Kavi Awinash singh Amethia

Kavi Awinash singh Amethia

Mohbbat ka Kavi

  • Latest
  • Popular
  • Video

*#ग़ज़ल* तेरी यादों से दिल मेरा खाली न हो। तेरे बिन मन मेरा बेख्याली न हो। हो तेरा हाथ, हाथों में मेरे सदा, मेरे हाथों में फूलों की डाली न हो। उस खुदा से मैं सजदे में माँगूं यही, तेरे लब जैसे फूलों में लाली न हो। बस तुझे सोचता हूँ मैं आठों पहर, मेरे जैसा तेरा हम ख्याली न हो। याद आना मुझे तुम हमेशा सनम, तेरी यादों की दिल मे कंगाली न हो। मैं जलाऊँ न दीपक तेरे नाम की, ऐसी मेरी कोई अब दिवाली न हो। *✍️ अविनाश सिंह अमेठिया* *(देवरिया) +919135481448* ©Kavi Awinash singh Amethia

#ग़ज़ल #शायरी #feelings  *#ग़ज़ल*
तेरी यादों से दिल मेरा खाली न हो।
तेरे  बिन  मन  मेरा बेख्याली न हो।

हो  तेरा  हाथ, हाथों  में  मेरे  सदा,
मेरे  हाथों में फूलों की डाली न हो।

उस खुदा से मैं सजदे में माँगूं यही,
तेरे लब जैसे फूलों में लाली न हो।

बस तुझे सोचता हूँ मैं आठों पहर,
मेरे  जैसा  तेरा हम ख्याली न हो।

याद आना मुझे तुम हमेशा सनम,
तेरी यादों की दिल मे कंगाली न हो।

मैं  जलाऊँ  न  दीपक तेरे नाम की,
ऐसी  मेरी कोई अब दिवाली न हो।

*✍️ अविनाश सिंह अमेठिया*
*(देवरिया) +919135481448*

©Kavi Awinash singh Amethia

#feelings

3 Love

Suman Zaniyan Bijendra Singh Pal

106 View

127 View

#ग़ज़ल ज़िन्दगी भर साथ देने का कोई वादा करे। मेरे दिल पर प्यार से आकर कोई दावा करे। ढूंढता मैं फिर रहा हूँ पर कोई मिलता नही, जो मेरे सुख-दुख को अपने साथ मे साझा करे। है मेरी माँ की दुआओं का असर जो हर घड़ी, रास्ते मे आने वाली हर बला टाला करे। दोस्तों इनसे बड़ा जग में कोई होता नही, उस खुदा से पहले सब माँ-बाप की पूजा करे। गैर अब किसको कहे जब अपने ही हर मोड़ पर, अपना-अपना बोलकर अपनो से ही धोखा करे। अपनी महफ़िल में बुलाकर हर दफा अविनाश को, इल्तजा है आप से उसको न अब रुसवा करे। रचनाकार:- अविनाश सिंह अमेठिया (देवरिया) +919135481448 ©Kavi Awinash singh Amethia

#शायरी #ग़ज़ल #directions  #ग़ज़ल
ज़िन्दगी   भर   साथ   देने   का  कोई  वादा  करे।
मेरे  दिल  पर  प्यार  से  आकर  कोई  दावा  करे।

ढूंढता  मैं  फिर  रहा  हूँ  पर  कोई   मिलता  नही,
जो  मेरे  सुख-दुख  को  अपने साथ मे साझा करे।

है  मेरी  माँ  की  दुआओं  का  असर  जो हर घड़ी,
रास्ते    मे    आने   वाली   हर   बला   टाला   करे।

दोस्तों   इनसे   बड़ा   जग   में   कोई   होता  नही,
उस  खुदा  से  पहले  सब  माँ-बाप  की  पूजा करे।

गैर  अब  किसको कहे जब अपने ही हर मोड़ पर,
अपना-अपना  बोलकर  अपनो  से  ही धोखा करे।

अपनी महफ़िल में बुलाकर हर दफा अविनाश को,
इल्तजा  है  आप  से  उसको  न  अब  रुसवा  करे।

रचनाकार:- अविनाश सिंह अमेठिया
(देवरिया) +919135481448

©Kavi Awinash singh Amethia
Trending Topic