Aawesh Khan

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तेरी याद के सहारे कट गई वरना जिंदगी मेरे बस की बात नही थी ©Aawesh Khan

#शायरी #alone  तेरी याद के सहारे कट गई वरना
जिंदगी मेरे बस की बात नही थी

©Aawesh Khan

#alone

17 Love

इसलिए उकता रहा हूं तन्हाई से मुझे डर लगने लगा है परछाई से अब उस तरह शोक पूरे नही होते जो पूरे होते थे बाप की कमाई से ये कैसा जख्म अता किया उसने मुझे नाउम्मीद कर दिया दवाई से कभी कभी तो मुझे झूठ लगता है वो सच बोलता है इतनी सफाई से आज मैं कत्ल हो गया हूं आवेश अपने ही खंजर की बेवफाई से ©Aawesh Khan

#शायरी #Road  इसलिए उकता रहा हूं तन्हाई से
मुझे डर लगने लगा है परछाई से

अब उस तरह शोक पूरे नही होते
जो पूरे होते थे बाप की कमाई से

ये कैसा जख्म अता किया उसने
मुझे नाउम्मीद कर दिया दवाई से

कभी कभी तो मुझे झूठ लगता है
वो सच बोलता है इतनी सफाई से

आज मैं कत्ल हो गया हूं आवेश
अपने ही खंजर की बेवफाई से

©Aawesh Khan

#Road

17 Love

#शायरी

deep ghazal

36 View

रात भर जिसे हवा से बचाया जाएगा सुबह होते ही चिराग बुझाया जाएगा और कितनी दफा तुझे हासिल करू और कितनी दफा तुझे गंवाया जाएगा चाहे खुशी में हो या फिर हो गम में बस नाम तेरा ही दोहराया जाएगा मैने जो जिदंगी तेरे रास्ते में खर्च की अब तू बता उसे कैसे कमाया जाएगा मैने तेरे खत तो जला दिए लेकिन नाम कैसे तेरा दिल से मिटाया जाएगा क्या मालूम था जौन एलिया के बाद अवेश तुझसे भी खून थुकवाया जाएगा ©Aawesh Khan

#शायरी  रात भर जिसे हवा से बचाया जाएगा
सुबह होते ही चिराग बुझाया जाएगा 

और कितनी दफा तुझे हासिल करू
और कितनी दफा तुझे गंवाया जाएगा

चाहे खुशी में हो या फिर हो गम में
बस नाम तेरा ही दोहराया जाएगा

मैने जो जिदंगी तेरे रास्ते में खर्च की
अब तू बता उसे कैसे कमाया जाएगा

मैने तेरे खत तो जला दिए लेकिन
नाम कैसे तेरा दिल से मिटाया जाएगा

क्या मालूम था जौन एलिया के बाद
अवेश तुझसे भी खून थुकवाया जाएगा

©Aawesh Khan

ghazal

17 Love

ये जिन्दगी इसलिए मुरझाई हुई है तेरी जानिब घसीट कर लाई हुई है मुमकिन है तुझे भी जगह न मिले यादें इस कदर दिल में दफ्नाई हुई है ऐ खुदा उसके हाथो मत तोड़ना मुझे मैने उससे बड़ी उम्मीदें लगाई हुई है अब तो मुझे बाहर निकलना होगा सदा खुद की जानिब से आई हुई है ©Aawesh Khan

#शायरी #mobileaddict  ये जिन्दगी इसलिए मुरझाई हुई है  
तेरी जानिब घसीट कर लाई हुई है

मुमकिन है तुझे भी जगह न मिले
यादें इस कदर दिल में दफ्नाई हुई है

ऐ खुदा उसके हाथो मत तोड़ना मुझे
मैने उससे बड़ी उम्मीदें लगाई हुई है

अब तो मुझे बाहर निकलना होगा
सदा खुद की जानिब से आई हुई है

©Aawesh Khan

#mobileaddict

22 Love

#शायरी

deep lines

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