्थिति के भले बुरे अंजाम का पता उस परिस्थिति के अंत में ही पता चलता है, परंतु एक से एक धुरंधर उस समय में इंतजार नहीं कर पाते भले वे बड

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