saif khan

saif khan Lives in Semariya, Madhya Pradesh, India

I am a mini poet✍️✍️✍️💝💝

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video

बात कुछ भी नहीं तुझसे एक सवाल ही था पर तेरा जवाब न देना भी एक जवाब ही था ज़मी पे बारिशो की बूँद कैसे गिरतीं है फलक ये तेरे रोने का अहसास ही था writter✍️-saif raza khan.s

#शायरी  बात कुछ भी नहीं तुझसे एक सवाल ही था 
पर तेरा जवाब न देना भी एक जवाब ही था

ज़मी पे बारिशो की बूँद कैसे गिरतीं है
फलक ये तेरे रोने का अहसास ही था








writter✍️-saif raza khan.s

baat kuch bhi nahi

23 Love

क्या सच में हम तुमको भुला बैठे है बहते हुए आँशु को पलकों से छुपा बैठे है कोई तो बातऐ की क्या भूल हुई हमसे हर राज बताया और एक राज छुपा बैठे है बात सबकी नहीं लाग्जिशे बस उन गुलों की है जो अपने बगीचे से खुश्बू को छुपा बैठे है नेको को अच्छे काम पर किस बात का घमंड जब सबसे नेक गुनाहगारो को को गले लगा बैठे है साहिबे लौलक से सैफ इश्क़ ही ऐसा है इक ग़म को जो पाया तो हर गम को भुला बैठे है writter✍️-saif raza khan.s

#शायरी  क्या सच में हम तुमको भुला बैठे है
बहते हुए आँशु को पलकों से छुपा बैठे है

कोई तो बातऐ की क्या भूल हुई हमसे 
हर राज बताया और एक राज छुपा बैठे है

बात सबकी नहीं लाग्जिशे बस उन गुलों की है
जो अपने बगीचे से खुश्बू को छुपा बैठे है

नेको को अच्छे काम पर किस बात का घमंड 
जब सबसे नेक गुनाहगारो को को गले लगा बैठे है

साहिबे लौलक से सैफ इश्क़ ही ऐसा है
इक ग़म को जो पाया तो हर गम को भुला बैठे है

writter✍️-saif raza khan.s

पेड़ को नाज़ है अपने हसीन पत्तो पर आँधियाँ उनको भी औकात दिखा जाती है ज़ख्म को नाज़ है तबीब जिन दवाई पर वो घाव ठीक कर और दाग़ बना जाती है गुनाहगार हु क्यूँ नाज़ हो नसीबा पर तेरी दुआ है जो तकदीर बना जाती है writter✍️-saif raza khan.s

#शायरी  पेड़ को नाज़ है अपने हसीन पत्तो पर
आँधियाँ उनको भी औकात दिखा जाती है

ज़ख्म को नाज़ है तबीब जिन दवाई पर
वो घाव ठीक कर और दाग़ बना जाती है

गुनाहगार हु क्यूँ नाज़ हो नसीबा पर
तेरी दुआ है जो तकदीर बना जाती है

writter✍️-saif raza khan.s

L i k h a r i.... @Taaj Mirza @Danish Khan @NEHA NAAZ @simran khan sufi akhtar_official ✍️

12 Love

क्या सच में हम तुमको भुला बैठे है बहते हुए आँसू को पलकों से छुपा बैठे है writter ✍️ saif raza khan.s

 क्या सच में हम तुमको भुला बैठे है

बहते हुए आँसू को पलकों से छुपा बैठे है


writter ✍️ saif raza khan.s

Priya keshri @Dreamz21 @awara pheonix @Sher-o-shayeri Datta Jadhav sufi akhtar_official ✍️

23 Love

तुम्हारे दिल में है अहंकार बहुत हुआ हृदय से अब तो करलो प्यार बहुत हुआ रंगी है खून से तलवार बहुत हुआ तुम्हारी हो चुकी है हार बहुत हुआ जिगर का खून पिलाया जिया दी चहरे को उन्ही पे करते हो अत्याचार बहुत हुआ तुम्हारे आशियाने को सजाया फूलो से उन्ही को कर दिया पामाल बहुत हुआ चमन उसी ने उजाड़ा उसी ने खाक किया करें अब किसपे ऐतबार बहुत हुआ writter✍️-saif raza khan.s

 तुम्हारे दिल में है अहंकार बहुत हुआ
हृदय से अब तो करलो प्यार बहुत हुआ

रंगी है खून से तलवार बहुत हुआ
तुम्हारी हो चुकी है हार बहुत हुआ

जिगर का खून पिलाया जिया दी चहरे को
उन्ही पे करते हो अत्याचार बहुत हुआ

तुम्हारे आशियाने को सजाया फूलो से 
उन्ही को कर दिया पामाल बहुत हुआ

चमन  उसी ने उजाड़ा उसी ने खाक किया
करें अब किसपे ऐतबार बहुत हुआ
      
writter✍️-saif raza khan.s

Mohd Aszad CA Faisal Khan _Siya392 L i k h a r i.... Danish Khan suFI akhter official

36 Love

ज़िन्दगी सवाल थी जवाब मांगने लगे फ़रिश्ते ख्वाब में आ के हिसाब मांगने लगे सुखनवरो ने खुद बना दिया सुखन का मज़ाक जरा सी दाद क्या मिली ख़िताब मांगने लगे writter --Dr rahat indori

 ज़िन्दगी सवाल थी जवाब मांगने लगे
फ़रिश्ते ख्वाब में आ के हिसाब मांगने लगे 

सुखनवरो ने खुद बना दिया सुखन का मज़ाक
जरा सी दाद क्या मिली ख़िताब मांगने लगे

writter --Dr rahat indori
Trending Topic