मनोज कौशिक

मनोज कौशिक

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video

White ********* भाई रै ! दिखे ध्यान राखिए, लोकतन्त्र का माण राखिए, पाँच बरस म्ह मौका आया , बोट कीमती जाण राखिए, आछ्छे भुडें की देख-भाल कर, नेता जी नै ताण राखिए, अर् साच्चे कैन्डिडेट नै चुनकै,भारत माँ की शाण राखिए। ********* ©मनोज कौशिक

#कविता #VoteForIndia  White 

*********
भाई रै ! दिखे ध्यान राखिए, लोकतन्त्र का माण राखिए,
पाँच बरस म्ह मौका आया , बोट  कीमती जाण राखिए,
आछ्छे भुडें की देख-भाल कर, नेता जी नै ताण राखिए,
अर् साच्चे कैन्डिडेट नै चुनकै,भारत माँ की शाण राखिए।

*********

©मनोज कौशिक

#VoteForIndia

14 Love

🌷🌷🌷🌷🌷 ओ कान्हा तान मुरली की सुना दो आनकर फिर से..! वो मीठी प्रेम की  बंसी , बजा दो  आन  कर..! तरसती गोपियां तुम बिन, तरसते गोप ग्वाले हैं, वो मधुरिम प्रेम की सरिता बहा दो आन कर..! निभाई दोस्ती तुमने, निभा पाएगा क्या कोई, वो निश्चल मित्रता जग को सिखा दो आन कर..! है मोहन आज भी जग में, दुशासन कंस से पापी, चलाकर चक्र सुदर्शन को मिटा दो आन कर..! मिटाकर द्वेष दुर्गुण दम्भ, दुनिया के पटल से फिर, प्रवृत्ति सात्विक सब की, बना दो आन कर..! 🌷🌷🌷🌷🌷 ©मनोज कौशिक

#भक्ति  🌷🌷🌷🌷🌷

ओ कान्हा तान मुरली की सुना दो आनकर फिर से..!
वो मीठी प्रेम की  बंसी , बजा  दो  आन  कर..!
 

तरसती गोपियां तुम बिन, तरसते गोप ग्वाले हैं,
वो मधुरिम प्रेम की सरिता बहा दो आन कर..! 


निभाई दोस्ती तुमने, निभा पाएगा क्या कोई,
वो निश्चल मित्रता जग को सिखा दो आन कर..! 


है मोहन आज भी जग में, दुशासन कंस से पापी,
चलाकर चक्र सुदर्शन को मिटा दो आन कर..! 


मिटाकर द्वेष दुर्गुण दम्भ, दुनिया के पटल से फिर,
प्रवृत्ति सात्विक सब की, बना दो आन कर..! 


🌷🌷🌷🌷🌷

©मनोज कौशिक

🌷🌷🌷🌷🌷 ओ कान्हा तान मुरली की सुना दो आनकर फिर से..! वो मीठी प्रेम की  बंसी , बजा दो  आन  कर..! तरसती गोपियां तुम बिन, तरसते गोप ग्वाले हैं, वो मधुरिम प्रेम की सरिता बहा दो आन कर..! निभाई दोस्ती तुमने, निभा पाएगा क्या कोई, वो निश्चल मित्रता जग को सिखा दो आन कर..! है मोहन आज भी जग में, दुशासन कंस से पापी, चलाकर चक्र सुदर्शन को मिटा दो आन कर..! मिटाकर द्वेष दुर्गुण दम्भ, दुनिया के पटल से फिर, प्रवृत्ति सात्विक सब की, बना दो आन कर..! 🌷🌷🌷🌷🌷 ©मनोज कौशिक

16 Love

********** जिस घर में बुजुर्गों का, सदा सम्मान होता है ! वो घर, घर ही नहीं कोई , पावन धाम होता है ! नहीं ढूँढे से भी मिलती यहाँ खुशियाँ ज़माने में... मगर उस घर में खुशियों का सदा विश्राम होता है ! *********** ©मनोज कौशिक

#कविता  **********

जिस  घर  में  बुजुर्गों  का,  सदा  सम्मान  होता  है !
वो  घर, घर  ही नहीं  कोई , पावन  धाम  होता  है !
नहीं ढूँढे से भी मिलती यहाँ खुशियाँ ज़माने में...
मगर उस घर में खुशियों का सदा विश्राम होता है !

***********

©मनोज कौशिक

"विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस " पर बुजुर्गों को सादर वन्दन..........!

15 Love

White प्यार प्रीत का पावन बंधन, रक्षाबंधन रक्षाबंधन, खुशियों का वन्दन, अभिनंदन, रक्षाबंधन रक्षाबंधन, बहन भाई का अद्भुत गठबंधन, रक्षाबंधन रक्षाबंधन, मस्तक शोभित रोली, चन्दन, रक्षाबंधन रक्षाबंधन, संस्कृतियों का है अभिवंदन, रक्षाबंधन रक्षाबंधन, हर्षित पुलकित सुरभित तन मन, रक्षाबंधन रक्षाबंधन, ©मनोज कौशिक

#raksha_bandhan_2024 #कविता  White 

प्यार  प्रीत  का  पावन   बंधन,
रक्षाबंधन   रक्षाबंधन,

खुशियों का वन्दन, अभिनंदन,
रक्षाबंधन   रक्षाबंधन,

बहन भाई का अद्भुत गठबंधन,
रक्षाबंधन   रक्षाबंधन,

मस्तक   शोभित  रोली, चन्दन,
रक्षाबंधन   रक्षाबंधन,

संस्कृतियों  का  है  अभिवंदन,
रक्षाबंधन   रक्षाबंधन,

हर्षित पुलकित सुरभित तन मन,
रक्षाबंधन   रक्षाबंधन,

©मनोज कौशिक

*********** स्वस्थ रहना है अगर तो योग प्यारे कीजिए, जीवन के आनंद सारे रोज प्यारे लीजिए ! कर प्रणायाम अनुलोम विलोम नित ध्यान लगा बन्दे, कर नियमित तू अभ्यास छोड़ कर बाकी सब धंधे, यम और नियम के पथ पर मौज प्यारे लीजिए, जीवन के आनंद सारे रोज प्यारे लीजिए ! शीर्षासन त्रिकोणiसन, दण्ड़iसन सिद्धासन, गरुड़ासन मयूरiसन हंसासन और ताड़ासन, भ्रामरी कपालभाती कर मौज प्यारे लीजिए जीवन के आनंद सारे रोज प्यारे लीजिए ! इस योग दिवस पर आओ हमसब ये संकल्प उठाएं, खुद योग करें और ओरों को भी योग महत्व समझाएं , हँसने और हँसाने की डोज प्यारे लीजिए, जीवन के आनंद सारे रोज प्यारे लीजिए ! *********** ©मनोज कौशिक

#कविता #yogaday  ***********

स्वस्थ रहना है अगर तो योग प्यारे कीजिए, 
जीवन के आनंद सारे रोज प्यारे लीजिए !

कर प्रणायाम अनुलोम विलोम नित ध्यान लगा बन्दे,
कर नियमित तू अभ्यास छोड़ कर बाकी सब धंधे,

यम और नियम के पथ पर मौज प्यारे लीजिए,
जीवन के आनंद सारे रोज प्यारे लीजिए !

शीर्षासन त्रिकोणiसन, दण्ड़iसन सिद्धासन,
गरुड़ासन मयूरiसन हंसासन और ताड़ासन,

भ्रामरी कपालभाती कर मौज प्यारे लीजिए 
जीवन के आनंद सारे रोज प्यारे लीजिए !

इस योग दिवस पर आओ हमसब ये संकल्प उठाएं,
खुद योग करें और ओरों को भी योग महत्व समझाएं ,

हँसने और हँसाने की डोज प्यारे लीजिए, 
जीवन के आनंद सारे रोज प्यारे लीजिए !

***********

©मनोज कौशिक

#yogaday

0 Love

White खुशियों का  संसार पिता जी जीवन  के  आधार  पिता जी मेरा जीवन , मेरी खुशियाँ .. मेरा सब संसार पिता जी  ! जीवन की डिगमिग पगडंडी .. फिर भी उतरे पार पिता जी ! सूरज जैसे तपता जीवन.. तप के पारावार पिता जी ! माँ घर की दीवारों जैसी .. घर का आंगन,द्वार पिता जी ! मुश्किलों ने खेल भी खेले .. जीते तो हर बार पिता जी ! हर दिन इक अध्याय के जैसा.. सद्ग्रंथों का सार पिता जी ! पतित पावनी गंगा माँ की .. अविरल निश्चल धार पिता जी ! तकलीफों के दौर में हरदम .. मुस्काते हर बार पिता जी ! मर्यादा पुरुषोत्तम जैसे .. राम के हैं किरदार पिता जी ! ~~~~~~~~~ ©मनोज कौशिक

#कविता #fathers_day  White 
खुशियों का  संसार पिता जी 
जीवन  के  आधार  पिता जी 

मेरा जीवन , मेरी खुशियाँ ..
मेरा सब संसार पिता जी  ! 

जीवन की डिगमिग पगडंडी ..
फिर भी उतरे पार पिता जी ! 

सूरज जैसे तपता जीवन..
तप के पारावार पिता जी ! 

माँ घर की दीवारों जैसी ..
घर का आंगन,द्वार पिता जी ! 

मुश्किलों ने खेल भी खेले ..
जीते तो हर बार पिता जी ! 

हर दिन इक अध्याय के जैसा..
सद्ग्रंथों का सार पिता जी ! 

पतित पावनी गंगा माँ की ..
अविरल निश्चल धार पिता जी ! 

तकलीफों के दौर में हरदम ..
मुस्काते हर बार पिता जी ! 

मर्यादा पुरुषोत्तम जैसे ..
राम के हैं किरदार पिता जी ! 

~~~~~~~~~

©मनोज कौशिक

#fathers_day

11 Love

Trending Topic