हमें मालूम है दिलबर,तुम्हारा दिल हमारा है,
मेरी किस्मत तुम्हीं से है,मेरा तुमसे गुज़ारा है,
बिना तेरे तड़फती हूँ,मैं जल बिन मीन के जैसी,
बिना तेरे अब इस दिल को ना कोई भी गँवारा है।
#कवयित्री_शिवानी_सरगम_मानवी#प्रेम_रस
तेरे दिल में रहूँ धड़कनों की तरह,
मैं महकती रहूँ ग़ुलशनों की तरह,
इस कदर बन के साया चलूं साथ मैं,
तुझमें उलझी रहूँ उलझनों की तरह।
#कवयित्री_शिवानी_सरगम_मानवी#प्रेम_रस
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